फोटो प्रेमी रहा मोदी सरकार का यह कार्यकाल : सिंधिया - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


बुधवार, 20 मई 2015

फोटो प्रेमी रहा मोदी सरकार का यह कार्यकाल : सिंधिया


Jyotiraditya_Scindia_360_file.jpg
केंद्र में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने बुधवार को नरेंद्र मोदी सरकार के पहले वर्ष के कार्यकाल को फोटो-प्रेमी सरकार की संज्ञा दी और सामाजिक हित वाली योजनाओं के फंड में कटौती करने का आरोप लगाया। कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "सामाजिक हित वाली योजनाओं में पिछले एक वर्ष में 1.8 लाख करोड़ रुपयों की कटौती की गई है।" सिंधिया ने कहा कि पिछड़े क्षेत्रों के फंड में जहां 100 फीसदी की कटौती की गई, वहीं मध्याह्न भोजन योजना में 25 फीसदी की, पंचायती राज मंत्रालय के फंड में 99 फीसदी की तथा समन्वित बाल विकास योजना के फंड में 55 फीसदी की कटौती की गई है।

उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की केंद्र सरकार सिर्फ 'तस्वीरें खिंचाने वाली सरकार' है। सिंधिया ने कहा, "यह सिर्फ पैकेजिंग और मार्केटिंग वाली सरकार है।" सिंधिया ने कहा कि मोदी सरकार ने मनरेगा के बजट मे भी कटौती की है। उन्होंने कहा कि अब तक मनरेगा के तहत 13,000 करोड़ रुपयों का आवंटन भी रुका हुआ है। उन्होंने कहा, "ऐसा लग रहा है कि सरकार देश को किसानों से रहित करने पर तुली है और भूमि अधिग्रहण विधेयक और बेमौसम बारिश की मार झेल रहे किसानों को मुआवजा न देने के बाद यह साबित भी हो चुका है।"

सिंधिया ने कहा, "प्रधानमंत्री एक तरफ तो कहते हैं कि मनरेगा उपयोगी योजना नहीं है और दूसरी ओर उनकी अपनी ही पार्टी की सरकार वाले राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने मनरेगा के लिए जल्द से जल्द बजट की धनराशि मुहैया कराने के लिए कहा है।" उन्होंने केंद्र सरकार पर स्वास्थ्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में केंद्र से मिलने वाली सहायता राशि कम करने का आरोप भी लगाया। सिंधिया ने कहा, "ऐसे देश में जहां अभी भी 2.5 करोड़ बच्चे कुपोषित हैं, इसका भविष्य पर क्या असर होगा मुझे नहीं पता।"

कोई टिप्पणी नहीं: