- कैट ने प्रधानमंत्री से अगले मन की बात कार्यक्रम को व्यापारियों से जोड़ने का आग्रह किया
" प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा देश के छोटे व्यवसायिओं को लिखे खुले पत्र को देख कर देश भर के व्यापारियों को बेहद अचरज हुआ क्योंकि देश में पहली बार किसी प्रधानमंत्री ने दशकों से उपेक्षित छोटे व्यवसायी वर्ग को सम्बोधित करते हुए खुले पत्र में खुले दिल से देश की अर्थव्यवस्था और राष्ट्रीय विकास में उनकी महत्वत्ता को स्वीकार किया है ! व्यापारियों के शीर्ष संगठन कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने प्रधानमंत्री के खुले पत्र के जवाब में आज उन्हें एक पत्र भेज कर कहा है की उन्होंने अपनी इस पहल से देश के करोड़ों छोटे व्यवसायिओं और उनके परिवारों का दिल जीता है और इस हेतु प्रधानमंत्री साधुवाद और आभार के पात्र हैं !अपने पत्र में कैट ने प्रधानमंत्री से आग्रह किया है की जिस प्रकार पिछली बार उन्होंने से किसानों से बात की थी इस बार मन की बात कार्यक्रम में वो व्यापारियों से बात करें !
कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री बी.सी.भरतिया एवं राष्ट्रीय महामंत्री श्री प्रवीन खण्डेलवाल ने प्रधानमंत्री की इस पहल की सराहना करते हुए कहा की अब सरकार में बैठे अन्य लोगों के लिए यह समझने का वक़्त है की छोटे व्यापारियों को यूँ ही नहीं टाला जा सकता और प्रधानमंत्री द्वारा अपने पत्र में छोटे व्यवसायिओं की महत्वत्ता को दर्शाने को समझना होगा ! प्रधानमंत्री ने अपने पत्र में कहा है की " बहुत सोचते हैं की बड़ी कंपनियां प्रभावी हैं जबकि वास्तविकता में लगभग साढ़े पांच करोड़ से अधिक छोटे ईकाइयां अर्थव्यवस्था को चला रही हैं "! प्रधानमंत्री ने अपने खुले पत्र में यह कह कर सोच का दृष्टिकोण कॉर्पोरेट से नॉन कॉर्पोरेट सेक्टर की ओर बदल दिया है ओर व्यापारियों को उम्मीद है की अब उनके लिए अच्छी समर्थन नीतियां लागू होंगी !
श्री भरतिया एवं श्री खण्डेलवाल ने कहा की व्यापारी समुदाय पत्र में प्रधानमंत्री की प्रतिबध्दता " मैं आपके हाथ मजबूत करने के लिए कटिबध्द हूँ " को लेकर बेहद उत्साही है ! इस से साफ़ झलकता है की सरकार की प्राथमिकता छोटे व्यवसायिओं को सरल प्रणाली, आसानी से वित्त उपलब्ध कराना ओर बेहद कम कागजी कार्यवाही से युक्त करना है ! यह और भी अच्छी बायत है की प्रधानमंत्री ने अपने पत्र में व्यवसायिओं की अगली पीढ़ी पर भी ध्यान देते हुए उनकी आकांक्षाओं और बदलते मानसिक वातावरण को समझा है और उनके लिए तकनीक पर ध्यान देते हुए सेतु ( सेल्फ एम्प्लॉयमेंट एंड टैलेंट यूटिलाइजेशन) एवं ऐम ( अटल इनोवेशन मिशन ) जैसी योजनाएं परिभाषित की हैं जिस से उनकी प्रतिभा को और अधिक अच्छा किया जा सके ! कैट ने कहा है की देश का व्यापारी वर्ग इन योजनाओं को अपनाएगा एवं और अधिक बेहतर तरीके से राष्ट्र निर्माण में जुटेगा !

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