बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा :हम: के वरिष्ठ नेता जीतन राम मांझी ने आज कहा कि मुख्यमंत्री के पद से हटाये जाने के लिये उनपर दबाव बनाया जा रहा था और नही मानने पर आतंकी संगठन से जान से मारने की धमकी दी गयी थी । श्री मांझी ने यहां के बगहा अनुमंडलीय मैदान में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें मुख्यमंत्री के पद से हटाये जाने के लिये दवाब बनाया जा रहा था लेकिन इसके लिये वह तैयार नही हुए तब उन्हें जान से मारने की धमकी दी गयी । आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन द्वारा जान से मारने की धमकी दी गयी थी । उन्होंने कहा कि इसके बावजूद वह बगैर किसी खौफ के गरीबों के लिये काम करते रहे । मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार उन्हें अपना कठपुतली बनाना चाहते थे और विरोध करने पर पद से हटा दिया गया ।
पूर्व मुख्यमंत्री ने श्री नीतीश कुमार की अगुवायी वाली जनता दल यूनाइटेड:जदयू: सरकार को हर मोर्चे पर विफल बताया और कहा कि इस सरकार के कार्यकाल में सिर्फ प्राक्कलन घोटाला हो रहा है । प्रदेश की जनता सब देख रही और इस वर्ष होने वाले विधानसभा के चुनाव में बैलेट के माध्यम से करारा जवाब देगी । उन्होंने कहा कि बिहार के लोग राजनीतिक रूप से काफी जागरूक है और किसी के भुलावे में आने वाले नही है । श्री मांझी ने कहा कि उनकी सरकार के समय गरीबों एवं अल्पसंख्यक वर्गो के उत्थान के लिये 37 योजनाओं की स्वीकृति प्रदान की गयी थी लेकिन मुख्यमंत्री श्री कुमार ने सत्ता संभालते ही इसमें अड़चन पैदा करने का काम किया । इसी तरह गरीबों . बेरोजगार युवकों तथा नियोजित शिक्षकों के साथ भी जदयू की सरकार ने नाइंसाफी करने का काम किया है । इस अवसर पर सभा को पूर्व मंत्री वृशिण पटेल . महाचंद्र प्रसाद सिंह और विनय बिहारी ने भी संबोधित किया ।

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