जम्मू कश्मीर सरकार बाढपीडितों के लिये मुआवजे की राह तक रही - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


सोमवार, 22 दिसंबर 2014

जम्मू कश्मीर सरकार बाढपीडितों के लिये मुआवजे की राह तक रही

jk-government-still-waiting-for-flood-releif-fund
जम्मू.कश्मीर में बाढपीडितों के राहत एवं पुनर्वास के लिये राज्य सरकार 44 हजार करोड रूपयों की केंद्रीय सहायता के लिये केंद्र सरकार के जवाब की अब तक प्रतीक्षा कर रही है। कश्मीर के संभागीय आयुक्त रोहित कंसल ने बताया कि राज्य सरकार ने राहत एवं पुनर्वास के लिये केंद्र से 44 हजार करोड रूपये का पैकेज दिये जाने का अनुरोध किया है लेकिन अभी तक केंद्र सरकार का कोई जवाब सामने नहीं आया है।हालांकि राज्य आपदा राहत निधि से बाढपीडितों को सहायता उपलब्ध कराई गई है। 

श्री कंसल ने कहा कि गत सितम्बर में आई बाढ से श्रीनगर सहित घाटी में करीब 10 हजार मकानें पूरी तरह क्षतिग्रस्त हुई है जबकि 50 हजार से अधिक मकानें आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुई है।इसके अलावा दुकानों. खेतों और बागवानी को भी नुकसान पहुंचा था।बाढ की विभीषिका में 85 लोगों की जानें गई तथा पांच लोग गंभीर रूप से घायल भी हुये हैं। 
     
उन्होंने बताया कि बाढ की चपेट में आकर मरने वाले 80 लोगों के परिजों को अनुग्रह राशि उपलब्ध कराई गई है जबकि पांच मृतकों की पहचान नहीं की जा सकी है।घायलों को भी सरकारी नियमों के तहत अनुग्रह राशि दी गई है।

कोई टिप्पणी नहीं: