लखवी की रिहाई पर अमेरिका ने जताई नाराजगी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शनिवार, 11 अप्रैल 2015

लखवी की रिहाई पर अमेरिका ने जताई नाराजगी

मुंबई पर 26/11 को हुए आतंकी हमलों के मास्टरमाइंड जकीउर रहमान लखवी की रिहाई पर अमेरिका ने सख्त नाराजगी जताई है. अमेरिका ने आतंकवाद के मुद्दे पर पाक को गंभीरता दिखाने की नसीहत दी है. अमेरिकी विदेश मंत्रालय के उप प्रवक्ता जेफ रथके ने कहा है कि हमने अपनी चिंताओं से पाकिस्तान के आला अधिकारियों को अवगत करा दिया है. रथके ने ये भी कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई सभी देशों की जिम्मेदारी है. मुंबई हमले के गुनहगारों को पकड़ने के लिए पाकिस्तान को गंभीरता दिखानी चाहिए. अमेरिका ने शुक्रवार को लखवी की रिहाई को लेकर पाकिस्तान में अधिकारियों से बात की थी. अमेरिका ने मामले में पूरे सहयोग करने के लिए पाकिस्तान से कहा था.

लखवी की रिहाई पर भारत ने पाकिस्तान के सामने कड़ा विरोध जताते हुए कहा कि इस नकारात्मक घटनाक्रम से यह अवधारणा मजबूत हुई है कि पाक की आतंकवादियों से निपटने की दोहरी नीति है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, ‘हमारे उच्चायुक्त ने पाकिस्तान के विदेश सचिव के सामने मुंबई आतंकवादी हमले के मुख्य आरोपी की रिहाई पर हमारी कड़ी चिंता जताई है. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इससे यह अवधारणा मजबूत हुई है कि पाकिस्तान की आतंकवादियों से निपटने की दोहरी नीति है और जिन्होंने हमले किए या जो भारत के प्रति खतरा हैं उनसे अलग तरीके से निपटा जा रहा है. उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि यह द्विपक्षीय संबंधों में अभी तक का सर्वाधिक नकारात्मक घटनाक्रम है’.

मुंबई हमले के गुनहगार जकीउर रहमान लखवी की रिहाई के बाद भारत को फ्रांस का साथ मिला है. फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने भी लखवी की रिहाई को लेकर चिता जाहिर की है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने बताया, 'फ्रांसिसी प्रतिनिधिमंडल के एक सदस्य ने पाकिस्तान में लखवी की रिहाई को दुर्भायपूर्ण बताया और कहा कि यह भारत या विश्व दोनों के लिए अच्छा नहीं है.' उन्होंने कहा, 'इस मुद्दे पर फ्रांस भारत के साथ एकजुटता व्यक्त करता है.'

पाकिस्तान ने लखवी की रिहाई के लिए भारत के सहयोग में देरी को जिम्मेदारी ठहराया. पाकिस्तान कह रहा है कि भारत ने जरूरत से ज्यादा देरी की इस वजह से लखवी का मामला उलझ गया. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता तसनीम असलम ने कहा, ‘जैसा कि मैं पहले भी कह चुकी हूं कि भारत द्वारा सहयोग करने में अत्यधिक देरी से मामला जटिल हुआ. हम न्यायिक प्रक्रिया का सम्मान करते हैं और हमें विश्वास है कि इंसाफ के उद्देश्य की पूर्ति होगी.’ उन्होंने कहा, ‘मुम्बई हमले के संदिग्धों का मामला अदालत के सामने विचाराधीन है. ऐसे वक्त में आतंकवाद से लड़ने के प्रति पाकिस्तान की कटिबद्धता पर संदेह प्रकट करना उचित नहीं होगा, जब पाकिस्तान आतंकवाद की बुराई को हराने के अहम चरण में प्रवेश कर चुका है.’

आतंकी लखवी साल 2008 में मुंबई पर हुए हमले के बाद 2009 में गिरफ्तार कर लिया गया था. गुरुवार को लाहौर कोर्ट ने लखवी की तुरंत रिहाई के लिए आदेश दिए थे, जिसके बाद लखवी को शनिवार को रिहा कर दिया गया.

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