शिवसेना ने मंगलवार को अहमदनगर से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद दिलीप एम. गांधी के उस बयान की आलोचना, जिसमें उन्होंने कैंसर और तंबाकू के बीच कोई संबंध नहीं होने की बात कही थी। पार्टी ने कहा कि इस बयान के लिए उन्हें नोबेल पुरस्कार दिया जाना चाहिए। शिवसेना की ओर से यह टिप्पणी दिलीप के पिछले सप्ताह दिए गए उस बयान के बाद आई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि तंबाकू को कैंसर की वजह मानना गलत होगा। उनके इस बयान ने भारत और दुनियाभर के चिकित्सा जगत को चौंका दिया था।
शिवसेना ने कहा है कि गांधी के उस दावे से दुनियाभर का चिकित्सा जगत हैरान है कि इसका कोई प्रमाण नहीं है कि कैंसर की वजह तंबाकू है और तंबाकू खाना पचाने में मददगार है। शिवसेना ने मंगलवार को पार्टी के मुखपत्र 'सामना' के संपादकीय में लिखा, ''यह मत पूछिए कि उन्होंने (दिलीप) इस बारे में कब या कैसे शोध किया, लेकिन उन्होंने गुटखा व तंबाकू लॉबी पर बहुत बड़ा एहसान किया है। वहीं, तंबाकू विरोधी कार्यकर्ताओं को आहत किया है।''
शिवसेना ने गांधी के बयान को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि एक ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तंबाकू-रोधी अभियान शुरू किया है, जबकि दूसरी ओर उनकी पार्टी के सांसद लोगों के बीच 'बिंदास हो तंबाकू खाओ, कैंसर की फिक्र भगाओ' का प्रचार कर रहे हैं। पार्टी ने कहा कि मोदी ने पूरे देश की स्वच्छता का बीड़ा उठाया है, लेकिन उन्हें पहले उन लोगों पर नकेल कसनी चाहिए जो तंबाकू चबाकर सार्वजनिक जगहों पर यहां-वहां थूकते फिरते हैं।
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