प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कनाडा से भारत के लिए रवाना हुए - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शुक्रवार, 17 अप्रैल 2015

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कनाडा से भारत के लिए रवाना हुए

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी फ्रांस, जर्मनी और कनाडा तीन देशों की अपनी यात्रा को संपन्न कर शुक्रवार रो स्वदेश रवाना हो गए। यात्रा के दौरान फ्रांस के साथ 36 रफाल विमानों की आपूर्ति और कनाडा के साथ यूरेनियम करार सहित विभिन्न महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए।

कनाडा से भारत के लिए कूच करने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फेयरवेल डिनर के दौरान कहा कि भारत और कनाडा के बीच सामर्थ्य और संभावनाओं का मेल हुआ। उन्होंने कहा, दोनों देशों के बीच की बाधाएं अब सेतु में बदल गई हैं। उन्होंने कनाडा के प्रधानमंत्री के साथ रात्री भोज किया। मोदी ने कहा, 'मुझे यह यात्रा हमेशा याद रहेगी। मुझे यकीन है कि भारत और कनाडा आगे भी मिलकर एक साथ चलेंगे.' उन्होंने कहा, 'बाधाएं अब सेतु में बदल गई हैं। उम्मीद है कि मेरी यात्रा से दोनों देशों के बीच साझेदारी की एक नई शुरुआत होगी।'

उन्होंने कहा, 'मेरी यह यात्रा इसलिए ऐतिहासिक नहीं है, क्योंकि भारत का प्रधानमंत्री 42 साल बाद यहां आया है, बल्कि यह इसलिए ऐतिहासिक है क्योंकि इतने लंबे अंतराल के बावजूद दूरियां पलों में खत्म हो गईं।' मोदी ने कहा, मुझे यकीन है कि दोनों देश मिलकर आगे बढ़ेंगे। मोदी बोले, 1.2 बिलियन भारतीयों की ओर से 1.2 मिलियन कनाडाई भारतीयों को शुभकामनाएं। इससे पहले मोदी ने शुक्रवार को कनाडा की अपनी यात्रा के आखिरी दिन वैंकूवर पहुंचे और उन्होंने यहां एक मंदिर और गुरुद्वारा में जाकर मत्था टेका था। वैंकूवर में पीएम पहले गुरुद्वारा खालसा दीवान गए और मत्था टेका। इस दौरान कनाडा के पीएम स्टीफ़न हार्पर भी उनके साथ थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुद्वारे में सिख समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि उनका सिख समुदाय से खून का रिश्ता है। पीएम ने कहा कि सिख समुदाय के लोग कनाडा में खेती करने आए थे, लेकिन आज कनाडा की पहचान में सिख समुदाय के लोगों का अहम योगदान है।

गुरुद्वारे के बाद मोदी लक्ष्मी नारायण मंदिर भी गए, जहां उन्होंने योग के बारे में अपनी राय रखी। पीएम ने योग दिवस घोषित किए जाने पर संयुक्त राष्ट्र का धन्यवाद भी किया। इससे पहले कनाडाई कंपनियों को भारत में निवेश के लिए आमंत्रित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे कहा कि उनकी सरकार सुधारों पर तेजी से आगे बढ़ रही है और उसने रेलवे, बीमा और आवास जैसे क्षेत्रों को खोल दिया है।

मोदी ने गुरुवार को 30 शीर्ष कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों से कहा ‘‘कनाडा में क्षमता है। भारत अवसर मुहैया कराता है। यदि दोनों को मिला दें तो आप अंदाजा लगा सकते हैं कि यह संबंध कितनी ऊंचाई तक जा सकता है।’’ प्रधानमंत्री ने मुख्य कार्यकारी अधिकारियों से कहा कि भारत-कनाडा के संबंध में कई तरह की क्षमताएं और मौके हैं।

गुरुवार को प्रधानमंत्री मोदी ने टोरंटो में स्टीफन हार्पर के साथ एयर इंडिया स्मारक जाकर उन 329 लोगों को श्रद्धांजलि दी, जो साल 1985 में कनिष्क विमान हादसे में मारे गए थे। दोनों प्रधानमंत्रियों ने स्मारक पर श्रद्धासुमन अर्पित किए और वहां मौजूद उन लोगों से बातचीत की, जिन्होंने उस आतंकी हमले में अपने प्रियजनों को खो दिया। यह स्मारक साल 2007 में बना था। मांट्रियाल से नई दिल्ली जा रहा एयर इंडिया के विमान कनिष्क 23 जून, 1985 को धमाके से उड़ा दिया गया था। इस आतंकी हमले में 329 लोग मारे गए थे, जिनमें से अधिकांश भारतीय मूल के कनाडाई नागरिक थे। प्रधानमंत्री ने अपनी रवानगी से पहले ट्वीट किया, ‘‘गहन संतोष के साथ मैं कनाडा से रवाना हो रहा हूं। यह यात्रा भारत-कनाडा संबंधों को और मजबूती प्रदान करेगी। कनाडा के लोगों का बहुत बहुत शुक्रिया।’’

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