भोजपुरी साहित्य के शेक्सपियर कहे जाने वाले भिखारी ठाकुर की आज यहां 127वीं जयन्ती विश्व भोजपुरी सम्मेलन ने मनायी। इस अवसर पर वक्ताों ने कहा कि अंग्रेजी साहित्य में जो स्थान शेक्सपियर का है भोजपुरी में वही स्थान भिखारी ठाकुर का है। भिखारी ठाकुर अपनी रचनाधर्मिता से भोजपुरी साहित्यकार के नक्षत्र बने। सुप्रसिद्ध साहित्यकार डा. राम सुधाकर सिंह ने कहा कि सामाजिक विषमताों. कुरीतियों. रुढिवादिता और आडम्बरों को अपनी रचनाों एवं नाटकों द्वारा दूर करने का कार्य भिखारी ठाकुर ने किया था।
इस अवसर पर अपूर्व नारायण तिवारी.बनारसी बाबू. द्वारा रचित दो बहुभाषी कृतियों .गंगा लहर. एवं .सच्चिदानन्द मारीशस. का विमोचन किया गया। भोजपुरी लोकगीतों के माध्यम से भोजपुरी संस्कृति की निष्काम सेवा के लिए लोक गीतकार जितेन्द्र सिंह.जीत. एवं ख्यातिप्राप्त लोकगीतकार तारकेश्वर मिश्र.राही. को भिखारी ठाकुर सम्मानश2014 से विभूषित किया गया।

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