एनडीए सरकार सोची—समझी साजिश के तहत किसानों की जमीन कोडियों के दाम में हडपकर व्यापारियों को लाभ पहुंचाना चाहती है
- गांव गाव चलो, घर—घर चलो अभियान के दौरान किसानों से रूबरू हुए किसान नेता
नीमच। एनडीए सरकार सोची—समझी साजिश के तहत किसानों की जमीन कोडियों के दाम में हडपकर व्यापारियों को लाभ पहुंचाना चाहती है। केंद्र से लेकर प्रदेश में भाजपा की सरकार भ्रष्टाचार में डूबी हुई है। इस सरकार ने अच्छे दिन आने का दावा किया था, लेकिन दावों की पोल कुछ ही दिनों में खुल गई है। प्रधानमंत्री हवा—हवाई बातें कर जनता को बेवकूफ बना रहे है। न तो महंगाई कम हुई और न ही विकास दर बढी है। कांग्रेस सरकार ने नींव विकास की रखी थी, उसे भी पूरा नहीं किया जा रहा है। यह बात कांग्रेस नेता एवं पूर्व मंडी अध्यक्ष उमरावसिंह गुर्जर ने गांव—गांव चलो, घरघर चलो अभियान के दौरान शनिवार को ग्राम भाटखेडा, केलूखेडा, बामनिया, चम्पी गांवों में किसानों को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि भूमि अधिग्रहण 2003 की यूपीए सरकार द्वारा बनाया गया था वह सही था। जबकि मोदी सरकार ने इस अधिनियम में छेडछाड कर किसान विरोधी बना दिया है। भूमि अधिग्रहण में कई किसान के विरोध में प्रावधान कर दिए गए है। इस कारण से अब किसान की जमीन सरकार जबरदस्ती छिनकर उद्योगपतियों देती है तो किसान न्यायालय में नहीं जा सकता है। इस पर केंद्र सरकार को पुर्न विचार करना चाहिए। इस बात को किसान को विस्तार से गांव—गांव जाकर घर—घर जाकर समझाया गया। अभियान के दौरान युवाओं मध्यप्रदेश की भाजपा शासन के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान एवं उनकी पत्नी व्यापमं घोटाले में शामिल होने के मुख्य तथ्य एवं आधार भी किसानों को बताए और कहा कि भाजपा की गलत नीतियों के कारण ही आज मध्यप्रदेश का युवा बैरोजगार होकर बर्बाद हो गया है। इस मौके पर कांग्रेस नेता नाथूसिंह राठौर, नीमच विधानसभा युवा कांग्रेस अध्यक्ष हरगोविंद दीवान भी मौजूद थे।
प्रेम, सदभाव, प्रगति का प्रमुख आधार है— राजरत्नविजय
नीमच 28 मार्च। जहां आपस में प्रेम सदभाव होता है वह प्रगति का प्रमुख आधार है। प्रेम से रहने पर प्रसिदिध आती है। प्रसिदिध नहीं मिले तो कोई बात नहीं, किन्तु सिदिध मिलना आवश्यक है। उक्त् अमृत उदगार मुनि परवर श्री राजरत्न विजयजी महाराज ने कही। वे आराधना भवन पुस्तक बाजार में आयम्बिल ओली आराधना उजमणा नवान्हिका प्रभु महोत्सव के अंतर्गत 28 मार्च को प्रातः 9 बजे आयोजित धर्मसभा में उपस्ािित जनसमूह को सम्बोधित कर रहे थे। धार्मिक नवान्हिका महोत्सव पू. पन्यास श्री निपुणरत्न विजयजी म.सा. के पावन मार्गदर्षन एवं निश्रा में मनाया जा रहा है। अमृत महोत्सव की धर्मसभा में मुनिराज ने कहा कि विनय विवेक, प्रसन्न मन, निरोगी शरीर, सिदिध सुख सभी पुण्य से मिलते है। धन के साथ विवेक मिलने धर्म का पुण्य मिलता है। वर्तमान में शील सदाचार का पतन हो गया है। सदाचार रहेगा तो धर्म रहेगा। अच्छे खानदान में जन्मे है हम अपने शील की रक्षा करें तो सदाचार बढेगा। मानव जीवन में पहला सुख निरोगी काया है। शील का पालन जहां है, वहां संस्कार हमेशा रहता है। परमात्मा की भक्ति् कीचिंत परेशानी, कीचिंत प्रसन्नता मिलती है। मन प्रसन्न है तो शरीर स्वस्थ्य रहता है। महापुरूषों की वाणी सुख का मार्ग बताती है। वर्तमान शील सदाचार का पतन प्रगतिशील राष्ट्र के लिए चिंता का विषय है। मनीश्री ने कहा कि भोजन झूठा नहीं छोडना चाहिए और झूठे मुंह बोलना भी नहीं चाहिए। महोत्सव की श्रृंखला में रात्रि आठ बजे जैन भवन में विभिन्न भजन प्रस्तुति किए गए। जिसमें समाजन बडी संख्या में सहभागी बने।
108 पाश्वनाथ महापूजन में उमडे श्रद्दालु
नीमच। श्री निपुणरत्न विजयजी म.सा.एवं मुनिप्रवर श्री राजरत्नविजयजी म.सा. की पावन निश्रा एवं मार्गदर्षन में श्री जैन ष्वेताम्बर भीडभंजन पाष्र्वनाथ मंदिर ट्रस्ट के सानिध्य में सगरावत परिवार द्वारा पिता भंवरलाल माता वज्जीबाई द्वारा जीवन में सुकृतों की अनुमोदनार्थ आयम्बिल ओली आराधना उजमण नवान्हिका प्रभु भक्ति महोत्सव की श्रृंखला में शनिवार को सिद्धपद की आराधना, भक्तामर, जैन भवन में देवबंदन श्री 108 पाष्र्वनाथ महापूजन मुकेषकुमार राकेषकुमार आंचलिया परिवार द्वारा करवाया गया। इस अवसर पर प्रभू पाश्र्व की भावे करू वंदना सहित विभिन्न भजन प्रस्तुत किए गए। मंदिर में पूजा में श्रीफल एवं नेवेद से और 108 दीपक, रांगोली सजाई गई। इस अवसर पर सैकडों महिलाएं उत्साह के साथ उपस्थित थी। विधिकारक नागेश जैन ने मंत्रोच्चार एवं भजनों के साथ पूजा—अर्चना करवाई गई।
मीठे रस से भरियोडी जिनवाणी लागे......
