भारत और फ्रांस ने दोनों देशों के संबंधों की तथा रक्षा, परमाणु ऊर्जा, आर्थिक, साँस्कृतिक एवं शैक्षणिक क्षेत्र में सहयोग तथा दोनों देशों के लोगों के बीच संबंधों के बढ़ाने के उपायों पर विचार विमर्श किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र माेदी ने तीन देशों की यात्रा के पहले चरण में आज पेरिस में यहाँ के राष्ट्रपति फ्राँस्वा होलांदे के साथ द्विपक्षीय शिखर बैठक में आपसी रिश्तों को आगे ले जाने के बारे में चर्चा की। फ्रांस ने यमन में अराजक स्थिति के बीच भारत द्वारा चलाये गये आपरेशन राहत में उसके नागरिकों को सुरक्षित निकालने में मदद के लिये भारत का आभार जताया और मुुंबई हमले के आरोपी खूँखार आतंकवादी जकीउर्रहमान लखवी की रिहाई को विश्व के लिये चिंता की बात कहा। सूत्रों के अनुसार परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में जैतापुर संयंत्र की स्थापना आैर रक्षा क्षेत्र में मध्यम रेंज वाले बहुउपयोगी लडाकू विमान राफाल के सौदे पर भी बात हुई है।
हालाँकि इसका विवरण अभी नहीं मिल पाया है। सूत्रों के अनुसार भारत ने फ्रांसीसी रक्षा कंपनी डसाल्ट राफाल और हिन्दुस्तान एरोनोटिक्स लिमिटेड के बीच पिछले तीन वर्षों से जारी अटकी बातचीत को दरकिनार कर सीधे सरकार से विमान सौदे के बारे में बात करने का निर्णय लिया है। सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री ने फ्रांस के काराेबारी और रणनीतिक रिश्तों को नई ऊँचाइयों तक ले जाने के संकल्प का परिचय देते हुए दोनों देशों के बीच गंगा स्वच्छता, हाईस्पीड रेलवे एवं स्टेशन विकास, कचरा प्रबंधन और स्मार्ट सिटी परियोजना के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने की इच्छा का इजहार किया। इससे पहले श्री मोदी ने सबसे पहले फ्रांंस के आधारभूत ढाँचा क्षेत्र और रक्षा उत्पादन क्षेत्र के उद्योगपतियों से दो समूहों में मुलाकात की और उनके समक्ष मेक इन इंडिया के कार्यक्रम की जानकारी दी।

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