जनता परिवार एक धोखा: पासवान - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


शुक्रवार, 17 अप्रैल 2015

जनता परिवार एक धोखा: पासवान

केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने ‘जनता परिवार’ के छह राजनीतिक दलों के विलय को आज ‘धोखा’ करार दिया और इस बात पर हैरानी जताई कि क्या यह वास्तविक है क्योंकि नयी पार्टी का नाम, झंडा और निशान तय नहीं है.

लोजपा नेता ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘जनता परिवार एक धोखा है. इसके नेताओं के इरादे साफ नहीं हैं और वे देश के लोगों को धोखा दे रहे हैं.’’

उन्होंने सवाल किया, ‘‘किसी को शरद यादव से यह सवाल करना चाहिए कि उनका किस पार्टी से ताल्लुक है और उनका क्या पद है. उन्होंने मुलायम सिंह यादव को नयी पार्टी का अध्यक्ष बना दिया है. परंतु पार्टी कहां है? वह किस पार्टी के अध्यक्ष हैं?’’ लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा के साथ हाथ मिलाने से पहले पासवान खुद जनता परिवार धड़े का हिस्सा थे.

कोई टिप्पणी नहीं: