रक्षा मंत्री पर्रिकर ने पहली स्वदेशी पनडुब्बी लांच किया - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


मंगलवार, 7 अप्रैल 2015

रक्षा मंत्री पर्रिकर ने पहली स्वदेशी पनडुब्बी लांच किया

रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने मझगांव डॉकयार्ड लिमिटेड में स्वदेशी तकनीक से निर्मित हो रही पहली पनडुब्बी स्कॉर्पियन को सोमवार को लांच किया। स्कॉर्पियन भारतीय नौसेना के पनडुब्बी कार्यक्रम की महत्वाकांक्षी परियोजना 75 का हिस्सा है। यह कार्यक्रम फ्रांस के सहयोग से चल रहा है। इसके तहत अगले कुछ वर्षो में नौसेना के बेड़े में इसी तरह की छह पनडुब्बियां शामिल की जाएंगी।

भारतीय नौसेना की स्कॉर्पियन श्रेणी की छह स्टील्थ पनडुब्बियों में से पहली ‘कलवारी’ को आज गोदी से बाहर लाया गया । इसके साथ ही पनडुब्बी के समुद्री परीक्षण और सितंबर 2016 में नौसैनिक बेड़े में शामिल करने का रास्ता प्रशस्त हो गया है। राडार पर नजर नहीं आने वाली इस पनडुब्बी को गोदी से बाहर लाये जाने के कार्यक्रम में रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर भी मौजूद थे। उन्होंने चेताया कि आगे से किसी भी परियोजना में देरी होने पर जुर्माना लगेगा और जल्दी काम पूरा करने पर पुरस्कृत किया जाएगा।

भारतीय नौसेना के लिए छह स्कॉर्पियन श्रेणी की स्टील्थ पनडुब्बियों का निर्माण मझगांव लिमिटेड फ्रांस के एक फर्म डीसीएनएस के साथ मिलकर कर रहा है। इस परियोजना को ‘प्रोजेक्ट 75’ का नाम दिया गया है । इसमें पहले ही करीब 40 महीने की देरी हो चुकी है । इसकी पहली पनडुब्बी 2012 में नौसेना को सौंपी जानी थी, हालांकि अब इसकी तिथि बढ़ाकार सितंबर 2016 कर दी गयी है।

नौसेना ने कहा कि परियोजना अब पटरी पर लौट आयी है और बाकि पांच पनडुब्बियों के सौंपे जाने की समयसीमा कम कर दी गयी है। पर्रिकर ने रक्षा क्षेत्र की सार्वजनिक गोदियों यानी एमडीए और गोवा शिपयार्ड से अगले तीन साल में अपना उत्पादन दोगुना करने को कहा है। उन्होंने कहा, ‘मैंने रक्षा क्षेत्र के सभी सार्वजनिक उपक्रमों को अगले तीन साल में अपना उत्पादन दोगुना करने को कहा है।’

कोई टिप्पणी नहीं: