जयललिता एआईएडीएमके विधायक दल की नेता निर्वाचित, पन्नीरसेल्वम का इस्तीफा - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


शुक्रवार, 22 मई 2015

जयललिता एआईएडीएमके विधायक दल की नेता निर्वाचित, पन्नीरसेल्वम का इस्तीफा


jayalalitha-elected-as-leader
ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) के विधायकों ने शुक्रवार को पार्टी महासचिव जे. जयललिता को पार्टी के विधायक दल का नेता चुन लिया, जिसके बाद ओ. पन्नीरसेल्वम ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। एआईएडीएमके के एक नेता ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर बताया कि पार्टी मुख्यालय में शुक्रवार सुबह आयोजित बैठक में विधायकों ने सर्वसम्मति से जयलिता को विधायक दल का मुख्यमंत्री चुन लिया। उनके नाम का प्रस्ताव पन्नीरसेल्वम ने किया था, जिसे पार्टी के अन्य विधायकों ने एकमत से स्वीकार कर लिया। उन्होंने कहा, "यह एक छोटी सी बैठक थी, जो अम्मा (जयललिता) को एआईएडीएमके विधायक दल की नेता निर्वाचित करने के लिए बुलाई गई थी।"

जयललिता के एआईएडीएमके विधायक दल की नेता चुने जाने के बाद पन्नीरसेल्वम ने तमिलनाडु के मुख्यममंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। बताया जाता है कि जयललिता शनिवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगी। बैठक से पहले ही जयललिलता और एआईएडीएमके के समर्थक बड़ी संख्या में पार्टी मुख्यालय पहुंच गए थे। जयललिता को आय से अधिक संपत्ति के मामले में बेंगलुरू की एक अदालत द्वारा दोषी ठहराए जाने के बाद मुख्यमंत्री पद और श्रीरंगम विधानसभा सीट से इस्तीफा देना पड़ा था। अदालत ने उन्हें चार साल कैद और 100 करोड़ रुपये जुर्माने की सजा सुनाई थी।

हालांकि कर्नाटक उच्च न्यायालय ने निचली अदालत के खिलाफ उनकी अपील को स्वीकार करते हुए हाल ही में उन्हें मामले से बरी कर दिया, जिसके बाद इस तरह का अनुमान लगाया जा रहा था कि पन्नीरसेल्वम मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे और एआईएडीएमके की विधायक दल की नेता चुने जाने की औपचारिकता के बाद जयललिता एकबार फिर राज्य में मुख्यमंत्री पद की बागडोर संभालेंगी।

जयललिता चूंकि विधानसभा की सदस्यता से भी इस्तीफा दे चुकी हैं, इसलिए उन्हें मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के छह माह के भीतर फिर से विधायक निर्वाचित होना होगा, जिसके लिए पार्टी के एक विधायक पी. वेट्रीवेल ने राधाकृष्णन नगर विधानसभा सीट से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने 17 मई को इस्तीफा दिया, जिसे विधानसभा अध्यक्ष ने स्वीकार कर लिया। बताया जाता है कि जयललिता इसी सीट से निर्वाचन के लिए दावेदारी पेश करेंगी। वेट्रीवेल के इस्तीफे के बाद कर्नाटक की 234 सदस्यीय विधानसभा में एआईएडीएमके के विधायकों की संख्या विधासभा अध्यक्ष को छोड़कर 150 रह गई है।

कोई टिप्पणी नहीं: