उत्तराखंड की विस्तृत खबर (26 मार्च) - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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गुरुवार, 26 मार्च 2015

उत्तराखंड की विस्तृत खबर (26 मार्च)

काषीपुर,हरिद्वार व रूड़की में बिजली वितरण निजी हाथों में दिया जायेगाः सचिव ऊर्जा 

देहरादून, 26 मार्च। सचिव ऊर्जा डाॅ उमाकांत पंवार ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा उधमसिंहनगर एवं हरिद्वार में अत्यधिक विद्युत वितरण हानि को कम करने एवं राजस्व में वृद्धि करने के उद्देश्य से जनपद उधमसिंहनगर के विद्युत वितरण मण्डल काशीपुर एवं हरिद्वार के विद्युत वितरण मण्डल रूडकी को ’’इनपुट बेस डिस्ट्रीब्यूशन फ्रेन्चाइजी ’’ के माध्यम से संचालित किये जाने की सहमति कतिपय शर्तों के अधीन प्रदान की गई है। उन्होंने बताया कि इस संबंध में प्राप्त होने वाली शिकायतों के निराकरण हेतु प्राधिकरण का गठन किया जायेगा। फ्रेन्चाइजी, यूपीसीएल के वितरण लाइसेन्स के अन्तर्गत सभी कार्यों का निर्वाह एवं विद्युत उपभोक्ताओं से सीधे राजस्व का संग्रह करेगी। अनुबंध के प्रत्येक (10-20) वर्ष के लिए यूपीसीएल द्वारा न्यूनतम ऊर्जा प्राप्ति दर निर्धारित की जायेगी। उन्होंने बताया कि निविदा में, निविदादाता द्वारा इस न्यूनतम दर से अधिक की दर देनी होगी, जो निविदादाता अधिकतम दर प्रस्तुत करेगा उसे चयनित किया जायेगा। उन्होंने बताया कि राज्य के विद्युत नियामक आयोग द्वारा निर्धारित दरें फे्रन्चाइजी क्षेत्र के उपभोक्ता पर भी प्रदेश के अन्य उपभोक्ताओं की तरह लागू रहेगी। फ्रेन्चाइजी विद्युत नियामक आयोग द्वारा निर्धारित नियम व विनियम शर्तों एवं मानकों का अनुपालन सुनिश्चित करेगा। फे्रन्चाइजी कुल वार्षिक राजस्व का कम से कम 50 प्रतिशत का वितरण प्रणाली में सुधार हेतु आवश्यक पूंजीगत कार्यों में अगले 05 वर्षों तक निवेश करेगा (न्यूनतम वार्षिक राजस्व का 10 प्रतिशत) फे्रन्चाइजी द्वारा निविदा में दिये गये दर से पूंजीगत निवेश पर लाभ सम्मिलित रहेगा। यूपीसीएल द्वारा फ्रेन्चाइजी को सम्पत्ति के प्रयोग का अधिकार दिया जायेगा, सम्पत्ति पर मालिकाना हक यूपीसीएल का ही रहेगा। समस्त परिसम्पत्तियों को रख-रखाव का दायित्व फ्रेन्चाइजी का होगा, निष्प्रयोज्य सम्पत्तियां यूपीसीएल के स्टोर में जमा की जायेगी। अनुबन्ध की समाप्ति पर उपाकालि की सम्पत्तियों की मात्रा में अगर कोई कमी पायी जाती है तो फ्रेन्चाइजी से सामग्री की क्षतिपूर्ति प्रतिस्थापन मूल्य पर की जायेगी। उन्होंने बताया कि यूपीसीएल वर्तमान ऊर्जा क्रय अनुबंधों के अनुसार न्यूनतम तय मात्रा में फ्रेन्चाइजी को ऊर्जा उपलब्ध करायेगा यद्यपि ऊर्जा क्रय अनुबंध फ्रेन्चाइजी को हस्तान्तरित नहीं होंगे। फंे्रन्चाइजी को यह विकल्प होगा कि उपभोक्ता की मांग पूर्ति हेतु वह अतिरिक्त विद्युत सीधे क्रय कर सकेगा। फें्रन्चाइजी द्वारा वितरण हानियों में कमी करके अतिरिक्त लाभ कमाया जा सकेगा जिसके लिये बेहतर संचालन एवं अनुरक्षण, चोरी की रोकथाम, बिलिंग में सुधार, राजस्व की 100 प्रतिशत वसूली, अवशेषों की वसूली, परिचालन एवं अनुरक्षण खर्च में कमी, आईटी का प्रयोग करके बेहतर विद्युत वितरण प्रणाली व प्रबंधन से परिचालन खर्च में कमी से फे्रन्चाइजी को लाभ होगा। सचिव ऊर्जा द्वारा इस संबंध में प्रबन्ध निदेशक उत्तराखण्ड पावर कारपोरेशन को अग्रेतर कार्यवाही सुनिश्चित करने को कहा है। 

