- नो पीएम नो हाउंस राज्यसभा की कार्यवाही कल तक के लिये स्थगित
राज्यसभा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी में धर्मांतरण के मुद्दे पर चर्चा कराने की मांग पर अडे विपक्ष और सत्तापक्ष के सदस्यों के हंगामे के कारण आज लगातार चौथे दिन कोई कामकाज नहीं हो सका और सदन की बैठक कल तक के लिये स्थगित कर दी गयी। उप सभापति पी जे कुरियन ने भोजनावकाश के बाद माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के पी राजीव के नियम 267 के तहत धर्मांतरण.सांप्रदायिक दंगे तथा कुछ अन्य मुद्दों से संबंधित संकल्प को मत विभाजन के लिये रखा और सदन में इस सहमति भी बन गयी। लेकिन श्री राजीव ने कहा कि यह मामला कई विभागों से संबंधित है इसलिये प्रधानमंत्री की उपस्थिति में इस पर चर्चा की जानी चाहिये। श्री कुरियन ने कहा कि धर्मनिरपेक्ष ढांचे पर हमले को लेकर श्री राजीव ने नोटिस दिया है जो गृह मंत्रालय के अधीन आता है इसलिये इस पर चर्चा की जानी चाहिये 1 उन्होंने कहा कि सदस्य चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री की उपस्थिति की मांग कर सकते है ।
माकपा के ही सीताराम येचुरी ने कहा कि सरकार की सामूहिक जिम्मेवारी होती है जिसे नजरअंदाज किया जा रहा है । उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को सभी महत्वपूर्ण नीतिगत निर्णय लेने का अधिकार है.इसलिये चर्चा के समय उनकी उपस्थिति जरूरी है । इसके बाद भारतीय जनता पार्टी के सदस्यों ने एक साथ खडे होकर उनका कडा विरोध किया. कांगे्रस के उप नेता आनंद शर्मा ने कहा कि सत्तारूढ दल के सदस्य हमें बोलने नहीं दे रहे है यह ठीक नहीं है । उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री सदन से चले गये.हम इसे बर्दाश्त करने वाले नहीं है । इसी दौरान गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भोजनावकाश के पूर्व धर्मांतरण मामले पर चर्चा के लिये लगभग आम सहमति बन गयी थी। उस समय प्रधानमंत्री भी सदन में उपस्थित थे 1 उन्होंने कहा कि चर्चा पर सदस्य उनके उत्तर से संतुष्ट नहीं होते तो प्रधानमंत्री हस्तक्षेप कर सकते थे 1 उन्होंने विपक्ष पर चर्चा शुरू नहीं होने देने का आरोप लगाते हुये कहा कि प्रधानमंत्री पद की गरिमा होती है । श्री येचुरी ने कहा कि सत्तारूढ दल सदन की कार्यवाही नहीं होने दे रहा है । ढाई बजे तक सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच आरोप.प्रत्यारोप का दौर चलता रहा है और कांगे्रस के सदस्यों ने ..नो पीएम. नो हाऊस.. के नारे लगाने लगे तो सदन की बैठक 15 मिनट के लिये स्थगित कर दी गयी। इसके बाद फिर सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो श्री शर्मा ने व्यवस्था का प्रश्न उठाते हुये कहा कि यदि कोई मंत्री आश्वासन देता है और उसका उल्लंघन होता है तो क्या करें 1 उन्होंने कहा कि सदन में प्रधानमंत्री के आश्वासन का उल्लंघन हुआ है । उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री सदन में उपस्थित नहीं होते है तो कोई कार्रवाई नहीं होगी.
श्री कुरियन ने कहा कि यदि मंत्री के आश्वासन का उल्लंघन होता है तो उसके लिये आश्वासन समिति है और उसकी अपनी प्रक्रिया है । संसदीय कार्य राज्यमंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि विपक्ष हर दिन नया बहाना ढुंढता है. प्रधानमंत्री ने कोई आश्वासन नहीं दिया था 1 इसके बाद कांगे्रस के सदस्य सदन के बीच में आ गये और ..नो पी एम नो हाऊस.. का नारा लगाने लगे 1 इसी दौरान भारतीय जनता पार्टी के सदस्य भी एक साथ शर्म करो शर्म करो के नारे लगाने लगे. श्री कुरियन ने कहा कि सभापीठ चर्चा कराने के लिये तैयार है लेकिन मैं अपने को असहाय पा रहा हूं और कोई विकल्प भी नजर नहीं आ रहा है । इसके बाद लगभग 2.50 मिनट पर सदन की कार्यवाही कल तक के लिये स्थगित कर दी गयी। इससे पहले शून्यकाल के दौरान भी पक्ष और विपक्ष के हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही पन्द्रह मिनट के लिये स्थगित करनी पडी 1 प्रश्नकाल के दौरान भी कार्यवाही पन्द्रह मिनट के लिये स्थगित करनी पडी थी और उसके बाद प्रधानमंत्री के मौजूदगी में स्थगन प्रस्ताव पर सहमति बनी.

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