डाॅ अम्बेड़कर जयंती समारोह में शामिल होंगे परिवहन मंत्री
भारत रत्न डाॅ भीमराव अम्बेड़कर जयंती समारोह 14 अपै्रल को जिला मुख्यालय पर आयोजित मुख्य समारोह में परिवहन, विज्ञान और टेक्नोलाॅजी, लोक सेवा प्रबंधन, जन शिकायत निवारण विभाग मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह शामिल होंगे। परिवहन मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह का प्राप्त दौरा कार्यक्रम अनुसार मंगलवार 14 अपै्रल की प्रातः 11 बजे कार द्वारा भोपाल से प्रस्थान कर दोपहर 12 बजे विदिशा आएंगे और डाॅ अम्बेड़कर चैराहा पीतल मील में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होगे। परिवहन मंत्री दोपहर 12.30 बजे विदिशा से खुरई के लिए रवाना होंगे।
कलेक्टर एवं एसपी ने स्टील सायलो प्रक्रिया का जायजा लिया
विदिशा जिले में पहली बार समर्थन मूल्य पर किसानों से क्रय किए गए गेहूं के भण्डारण हेतु स्टील सायलो का उपयोग किया जाने लगा है। जिसका आज सोमवार को कलेक्टर श्री एमबी ओझा और पुलिस अधीक्षक श्री धर्मेन्द्र चैधरी ने संयुक्त रूप से जायजा लिया। इस अवसर विदिशा एसडीएम श्री आरपी अहिरवार भी साथ मौजूद थे। कलेक्टर श्री ओझा को स्टील सायलो के मैनेजर श्री सुनील कुमार ने पूरी प्रक्रिया की जानकारी दी। कलेक्टर श्री ओझा ने इस दौरान किसानों से भी चर्चा की।
प्रक्रिया से अवगत
कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने स्टील सायलो उपार्जन केन्द्र पर किसानों से समर्थन मूल्य पर क्रय किए जाने वाले गेहूं के लिए क्रियान्वित प्रक्रियाओं का जायजा लिया। उपार्जन केन्द्र के प्रबंधक ने अवगत कराया कि सर्व प्रथम संबंधित टेªक्टर-ट्राली को प्रिन्टेड अदानी किसान पर्ची प्रदाय की जाती है जिस पर आरएफआईडी टेंग नम्बर, दिनांक, सोसायटी का नाम, किसान का नाम, गांव का नाम, जिला, वाहन का नम्बर और वाहन का प्रकार इत्यादि की जानकारी अंकित की जाती है। इसके पश्चात् इलेक्ट्राॅनिक कांटे पर समुचित ट्राली का वजन लिया जाता है। तदोपरांत गेहूं की क्वालिटी का परीक्षण किया जाता है और नियत स्थल पर ट्राली से गेहूं भण्डारित किया जाता है। स्टील सायलों केन्द्र से ट्राली के बाहर निकलते वक्त पुनः उसका वजन लेकर भरी ट्राली में से खाली ट्राली का वजन घटाया जाता है ताकि संबंधित कृषक का गेहूं का कुल वजन पता चल सकें। समुचित प्रक्रिया सम्पादित करने में अधिकतम दस मिनिट लगते है। कलेक्टर श्री ओझा ने स्टील सायलों के मैनेजर को निर्देश दिए कि संभव हो सकें तो रात्रि में भी खरीदी कार्य क्रियान्वित करें। मैनेजर ने बताया कि आज चार सौ किसानों को टोकन वितरित किए गए है। खरीदी केन्द्र ग्राम पठारी हवेली स्थित स्टील सायलो उपार्जन केन्द्र पर ही समर्थन मूल्य पर किसानों से गेहूं खरीदी का कार्य एक अप्रैल से प्रारंभ हो चुका है। जिसकी सूचना संबंधित क्षेत्र के दस ग्रामों के पंजीकृत कृषकों को एसएमएस से दी गई है। पठारी हवेली में बनाएं गए स्टील सायलों में दस खरीदी केन्द्रों का 25 हजार मैट्रिक टन गेहूं भण्डारित किया जाएगा। उक्त केन्द्र पर मार्केटिंग विदिशा, पैक्स विदिशा, डाबर, रंगई, खमतला, भदरवाडा गांव, लश्करपुर, पैरवारा, इमलिया एवं हांसुआ क्षेत्र के कृषकों का गेहूं उपार्जन सीधे सायलो भंडार केन्द्र से जोड़ा गया है।