संचार विहीन क्षेत्र में होगी आॅफ लाईन सदस्यता, भाजपा के प्रदेष सदस्यता प्रमुख का दौरा
  • मुख्यमन्त्री की विधान सभा में विकास ठप

harish rawat
देहरादून, 26 मार्च(निस)। भाजपा के प्रदेष सदस्यता प्रमुख और पूर्व कैबिनेट मन्त्री वलवन्त सिंह भौर्याल ने कहा कि धारचूला और मुनस्यारी के साथ ही संचार विहिन क्षेत्रों में भाजपा आॅफ लाईन सदस्यता अभियान चलायेगी। संचार वाले क्षेत्रों में आन लाईन सदस्यता को बढ़ाने के लिए 28 से 30 मार्च तक विषेश सदस्यता अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमन्त्री की विधान सभा में विकास कार्य ठप हो गये है। मुख्यमन्त्री ने इस क्षेत्र के विकास और रोजगार के लिए जो वायदे किये थे वे सभी झूठे साबित हो रहे है।सदस्यता अभियान के लिए दौर पर पहुंचे भौर्याल ने धारचूला और बरम मण्डल के पदाधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने कहा कि सदस्यता अभियान में कोताही बरतने वाले पार्टी कार्यकर्ताओं को चिन्हित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सीमान्त क्षेत्र में संचार विहिन क्षेत्रों के लिए आॅफ लाईन सदस्यता अभियान हेतु सदस्यता बुक का प्रकाषन कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि संचार वाले क्षेत्रों में आॅन लाईन सदस्यता की अनिवार्यता रखी गयी है। भौर्याल ने कहा कि धारचूला और मुनस्यारी की जनता ने जिस विष्वास के साथ मुख्यमन्त्री को विधान सभा में भेजा उसे सीएम ने तोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमन्त्री की विधान सभा में सड़के पैदल मार्गो की स्थिति में है। धूल और गड्डों से युक्त सड़कों में जान हथेली पर रखकर यात्रा करनी पड़ रही है। सीमान्त के षिक्षित नौजवानों को नौकरी देने के वायदे तो मुख्यमन्त्री ने पूरा तो नहीं किया। इन क्षेत्रों में रोजगार के अवसर और ढांचा बनाने की जगह मुख्यमन्त्री केवल कांग्रेसी मूल के ठेकेदारों को ठेका देकर माला-माल कर रहे है। जनता की समस्याओं से उनका कोई लेना-देना नहीं रह गया है। प्रदेष सदस्यता प्रमुख ने धारचूला और बरम क्षेत्र के बाजारों में कैम्प लगाकर नौजवानों और महिलाओं को पार्टी की सदस्यता दिलायी। बैठक में जिलाध्यक्ष खुषाल सिंह भण्डारी, जिला सदस्यता प्रमुख दल बहादुर सिंह बाफिला, जिला सह सदस्यता प्रमुख जगत मर्तोलिया, मण्डल अध्यक्ष ओम प्रकाष कापड़ी, डम्बर सिंह चैसर, धन सिंह धामी, भीम सिंह रावत, बी.डी. जोषी, मण्डल सदस्यता प्रमुख अषोक नबियाल, विषन सिंह धामी, दीपक भट्ट, राकेष तिवारी, हरीष धामी, लीला कुंवर, पूरन ग्वाल, राम सिंह गण्डी, विजेन्द्र सिंह, खुषाल गर्खाल सहित दर्जनों पदाधिकारी मौजूद थे। 

कश्मीर की गलत तस्वीर होती है पेष, जेएमके में राश्ट्रवाद अभी भी जिन्दा
  • देवभूमि विचार मंच की गोश्ठी आयोजित

देहरादून, 26 मार्च(निस)।  अखिल भारतीय सह सम्पर्क प्रमुख डाॅ. अरूण ने कहा कि पूरी दुनिया में जम्मू-कष्मीर की गलत तस्वीर पेष की गयी है। जबकि कष्मीर में आजादी के पूर्व से लेकर आज तक राश्ट्रवाद वहां के कण-कण में विद्यमान है। उन्होंने कहा कि कष्मीर के 21 जिलों में अलगाववाद और आतंकवाद की कोई समस्या नहीं है। मात्र पांच जिलों की घटनाओं को कष्मीर की पहचान बनाना कतई गलत है। उन्होंने कहा कि कष्मीर की समस्या अन्र्तराश्ट्रीय शडयन्त्र के तहत पैदा की गयी है। इसके समाधान के लिए कष्मीर में लगातार जनजागरण अभियान चलाया जा रहा है। जम्मू-कष्मीर अध्ययन केन्द्र के निर्देषक डाॅ. अरूण धारचूला में देव भूमि विचार मंच द्वारा आयोजित सीमा की समस्याए विशय पर आयोजित गोश्ठी को सम्बोधित कर रहे थे। डाॅ. अरूण ने कहा कि 26 अक्टूबर, 1947 को आजादी के बाद कष्मीर के विलय के वक्त एक अन्र्तराश्ट्रीय दबाव में कष्मीर के एक हिस्से को पाकिस्तान को दे दिया गया। आज कष्मीर के पांच जिलों की समस्या इसी कारण से पैदा हुई। उन्होंने बताया कि यूएन ने भी कष्मीर के इस हिस्से पर पाकिस्तान द्वारा किये गये कब्जे को अवैध ठहराया है। यूएन ने अपने फैसले में साफ तौर पर कहा है कि पाकिस्तान इस क्षेत्र से अपनी सेना को हटाये और भारत को सेना इस क्षेत्र में रखने में सहयोग करे। लेकिन पाक द्वारा इस फैसले को अभी तक स्वीकार नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि ब्रिटिष हुकूमत ने साजिष के तहत कष्मीर के एक हिस्से को पाक को देने में सहयोग कर भारत के सामने आज सीमा क्षेत्र में विवाद की समस्या को पैदा किया। उन्होंने कहा कि 20 वर्शो में कष्मीर के 21 जिलों में कोई पलायन नहीं हुआ है। जमीन नहीं बेची गयी है। जम्मू और कष्मीर में लगातार जनजागरण अभियान के माध्यम से आम जनता को पाक की हरकतों से जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि चीन के धमकी के वावजूद डैम चैक में तिरंगा फेहरा कर यहां के लोगों ने देष भक्ति की मिषाल कायम की है। डाॅ. आरूण ने कहा कि सीमा क्षेत्र में आम जनता और सेना के सहयोग से ही देष की सीमा को सुरक्षित रखा जा सकता है। भारत-तिब्बत और नेपाल सीमा के बारे में जानकारी हासिल करने के साथ ही उन्होंने कहा कि इस सीमा क्षेत्र में भी हमें गहनता से अध्ययन करते हुए पड़ोसी देषों की गतिविधियों पर ध्यान देना होगा। गोश्ठी में षामिल लोगों के द्वारा सीमा की सुरक्षा के लिए इनर लाईन जौलजीवी किये जाने की जोरदार मांग रखी गयी। सीमा क्षेत्र में इनर लाईन के हट जाने के बाद लगातार हो रही घुसपैठ पर अंकुष लगाने की मांग भी उठी। गोश्ठी की अध्यक्षता नगर पंचायत के पूर्व अध्यक्ष अषोक नबियाल ने किया। इस मौके पर संघ के प्रान्त षारीरिक प्रमुख मनोहर, विभाग प्रचारक सुनिल, जिला प्रचारक चण्डी प्रसाद, पूर्व प्रधानाचार्य के.आर. तितियाल, दौलत सिंह फकलियाल, सीआरपीएफ के पूर्व इंस्पेक्टर उत्तम सिंह दुग्ताल, कैलाष चन्द्र त्रिपाठी, कृश्णा नन्द भट्ट, कमल कार्की, प्रवीन भट्ट के साथ ही भारत और नेपाल के मीडिया कर्मी भी भारी संख्या में मौजूद थे।

