ऐतिहासिक हरिश्चन्द्र घाट पर एक बार फिर विद्युत शवदाह गृह कल से प्रारम्भ होगा। इस बार वाराणसी नगर निगम ने हरिश्चन्द्र घाट पर स्थित शवदाह गृह के प्रबंधक का पूरा दायित्व गंगा मिशन वेलफेयर सोसाइटी को साैंपा है।शवदाह गृह की पुन:संरचना की जा चुकी है। नये उपक्रम में लगभग 30 लाख रुपये की लागत से प्रदूषण रोधी यंत्र भी लगाया जा चुका है।आसपास का वातावरण प्रदूषण मुक्त रहेगा। मिशन के राष्ट्रीय सचिव प्रह्लाद राम गोयनका ने बताया कि मिशन शवदाह गृह के र्कमचारियों के वेतन.अनुरक्षण.एवं सततविद्युत आपूर्ति के लिए जनरेटर की व्यवस्था करेगा 1 एक शव जलाने का मात्र 500 रुपया लिया जायेगा।
श्री गोयनका ने कहा कि मिशन ने यह दायित्व गंगा की निर्मलता सततप्रवाह एवं प्रदूषण से बचाये रखने के लिए लिया है। इसके चालू हो जाने से जहां लकडी की बचत होगी वहीं घाट भी साफ सुथरा रहेगा। उन्होंने कहा कि विद्युत शवदाह गृह गरीब एवं निर्बल वर्ग के लोगों के लिए वरदान साबित होगा। इसके पूर्व भी इस शवदाह गृह को चालू किया गया था लेकिन विभिन्न कारणों से बंद हो गया था।

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