प्राथमिक शिक्षकों का धरना सम्पन्न, चरणबद्ध आन्दोंलन का बिगुल फँूका
नरकटियागंज(पश्चिम चम्पारण) स्थानीय प्रखण्ड कार्यालय पर बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ के तत्वावधान में नरकटियागंज अंचल के शिक्षकों ने पूरे शहर मंे प्रदर्शन किया और प्रखण्ड कार्यालय पहुँचकर प्रखण्ड विकास पदाधिकारी को ज्ञापन दिया। पूरी दुनिया को शिक्षक एकता का पाठ पढाने वाले एवं शिक्षक संघ की परिकल्पना को साकार करने का गौरव बिहार को प्राप्त है, ऐसा मानना है बिहार रज्य प्राथमिक शिक्षक संघ का। बिहार मंे नियोजित शिक्षकांे को वेतनमान देने और केन्द्रीय शिक्षकांे की भाँति वेतनमान, एवं सेवाशर्त के मुताबिक प्रोन्नति व स्थानांतरण की मांग को लेकर चरणबद्ध आन्दोंलन की धमकी देते हुए साढे तीन लाख प्राथमिक शिक्षकों का आह्वान बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ ने किया है। प्रथम चरण मंे प्रखण्ड कार्यालय पर धरना दिया गया और ज्ञापन अधिकारी को सौंपा। इस धरना में परिवर्तनकारी प्रारंभिक शिक्षक संघ एवं टीईटी एसटीइटी शिक्षक संघ के साथ अन्य सभी शिक्षक संघांे का संयुक्त आन्दोलन है। जिसके दूसरे चरण मंे 7-8 अप्रील 2015 को विधायक और विधान परिषद् सदस्य के आवास पर धरना देने और विधानमण्डलांे में उनकी आवाज उठाने, 11 अप्रील 2015 को सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियांें के कार्यालय के समक्ष विराट प्रदर्शन करनें और ज्ञापन देने का काम किया जाएगा। इतना होने के बावजूद यदि सरकार की कुम्भकर्णी निन्द्रा नहीं टूटी तो 15 अप्रील 2015 से दो दो प्रमण्डल के शिक्षक विधान सभा के समक्ष क्रमवार भूख हड़ताल पर बैठेंगे। उसके बाद भी यदि सरकार ने ध्यान नहीं दिया तो स्कूल बन्द करो और जेल भरो आन्दोलन किया जाएगा।
अतिक्रमण हटाओ अभियान गरीबों के साथ अन्याय, सब्जी विक्रेताओं ने प्रशासन से किया शिकायत
नरकटियागंज(पश्चिम चम्पारण) स्थानीय शहर के विभिन्न मार्गो से अतिक्रमण हटाओं अभियान के तीसरे दिन प्रशासन का चला डंडा और गरीबों के टूटे चुल्हे और अमीरों का कलेजा हुुआ ठंढ़ा। गौरतलब है कि गरीबों की दूकाने हटा दी गई और उस जगह बन गया टैम्पू स्टैण्ड। इस बावत अंचल अधिकारी सुनिल कुमार सिंह से जब पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जब तक स्टैण्ड की व्यवस्था नहीं हो जाती है तब तक उन्हें नहीं हटाया जा सकता। अतिक्रमण हटाओं अभियान उस वक्त अपने उद्देश्यांे से भटकता दिखा जहाँ जमीन का कागजात रहते हुए किसी के ईशारे पर कामरेड स्व. भगन महतों के पुत्र के घर को ध्वस्त कर दिया गया। उनके पुत्र व पुत्रवधू ने अपनी जमीन के कागजात दिखाया तो उनकी बात किसी एक ने नहीं सुनी। इसी प्रकार पोखरा चैक पर एक दूकान को छोड़ टून्ना सिंह नामक व्यक्ति की सीढ़ी तोड़ने पर उत्पन्न विवाद पर प्रशासन के एक अधिकारी ने कहा कि एक घंटा में वह अतिक्रमण हटा दिया जाएगा लेकिन दोनो आज भी प्रशासन को मानांे चिढा रहे हैं। शुक्रवार को जब प्रशासन का लश्कर मनोहर आॅटो सर्विस के पास पहुँचा तो अतिक्रमण की बात पर एसडीओ कौशल कुमार ने कहा कि अपने कागजात दिखाए। ऐसी बात किसी गरीब के साथ नहीं की गयी। इससे प्रतीत होता है कि प्रशासन का दोहरा मानदण्ड गरीबों के साथ पूर्णतः अन्याय है। यही वजह है कि बाजार मंे एसडीओ के साथ प्रशासनिक अमले से सब्जी विक्रेताओं ने शिकायत दर्ज कराया हालाकि कोई अप्रिय घटना की खबर नहीं है।
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