क्षमता
स्टील सायलों पर प्रतिदिन लगभग तीन सौ ट्रालियों को तौलने की क्षमता है एक समय पर एक साथ 12 ट्रालियों की तुलाई की जा सकती है। इससे किसानों के समय की बचत होगी एवं तुलाई हेतु अधिक समय तक इंतजार नही करना होगा। जिले के ऐसे कृषक जिनका रकबा अधिक होने से उपार्जन अधिक होता है तो उनका गेहूं दो से तीन दिन तक खरीदी केन्द्र पर तुलता रहता है जिससे छोटे किसानों को भी अधिक समय तक इंतजार करना पड़ता है। परन्तु सायलो केन्द्र पर समस्त बडे एवं छोटे किसानों की उपज की तुलाई शीघ्र की जा सकती है।
वारदानों से मुक्ति
स्टील सायलो में बिना वारदाने के गेहूं की तुलाई कम से कम समय में की जाती है। जबकि अन्य खरीदी केन्द्रों पर वारदानो में गेहूं भरकर तुलाई की जाती है जिस कारण से तुलाई में अधिक समय लगता है। स्टील सायलो से जहां किसानों के समय की बचत और परेशानियों से एवं हम्मालांे द्वारा उनका गेहूं अधिक मात्रा में तौल लिया जाता है जैसी शिकायत से निजात मिलेगा। सायलों में किसान के समक्ष पूरी ट्राली की तौल इलेक्ट्राॅनिक तौल कांटे पर एक साथ की जाती है।
मुख्यमंत्री हेल्पलाइन की नवीन प्रक्रिया से अवगत हुए अधिकारी
आज टीएल बैठक में जिलाधिकारियों को मुख्यमंत्री हेल्पलाइन के साफ्टवेयर में इजाद की गई नवीन प्रक्रिया की जानकारी पाॅवर पे्रजेन्टेशन के माध्यम से दी गई। इस दौरान बतलाया गया कि अब मुख्यमंत्री हेल्पलाइन की दर्ज शिकायतों को समाधान आॅन लाइन में शामिल किया जाएगा। लोक सेवा गारंटी के जिला प्रबंधक श्री अमित अग्रवाल ने मुख्यमंत्री हेल्पलाइन में विभागवार प्राप्त शिकायतों की जानकारियां प्राप्त करने, ऐसी शिकायते जो विभाग से संबंधित नही है त्रुटिवश विभाग को प्रेषित की गई है। उन शिकायतों को कार्यक्षेत्र से बाहर इनबाक्स में अंकित करनी होगी। इस दौरान बतलाया गया कि एल-टू स्तर की शिकायतों का समाधान कलेक्टर स्तर पर किया जाएगा। एल-वन की शिकायतों का निराकरण संबंधित विभागों के अधिकारियों के द्वारा और एल-थ्री की शिकायतें विभाग प्रमुख के माध्यम से निराकृत की जाएगी। जिला पंचायत के सीईओ श्री सीएम मिश्रा अधिकारियों से कहा कि मुख्यमंत्री हेल्पलाइन के टोल फ्री 181 की प्राप्त शिकायतों के निराकरण के दौरान कम से कम दो से तीन आवेदकों से संवाद स्थापित करें। अपर कलेक्टर श्रीमती अंजू पवन भदौरिया ने बताया कि पांचवीं एवं आठवीं की बोर्ड परीक्षा का मूल्यांकन कार्य हेतु शिक्षा विभाग के साथ-साथ अन्य विभागों के अधिकारियों की उपस्थिति में कराया जाना है इसके लिए टीम गठित करने के निर्देश उनके द्वारा दिए गए।
कलेक्टेªट सभाकक्ष में हुई टीएल बैठक मंे मुख्यमंत्री हेल्प लाइन, मानव अधिकार आयोग, पीजी सेल, समाधान आॅन लाइन और जन शिकायत निवारण के प्राप्त आवेदनों पर अब तक संबंधित विभागों के अधिकारियों द्वारा की गई कार्यवाहियों की बिन्दुवार जानकारियां प्रस्तुत की गई। इस बैठक में संयुक्त कलेक्टर सुश्री माधवी नागेन्द्र समेत समस्त विभागों के अधिकारी मौजूद थे।

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