झारखंड विधानसभा की 81 सीटों के कल आए नतीजे आश्चर्य जनक है कि पहली बार 34 नए विधायक चुन कर आए हैं और निर्वार्चित 49 विधायकों पर किसी न किसी तरह के मामले र्दज है। झारखंड जैसे गरीब राज्य के लिए कल्याण सुशासन और सुरक्षा संबंधी नीतियां बनाने वाले इन माननीयों में 38 करोडपति उम्मीदवार भी हैं।इनमें भारतीय जनता पार्टी भाजपा के टिकट पर हजारीबाग से चुन कर आए मनीष जायसवाल सबसे अमीर विधायक है जिनकी संपत्ति 18.26 करोड़ है। राज्य में पहली बार विधायक बने उम्मीदवारों में भाजपा के 18झारखंड मुक्ति मोर्चा के छह झाविमों के चार कांगे्रस के तीन आजसू के दो माक्र्सवादी लेनिनवादी माले और बहुजन समाज पार्टी का एक एक विधायक शामिल है।
सरकारी रिकार्ड के मुताबिक अपराधों के मामले में 49 विधायको के खिलाफं कोई न कोई मामले र्दज है। सबसे अधिक 12 मुकदमें भवनाथपुर से जीते निर्दलीय विधायक भानुप्रताप शाही पर हैं।बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर हुसैनाबाद से जीते एकमात्र उम्मीदवार कुशवाहा शिवपूजन मेहता पर आठ और कोलेबिरा से जीत निर्दलीय विधायक एनोय एक्का पर भी आठ मामले र्दज है। रिकार्ड के मुताबिक सबसे ज्यादा 15 मुकदमें भारतीय जनता पार्टी के विधायकों पर हैं 1इसके बाद झामुमों के 12 कांगे्रस के तीन झाविमों के चार आजसू के तीन और 12 अन्य विधायको पर किसी न किसी तरह के मामले र्दज है। इन माननीयों की अमीरी पर भी एक नजर डालने से पता चलता है कि हजारीबाग से भाजपा के मनीष जायसवाल 18.26 करोड पाकुड से कांगे्रस के आलमगीर 6.23 करोड गढवा से भाजपा के सत्येंद्र तिवारी 4.95 करोड बडकागांव से कांगे्रस की निर्मला देवी 3.73 करोड बरहेट से झामुमों के विधायक और फिंलहाल कार्यवाहक मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन 3.5 करोड और महेशपुर से झामुमों के स्टीफंन मरांडी 3.48 करोड रूपए की संपत्ति के मालिक है।झामुमो के टिकट पर चक्रधरपुर से निर्वाचित विधायक शशिभूषण सबसे गरीब है और उनकी संपत्ति मात्र 2.85 लाख रूपए है।
विधानसभा के नए सदस्यों में दो विधायक मात्र साक्षर हैं और छह विधायक सबसे अधिक शिक्षित हैं जिनमें दुमका से भाजपा की लुईस मरांडी पीएचडी लिटटीपाडा से झामुमो के अनिल मुर्मू पीएचडी महेशपुर से झामुमों के स्टीफंन मरांडी पीएचडी सिल्ली से झामुमो के अमित कुमार इंजीनियर भाजपा के जमशेदपुर पूर्व से रघुवर दास एलएलबीरांची से भाजपा के सी पी सिंह एलएलबी डिग्रीधारी है । इनके अलावा 12 विधायकों के पास एम ए की डिग्री है। यह भी आश्चर्यजनक है जनता ने पढें लिखे और वरिष्ठ नौकरशाहों को बिल्कुल नकार दिया है । इनमें चाईबासा सीट पर लडने वाले पूर्व आईएएस अधिकारी जेबी तुबिद पूर्व आईपीएस अधिकारी लक्ष्मण सिंह और पूर्व आईआरएस अधिकारी बेंजामिन लकडा शामिल है। बेंजामिन लकडा का यह दूसरा चुनाव था। श्री तुबिद और श्री सिंह नौकरी से इस्तीफा देकर पहली बार चुनाव लड रहे थ्ो।
इस बार विधानसभा में सबसे कम उम्र के विधायक डालटनगंज से झाविमों के आलोक चोैरसिया हैं जिनकी उम्र 25 वर्ष है और सबसे अधिक उम्रदराज विश्रामपुर से भाजपा के रामचंद्र चंद्रवंशी हैंजिनकी आयु 68 वर्ष है। बोकारो से भाजपा के विरंची नारायण सबसे अधिक 72643 वोंटों से जीते हैं जिन्होने निर्दलीय उम्मीदवार समरेश सिंह को हराया है।तोरपा विधानसभा सीट पर झामुमो के पौलुस सुरीन सबसे कम 43 मतों से निर्वाचित हुए है जिन्होनें भाजपा के कोचे मुंडा को हराया है।

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