- जैन विद्या संस्कार प्रषिक्षण षिविर का समापन
नीमच। दिगम्बर जैन समाज नीमच के तत्वावधान में 8 दिवसीय जैन विद्या धार्मिक संस्कार षिक्षण षिविर 22 से 28 मार्च तक जैन मंदिर में उत्साह के साथ नित्य आयोजित किया गया। समाज सचिव प्रमोद गोधा ने बताया कि संस्कार सागर धार्मिक पत्रिका इन्दौर के सम्पादक ब्रम्हचारी जिनेष मलैया, ब्रह्मचारी राजेष भैया, दिनेष भैया के मार्गदर्षन में समाज के करीब 250 विद्यार्थी नित्य षिविर में मार्गदर्षन एवं दिगम्बर जैन महिला मण्डल के सहयोग से संस्कार के षिक्षण का ज्ञान अर्जित किया। शिविर में विभिन्न धार्मिक प्रतियोगिताओं के विजेता—उपविजेताओं को ट्रॉफी प्रदान कर सम्मानित किया गया। शिविर में उल्लेखनीय योगदान देने वाले समाजबंधुओं का भी सम्मान किया गया। शिविर में कक्षाएवं बच्चों के नैतिक धार्मिक संस्कारों की षिक्षा का ज्ञान प्रदान किया गया। धार्मिक प्रष्न मंच की प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। षिविर में दिगम्बर जैन महिला मण्डल की सभी सदस्याओं का योगदान उल्लेखनीय रहा। षिविर में पूजन अभिषेक षांतिधारा में पी.सी.जैन ने सहयोग किया। षिविर में 4 से 80 वर्ष आयु वर्ग के सभी समाजबंधु उत्साह से केसरिया परिधानों में भाग लिया।
इस अवसर पर उपस्थित समाजजन एवं शिविरार्थियों द्वारा जिनवाणी ग्रंथ पूजन स्थापना की गई। सभी ने सुख—समृदिध के लिए परिक्रमा भी लगाई गई। शिविर में मीठे रस से भरियोडी जीणवाणी लागे, गुरू वाणी लागे, यहां वहां, जहां तहां, मत पूछो अपनी जिनवाणी मां, दादा का दरबार सुहाना, भक्तों का भी आना जाना लगा रहता है। आदि भजनों की प्रस्तुतियां दी गई। कार्यक्रम में श्रीमति बसंतीदेवी, श्रीमति संगीता विजय सरावली, उषा कमल विनायिका, राजेश रेणू रारा, निर्मल जैन, सुभाष मिथिलेस, मधु कमल सर्राफ, राजेंद्र जैन, मनोरमा विनायिका, निर्मल विमल कासलीवाल सहित बडी संख्या में समाजजन उपस्थित थे। बच्चों ने प्रति सप्ताह में एक दिन पूजा का संकल्प लिया और अनाश्चयक वस्तु त्याग का संकल्प भी लिया।
महोत्सव में आज श्री सिदधचक्र महापूजन आज
नीमच। श्री निपुणरत्न विजयजी म.सा.एवं मुनिप्रवर श्री राजरत्नविजयजी म.सा. की पावन निश्रा एवं मार्गदर्षन में श्री जैन ष्वेताम्बर भीडभंजन पाष्र्वनाथ मंदिर ट्रस्ट के सानिध्य में सगरावत परिवार द्वारा पिता भंवरलाल माता वज्जीबाई द्वारा जीवन में सुकृतों की अनुमोदनार्थ आयम्बिल ओली आराधना उजमण नवान्हिका प्रभु भक्ति महोत्सव की श्रृंखला में आज 29 मार्च रविवार को आचार्च पद की आराधना, भक्ताम्बर पूर्वाचारियों की प्रभाववक्ता पर सुबह नौ बजे आराधना भवन में अमृत प्रवचन, देववंदन, आयम्बिल, जैन भवन में सिदधचक्र महापूजन, मनीष विमलकुमार मालू नीमच, श्रीमति फतेहकुंवर कमलचंद, कल्पना प्रवीण, गितिशा, रीतिका चौरडिया परिवार इंदौर द्वारा करवाई जाएगी।

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