प्रभारी कलेक्टर ने किया नाबार्ड की संभाव्यतायुक्त ऋण योजना 2015-16 का विमोचन
खण्डवा (26दिसम्बर,2014) - नाबार्ड ने वर्ष 2015-16 के लिए खण्डवा जिले के लिए उत्पादन ऋण, दीर्घावधि ऋण, सूक्ष्म, लद्यु व मध्यम उद्यमियों हेतु निवेष ऋण और प्राथमिक प्राप्त क्षेत्र हेतु 1847 करोड़ रूपये की संभाव्यतायुक्त ऋण योजना तैयार की है। जिला ऋण योजना की पुस्तक एवं सीडी का विमोचन 26 दिसम्बर शुक्रवार को माननीय प्रभारी कलेक्टर अमित तोमर द्वारा जिला स्तरीय सलाहकार समिति की बैठक में किया गया। इस अवसर पर भारतीय रिजर्व बैंक, एलडीएम, एवं जिले के सभी बैंक और विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। श्री तोमर ने नाबार्ड द्वारा तैयार की गई योजना के अनुसार ऋण वितरण करने का आव्हान सभी बैंक अधिकारियों से किया। इस अवसर पर नाबार्ड के जिला विकास प्रबन्धक मनोज पाटील ने ऋण योजना की रूपरेखा प्रस्तुत की। उन्होंने जिले के कृषकों को मध्यम और दीर्घावधि ऋण के वितरण में हो रही गिरावट पर चिंता व्यक्त की। वही श्री तोमर ने बैंको को निर्देष दिए कि कृषि क्षेत्र के सर्वागीण विकास हेतु वे अधिक मात्रा में दीर्घावधि ऋण का वितरण करें। नाबार्ड द्वारा 1988-89 वर्ष से प्रति वर्ष प्रत्येक जिले के लिए संभाव्यतायुक्त ऋण योजना तैयार की जाती है। भारतीय रिजर्व बैंक के निर्देषानुसार पीएलपी के आधार पर अग्रणी बैंक जिले की वार्षिक साख योजना तैयार करता है। इस योजना के अनुसार प्राथमिकता के अनुसार प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र के अंतर्गत ऋण वितरण का लक्ष्य जिले के समस्त बैंकों को दिया जाता है। नाबार्ड डीडीएम श्री पाटील ने सूचित किया कि वर्ष 2014-15 में 1425 करोड़ की योजना के विरूद्ध आगामी वर्ष 2015-16 में 1847 करोड़ अर्थात लगभग 30 प्रतिषत अधिक ऋण वितरण की संभावना है क्योंकि गत वर्षो में मध्यप्रदेष राज्य के साथ ही जिले में भी कृषि की वृद्धि दर बहुत अच्छी रही है। जिले में सिंचाई की सुविधा बढ़ने से फसलों के रकबे में भी काफी वृद्धि हुई है। इसमें फसल ऋण हेतु 1488 करोड़ रूपये कृषि क्षेत्र में दीर्घावधि ऋण हेतु 210 करोड़ रूपये , सूक्ष्म, लद्यु व मध्यम उद्यमियों हेतु 62 करोड़ रूपये तथा अन्य प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र के लिए 87 करोड़ रूपये की राषि सम्मिलित है। श्री पाटील ने यह भी सूचित किया कि भारत सरकार ने वर्ष 2014-15 के लिए भूमिहीन, मौखिक पट्टेदार, बंटाईदार किसानों के लिए संयुक्त देयता समूहों के निर्माण हेतु जिले सहित मध्य प्रदेष के सभी सरकारी बैंकों को 30 हजार जेएलजी बना के इन्हें वित्तपोषण का लक्ष्य दिया है। साथ ही यह भी बताया कि वित्तीय समावेषन एवं प्रधानमंत्री जन धन योजना का गॉंव-गॉंव तक प्रसार करने के लिए नाबार्ड द्वारा खण्डवा जिले में वित्तीय साक्षरता पर मार्च 2015 तक 100 कार्यक्रमों का आयोजन किया जाना है। तथा अभी तक 23 कार्यक्रमों का आयोजन खण्डवा व अन्य दो ब्लाकों में हो चुका है। इसके साथ ही जन धन योजना के अन्तर्गत खण्डवा जिले को द्वितीय स्थान प्राप्त हुआ है औ मध्यप्रदेष के मुख्यमंत्री माननीय श्री षिवराज सिंह चौहान द्वारा जिले के कलेक्टर श्री महेष अग्रवाल और अग्रणी बैंक प्रबन्धक टी.एस.खान , बैंक ऑफ इंडिया को प्रषस्ति पत्र दिया गया। प्रभारी कलेक्टर श्री तोमर ने एलडीएम और सभी बैंकों को बधाई दी।

कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें