सरकार ने आज माना कि देश में प्रस्तावित रेलवे विश्वविद्यालय के लिए न तो अभी तक स्थल का चयन किया गया है और न.न ही इसके शैक्षणिक और शासकीय ढांचे को लेकर कोई फैसला किया गया है। रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रस्तावित विश्वविद्यालय के लिये अभी तक स्थल का चयन नहीं हुआ है। इस विश्वविद्यालय के लिए धन के स्रोतों. विद्यार्थियों के चयन. प्रशासनिक और शैक्षणिक ढांचों के बारे में कोई नीतिगत फैसला भी नहीं लिया गया है।
श्री प्रभु के अनुसार. रेलवे विश्वविद्यालय की स्थापना में सहयोग के लिए तकनीकी सहयोग बढाने के वास्ते गत 17 सितम्बर को रेल मंत्रालय और चीन के राष्ट्रीय रेल प्रशासन के बीच एक सहमति ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये गए हैं। हालांकि उन्होंने कहा कि विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करने. मानव संसाधन विकास मंत्रालय सहित विभिन्न मंत्रालयों से सम्पर्क करने. संसद में विधेयक लाने आदि की जरूरतों के मद्देनजर विश्वविद्यालय की स्थापना की समय सीमा तय नहीं की जा सकती।

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