असम में नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट आफ बोडोलैंड .एनडीएफबी.एस.के उग्रवादियों सामूहिक हत्याकांड के विरोध में विभिन्न संगठनों के राज्यव्यापी बंद के कारण आज जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया। एनडीएफबी.एस.के खिलाफ सुरक्षा अभियान भी शुरू किया गया है।इस हत्याकांड के खिलाफ विभिन्न संगठनों ने 12 घंटे के बंद का आहवान किया था जिससे गुवाहाटी समेत पूरे राज्य में जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया।प्रर्दशनकारियों ने सडकों पर टायर जलाये और गुवाहाटी में बसों पर पथराव किया। राज्य के अन्य हिस्सों विशेंषकर टी गार्डन इलाकों और सबसे अधिक प्रभावित विश्वनाथ चारिआली.सोनितपुर जिला.में प्रर्दशनकारियों ने यातायात को बाधित कर दिया।यहां पर एनडीएफबी.एस.उग्रवादियों की गोलीबारी के खिलाफ प्रर्दशनकारियों ने एक रैली निकाली। इस बीच कोकराझार जिले में कल रात कुछ घरों और एक फैक्ट्री में आग लगा दी गई।कानून एवं व्यवस्था की स्थिति बनाये रखने के लिए संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा के कडे प्रबंध किये गये है।
राज्य के कोकराझार.सोनितपुर और चिरांग जिलों में एनडीएफबी.एस.की गोलीबारी में मृतकों की संख्या 78 तक पहुंच चुकी है।सुरक्षा बलों ने इन उग्रवादियों के खिलाफ अभियान शुरू किया है। सेना ने कल एनडीएफबी.एस.के उग्रवादियों की धरपकड के लिए हेलीकाप्टर लगा दिये थे।ये हेलीकाप्टर राज्य के घने जंगलों को खंगाल रहे है और यह जानने की कोशिश कर रहे है इस पहाडी घन जंगल वाले इलाके से उग्रवादी भूटान भागने की कोशिश को नहीं कर रहे है। केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कल हिंसा प्रभावित राज्य का दौरा किया था और एनडीएफबी.एस.के खिलाफ .जीरो टोलरेंस.की नीति अपनाये जाने की घोषणा की थी।उन्होंने कहा था कि इन हमलों की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी.एनआईए.करेगी।

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