शिवसेना जैतापुर पावर प्लांट समझौते से नाराज - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शनिवार, 11 अप्रैल 2015

शिवसेना जैतापुर पावर प्लांट समझौते से नाराज

 परमाणु ऊर्जा को लेकर भी फ्रांस के साथ अहम करार हुआ है. जैतापुर में फ्रांस के सहयोग से NPCIL छह न्यूक्लियर प्लांट लगाएगी जिसका इस्तेमाल बिजली बनाने में होगा.  जैतापुर न्यूक्लियर प्लांट पर फ्रांस के साथ सहयोग की बातचीत से शिवसेना नाराज हो गई है. शिवसेना जैतापुर प्लांट का शुरू से विरोध कर रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति ओलांद की मुलाकात में भारत में 6 परमाणु सयंत्र शुरू करने और 36 राफेल लड़ाकू विमान खरीदने के लिए समझौता हुआ है .

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति ने मुलाकात के बाद एक साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस की जिसमें इन समझौतों का एलान किया गया . जैतापुर में फ्रांस के सहयोग से NPCIL न्यूक्लियर प्लांट लगा रही है जिसका इस्तेमाल बिजली बनाने में होगा . फ्रांस के राफेल लड़ाकू विमान खरीद सौदे को लेकर लम्बे समय से चल रही वार्ता में आज सफलता मिली और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने घोषणा की कि भारत, फ्रांस से उड़ान भरने के लिए तैयार अवस्था में 36 राफेल विमान खरीदेगा. भारत और फ्रांस के बीच 12 अरब डालर मूल्य के 126 राफेल लड़ाकू विमान की खरीद के लिए पिछले तीन वर्षों से बातचीत चल रही थी.

राफेल लड़ाकू विमान के बारे में बातचीत इसकी कीमत और देसाल्त एविएशन की ओर से सरकारी स्वामित्व वाले हिन्दुस्तान एयरोनाटिक्स लिमिटेड द्वारा बनाए जाने वाले 108 विमानों के लिए गारंटी देने में हिचकिचाहट के कारण फंसी हुई थी. साझा वक्तव्य के पूर्व फ्रांस के राष्ट्रपतिओलोंद ने सीईओ फोरम में घोषणा की कि फ्रांस, भारत में दो अरब यूरो निवेश करेगा.

मोदी ने कहा, ‘भारत से बड़ा कोई अन्य बाजार नहीं है. यह पिछले छह महीने में तेजी से वृद्धि दर्ज करने वाली अर्थव्यवस्था हो गई है. विश्व बैंक, मूडी जैसी अन्य एजेंसियों ने एक स्वर से कहा है कि भारत सबसे तेज गति से बढ़ता राष्ट्र है.’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘ऐसा देश पाना दुर्लभ है जहां सरकार विकास को प्रतिबद्ध हो साथ ही आबादी का लाभ भी हो. निवेशक आमतौर पर बौद्धिक संपदा की सुरक्षा को लेकर चिंतित रहते हैं. केवल भारत जैसा लोकतंत्र ही इसकी गारंटी दे सकता है.’

सीईओर फोरम को संबोधित करते हुए ओलोंद ने कहा, ‘हम फ्रांस की कंपनियों के जरिये भारत में सतत विकास के लिए 2 अरब यूरो का सहयोग देने को तैयार हैं.’ उन्होंने कहा कि फ्रांस, भारत में रेलवे जैसे शहरी आधारभूत ढांचे के विकास, रक्षा और परमाणु क्षेत्र में सहयोगी बनेगा. मोदी ने की फ्रांसीसी राष्ट्रपति से ‘नाव पे चर्चा’ : नरेंद्र मोदी और फ्रांसीसी राष्ट्रपति ओलोंद ने शुक्रवार को ला सीन नदी में क्रूज पर सवार होकर आपसी बातचीत की जिसे ‘‘नाव पे चर्चा’’ कहा गया. नाव से नदी में सैर करने समय ओलोंद मोदी को विभिन्न क्षेत्रों का ब्यौरा देते देखे गए.

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