अंधविश्वास के खिलाफ मंत्री ने श्मशान में गुजारी रात, किया डिनर - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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सोमवार, 8 दिसंबर 2014

अंधविश्वास के खिलाफ मंत्री ने श्मशान में गुजारी रात, किया डिनर

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कर्नाटक के एक्साइज मिनिस्टर सतीश जरकिहोली ने शनिवार को श्मशान घाट में रात बिताई। इतना ही नहीं उन्होंने श्मशान में डिनर भी किया। यह सब उन्होंने लोगों को अंधविश्वास के खिलाफ जागरूक करने के लिए किया। अंधविश्वास के खिलाफ इस मुहिम में जरकिहोली के साथ दूसरे कई मिनिस्टर्स भी शामिल थे। उन्होंने शनिवार को वैकुंठ धाम नाम के शवदाह गृह में रात बिताई। शनिवार को ही डॉ. भीमराव अंबेडकर की पुण्यतिथि भी थी। जरकिहोली और मिनिस्टर्स ने बेलगावी सिटी कॉर्पोरेशन(बीसीसी) के शवदाहगृह में डिनर भी किया।

जरकिहोली ने कर्नाटक विधानसभा में एन्टि सूपरस्टिशन बिल लाने का समर्थन भी किया है। उन्होंने कहा कि श्मशान में रात बिताने और डिनर करने का मकसद था लोगों के डर और अंधविश्वास को तोड़ना। अक्सर लोग मानते हैं कि श्मशान और कब्रों में भूत प्रेत रहते हैं। जरकिहोली ने कहा कि लोगों के प्रचलित मिथ और डर को तोड़ना मेरा पहला मकसद था। मैं लोगों के मन में बसे डर और वहम को निकालना चाहता हूं। सच तो यह है कि शवदाहगृह पवित्र स्थान होते हैं। उन्होंने कहा कि भले ही वह सत्ता में रहें या न रहें, अंधविश्वास के खिलाफ उनकी लड़ाई जारी रहेगी।

जरकिहोली ने कहा कि जब तक लोगों के मन से अंधविश्वास खत्म नहीं होता तब तब पिछड़े तबके के लोगों को इंसाफ नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा कि बिल गेट्स देवी लक्ष्मी की पूजा नहीं करते फिर भी वह दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति हैं। मैं भी लक्ष्मी की पूजा नहीं करता लेकिन मेरे बिजनस का हर साल का टर्नओवर 600 करोड़ रुपये है। वैकुंठ धाम शवदाह गृह सदाशिव नगर में है। यह शहर का सबसे पुराना शवदाह गृह है। इसमें 24 क्रिमेशन प्लेटफॉर्म्स हैं, इनमें एक इलेक्ट्रिक क्रिमेशन प्लेटफॉर्म भी है।

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