जम्मू एवं कश्मीर और झारखंड में पांच-पांच चरणों में संपन्न हुए विधानसभा चुनावों के नतीजे कुछ ही घंटों में सामने आ जाएंगे। चुनाव आयोग की ओर से मतगणना की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं, और दोनों ही राज्यों में वोटों की गिनती का काम सुबह आठ बजे से शुरू होने जा रहा है।
जम्मू-कश्मीर की 87 सीटों के लिए सत्ताधारी नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीडीपी, कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के बीच चौतरफा मुकाबला है। आतंकवाद प्रभावित इस इलाके की सभी सीटों पर कुल मिलाकर 821 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं और वर्ष 1987 के बाद ऐसा पहली बार हुआ है, जब राज्य की जनता ने इतने ज़्यादा उत्साह के साथ वोटिंग की है।
झारखंड की 81 विधानसभा सीटों के लिए कुल 1,136 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों के जरिये सामने आएगा। राज्य के गठन के बाद से अब तक कुल 14 सालों में यहां नौ अलग-अलग सरकारों का राज रहा है, जबकि राज्य में तीन बार राष्ट्रपति शासन भी लागू किया गया। परिणाम आने से पहले अगर एग्जिट पोल की मानें तो झारखंड में बीजेपी को बहुमत मिलता नज़र आ रहा है, जबकि वहीं जम्मू-कश्मीर में पीडीपी सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभर रही है, और राज्य में बीजेपी के दूसरे नंबर की पार्टी बनने का अनुमान है।

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