राजेंद्र सिंह चुनाव संयोजक नियुक्त

देहरादून, 26 मार्च(निस)। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष किशोर उपाध्याय द्वारा भगवानपुर विधानसभा उपचुनाव में पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी की विजय सुनिश्चित करने की दृष्टि से जिला कांग्रेस कमेटी हरिद्वार के अध्यक्ष चै0 राजेन्द्र सिंह को चुनाव संयोजक नियुक्त किया गया है। प्रदेश अध्यक्ष द्वारा चै0 राजेन्द्र सिंह से अपेक्षा की गई है कि वे विधानसभा क्षेत्र के सभी वरिष्ठ कांग्रेसजनों एवं कार्यकर्ताओं व जनता से समन्वय स्थापित करते हुए पार्टी प्रत्याशी की विजय को सुनिश्चित करेंगे।  

गांव वाले भूले गौरी देवी का जन्मदिन

देहरादून, 26 मार्च(निस)। दुनिया में पर्यावरण आंदोलन की अलख जगाने वाली चिपको आंदोलन की प्रणेता गौरा देवी के जन्मदिन को उनके ही गांव वाले भूल गए। यही वजह है कि उनके जन्मदिन पर किसी कार्यक्रम का आयोजन नहीं हुआ। हालांकि गोपेश्वर में मूल निवासी संघ व पीजी कॉलेज प्रशासन की ओर से उनके जन्मदिन पर संगोष्ठी का आयोजन कर उनके कार्याे को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया गया। जोशीमठ विकासखंड के रैंणी गांव में जन्मी गौरा देवी ने चिपको आंदोलन की अगुवाई कर पूरी दुनिया में उत्तराखंड का नाम रोशन किया था, लेकिन आज उनके गांव रैंणी के लोग ही उन्हें भूल गए हैं। यही वजह है कि गौरा देवी के जन्मदिन पर रैंणी गांव में कोई भी कार्यक्रम आयोजित नहीं किया गया। हालांकि जिला मुख्यालय गोपेश्वर में गौरा देवी के जन्मदिन पर राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय गोपेश्वर सभागार में पर्वतीय महिलाएं एवं पर्यावरण संरक्षण विषय पर गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में एनसीसी, समाजशास्त्र, इतिहास विभाग के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। शिक्षकों ने छात्र-छात्राओं का आह्वान किया कि गौरा देवी के आदर्शाे पर चलकर पर्यावरण समेत समाज सेवा के अन्य कार्याे के लिए आगे आएं। इस अवसर पर डॉ.बीसी शाह, संदीप सिंह नेगी, डॉ.गीता रावत, दर्शन सिंह नेगी, प्रकाश फस्र्वाण समेत कई लोग मौजूद थे। दूसरी ओर मूल निवासी संघ ने भी गौरा देवी को उनके जन्मदिन पर याद किया। संघ की ओर से गोपेश्वर में गोष्ठी का आयोजन किया गया। निर्णय लिया गया कि मूल निवासी संघ से जुड़ा प्रत्येक व्यक्ति पर्यावरण संरक्षण के अलावा जल स्रोतों को बचाने के लिए भी कार्य करेगा। इस अवसर पर मुरारी लाल, धनपति शाह, त्रिलोक चंद्र सोनी, रणजीत सिंह, बच्चन सिंह रावत, विनीत अग्रवाल समेत कई लोगों ने विचार व्यक्त किए।

यात्रा के दौरान होगी हेलीकाॅप्टर सेवाओं की धूम

देहरादून, 26 मार्च(निस)। केदारनाथ यात्रा में इस बार हेलीकॉप्टर सेवाओं की धूम रहने वाली है। दो बड़े हेलीपैड बनने के बाद केदारनाथ में दस से अधिक हेलीकॉप्टर एक साथ उतर सकते हैं। इससे हवाई सेवाओं से अधिक से अधिक यात्री बाबा के दर्शनों को पहुंच सकते हैं। पांच हवाई कंपनियां गत दो वर्षाे से हवाई सेवाएं केदारनाथ में दे रही हैं। इसमें पवन हंस व प्रभातम हवाई सेवा पिछले आठ साल से लगातार सेवाएं दे रहे हैं। पूर्व में केदारनाथ में मात्र दो हेलीपैड होने से दो ही हेलीकॉप्टर एक बार में लैंड कर सकते थे, लेकिन वर्तमान में नेहरू पर्वतारोहण संस्थान ने केदारनाथ मंदिर के पीछे 40 गुणा 80 मीटर लंबा हेलीपैड बनाया है, जिसमें एक साथ पांच हेलीकॉप्टर उतर सकते हैं। इसके साथ ही केदारनाथ बेस कैंप में भी एमआई-26 हेलीकॉप्टर के उतरने के लिए सौ गुणा पचास मीटर बड़ा हेलीपैड बनाया गया था, जिसमें भी हेलीकॉप्टर उतरने की संभावना है।

दून में दुनिया भर के खिलाड़ी दिखाएंगे टेनिस में दम

देहरादून, 26 मार्च(निस)। शांति टेनिस अकादमी देहरादून में 28 मार्च से दुनिया भर के टेनिस खिलाडियों के खेल का जलवा दिखाई देगा।  टूर्नामेंट की विजेता खिलाड़ी को 10 हजार यूएस डॉलर की पुरस्कार राशि मिलेगी। टूर्नामेंट में देहरादून की खिलाड़ी सांची बेलवाल को वाइल्ड कार्ड एंट्री दी गई है।  उत्तरांचल टेनिस एसोसिएशन के तत्वावधान में 28 मार्च से आईटीएफ-महिला टूर्नामेंट की शुरुआत होगी। एसोसिएशन के अध्यक्ष एसके भगत ने बताया कि शांति टेनिस अकादमी में छठी बार टूर्नामेंट का आयोजन हो रहा है। प्रतियोगिता में ऑस्ट्रेलिया, ताईपे, इंडोनेशिया, थाईलैंड, इजराइल, सिंगापुर, यूएसए आदि देशों की महिला खिलाड़ी प्रतिभाग करेंगी। वहीं प्रार्थना थोमबरे, ऋषिका सुकारा, निशि चिलुमूला, भुवना कालवा, वैष्णवी, श्वेता राणा, प्रेरणा भांबरी, स्नेहा देवी रेड्डी, वनीय दंगवाल आदि भारतीय खिलाड़ी भी इसमें हिस्सा लेंगी। उन्होंने बताया कि टूर्नामेंट में 28-29 को क्वालीफाइंग राउंड खेले जाएंगे और 30 मार्च से मुख्य ड्रॉ के मुकाबले शुरू होंगे। इसमें 32 खिलाडियों ं का एकल मेन ड्रॉ बनेगा, जिसमें 20 खिलाडियों को रैंकिंग के आधार पर सीधे एंट्री मिलती है। चार खिलाडियों को वाइल्ड कार्ड एंट्री और 8 खिलाडियों को क्वालीफाइंग राउंड से प्रवेश मिलेगा। वहीं युगल वर्ग में 16 टीमों का ड्रॉ बनेगा। टूर्नामेंट में ग्रैंड स्लेम टूर्नामेंट में अंपायरिंग का दायित्व निभा चुके अंतरराष्ट्रीय अंपायर शीतल अय्यर मुख्य रेफरी हैं। इस दौरान अशोक कुमार, वरुण वालिया, वीएस चैहान, प्रदीप वालिया, हरीश मोहन बंगारी, अरुण सक्सेना, राजीव कुमार आदि मौजूद थे।

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