रचनात्मक काम करने के लिए संकल्प-शक्ति का होना जरूरीः सीएम
देहरादून,10 मई (निस)। रचनात्मक काम करने के लिए संकल्प-शक्ति का होना जरूरी है। स्व0 थानसिंह रावत जी हमारे उन्हीं नायकों में से थे जिन्होंने न केवल स्वतंत्रता संग्राम में उल्लेखनीय योगदान दिया बल्कि आजादी के बाद देश व समाज को नई दिशा दिखाई। दून विश्वविद्यालय में नेस्टर एजुकेशन सोसायटी की वेबसाईट व सूचना पुस्तिका का लोकार्पण करते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि स्व0 थानसिंह रावत ने सहकारिता के माध्यम से पर्वतीय क्षेत्र में परिवहन के विकास में अग्रणी भूमिका निभाई। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि उŸाराखण्ड में कुछ सड़कों का निर्माण स्थानीय लोगों के श्रमदान से हुआ है। श्रमदान का यह काम स्व0थानसिंह सहित कुछ अन्य हमारे महान नेताओं की प्रेरणा से किया गया। ऐसे नायकों के नाम पर सड़कों का नामकरण किया जाएगा। आज कोई इस बात की कल्पना भी नहीं कर सकता है कि 40 किमी सड़क का निर्माण स्थानीय लोग श्रमदान से कर सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि बड़ी सोच व बड़े सपने देखने के साथ ही छोटी-छोटी बातों पर भी ध्यान देना जरूरी है। राज्य के विकास का पहला चरण उद्योग को समर्पित रहा। अब विकास के दूसरे चरण में खेती, शिक्षा व हस्तशिल्प को प्राथमिकता देनी होगी। उŸाराखण्ड में बड़ा परिवर्तन मण्डुवा, अखरोट, झिंगोरा, गहत, माल्टा, भुजैला, चैलाय आदि हमारे स्थानीय उत्पादों के माध्यम से ही हो सकता है। यदि हम अपने कृषि उत्पादों की सही माकेटिंग कर दें तो गांवों की आर्थिकी में बड़ा बदलाव आ सकता है। पारम्परिक खानपान के समाप्त हो जाने से कोई भी समाज तरक्की नहीं कर सकता है। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि कोई मुख्यमंत्री ऐसा चमत्कारी नहीं हो सकता है कि सभी को सरकारी नौकरी दिला दे। हां यदि पूरी संकल्पशक्ति से खेती व हस्तशिल्प के लिए काम किया जाए तो हर हाथ को काम मिल सकता है। हमें अपने खेत खलिहानों को प्रोडक्शन हाउस में बदलना होगा। चाल-खाल के संवर्धन से जल संरक्षण को प्रोत्साहित करना होगा। हमारे यहां शिक्षा के संस्थागत क्षेत्र में बड़ा निवेश किया गया है। अब गुणात्मक परिवर्तन लाए जाने की जरूरत है। केबिनेट मंत्री डा.हरक सिंह रावत ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री रावत के नेतृत्व में हमारी परम्पराओं व संस्कृति के पुनरूद्धार व ग्रामीण अर्थव्यवस्था की मजबूती के लिए जो पहल की गई है, आने वाले वर्षों में उसका क्रांतिकारी सुखद परिणाम देखने को मिलेगा। पर्वतीय कृषि को बढ़ावा देने की मुख्यमंत्री की सोच उŸाराखण्ड की तरक्की की सोच है। नेस्टर एजुकेशन सोसायटी के माध्यम से समाजसेवा का काम स्व0 थान सिंह को सच्ची श्रद्धांजलि है। इस अवसर पर विधायक हेमेश खर्कवाल, सोसायटी के एमएस रावत, डा.एसएस रावत सहित अन्य गणमान्य उपस्थित थे।
कम संख्या वाले समुदायों का विशेष ध्यान रखा जाता हैः रावत
देहरादून,10 मई (निस)। किसी भी आदर्श समाज में कम संख्या वाले समुदायों का विशेष ध्यान रखा जाता है। राज्य सरकार भी जातीय, धार्मिक, भाषायी, व्यावसायिक आधार पर अल्पसंख्यक समाजों के प्रति संवेदनशील है। मोहकमपुर खुर्द में दून मौर्य(मुराव) सभा द्वारा आयोजित सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य जन्मोेत्सव कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि बोलते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य भवन के लिए 25 लाख रूपए की सहायता दो किश्तों में दिए जाने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य ने लोगों के दिलों को जोड़कर आदर प्राप्त किया। वे आज भी एक अच्छे शासक का उदाहरण हैं। अपने महापुरूषों के दिखाए मार्ग पर चलना हम सभी का दायित्व है। राज्य सरकार सर्वकल्याण के प्रतिबद्ध है। महिलाओं की आर्थिकी, शिक्षा व स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देकर उन्हें सशक्त बनाने के लिए कई योजनाएं प्रारम्भ की गई हैं। वृद्ध महिलाओं को टेक होम राशन की सुविधा, गर्भवती महिलाओं के राशन में बढ़ोतरी की गई है। सरकार का प्रयास है कि पीआरडी में कम से कम 25 प्रतिशत महिलाएं हों, एक हजार महिला कान्स्टेबल की भर्ती हो व प्रत्येक पुलिस स्टेशन पर एक महिला पुलिस इंस्पेक्टर तैनात हो। राज्य सरकार 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को किसी ना किसी रूप में पेंशन उपलब्ध करवा रही है। बुजुर्गों के लिए हमारे बुजुर्ग हमारे तीर्थ योजना प्रारम्भ की गई है। मुख्यमंत्री ने नत्थनपुर में एक किमी सड़क निर्माण, नाली निर्माण व ट्यूबवैल की भी घोषणा की। इस अवसर पर क्षेत्रीय विधायक हीरा सिंह बिष्ट, विधायक हेमेश खर्कवाल, गोकुल सिंह मौर्य, संदीप मौर्य सहित अन्य गणमान्य मौजूद थे।
महाराणा प्रताप के नाम पर राज्य सरकार एक अवार्ड प्रारम्भ करेगी
देहरादून,10 मई (निस)। महाराणा प्रताप के नाम पर राज्य सरकार एक अवार्ड प्रारम्भ करेगी। देहरादून स्थित आईएसबीटी में महाराणा प्रताप की मूर्ति स्थापित की जाएगी। ननूरखेड़ा में महाराणा प्रताप सामुदायिक भवन में महाराणा प्रताप जयंति पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने उक्त घोषणाएं कीं। मुख्यमंत्रीे श्री रावत ने कहा कि महाराणा प्रताप देश के पहले स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे जिन्होंने आजादी के मूल्य से हमें परिचित कराया। उन्होंने आजादी के लिए अपना सर्वस्व त्याग कर दिया। महाराणा प्रताप पूरे देश के नायक हैं। वे हम सभी के गौरव हैं। हल्दीघाटी हमेशा वीरों के लिए प्रेरणास्त्रोत रहेगी। उनका घोड़ा चेतक स्वामीभक्ति के लिए इतिहास में सदैव के लिए अमर हो गया। क्षत्रिय चेतना मंच द्वारा आयोजित कार्यक्रम में विधायक हेमेश खर्कवाल, आयोजक संस्था के मोहन सिंह पंवार, देवेंद्र सिंह पुण्डीर आदि मौजूद थे।
पुलिस ने अवैध खनन से लदा वाहन छोडा
देहरादून,10 मई (निस)। डाकपत्थर खनन पट्टे पर सुबह चार बजे से बिना रवन्नों पर हो रहें अवैध खनन पर तो हद ही हो गयीं है, जहाॅ एक ओर कोतवाली विकासनगर में आयीं नयीं कोतवाली प्रभारी व एएसपी तृप्तीं भट्ट सीओ विकासनगर के संग अपनी नैतिक जिम्मेदारीयों के साथ पूरी ईमानदारी से अवैध खनन व खनन माफियाओं पर अंकुश लगाने में लगीं हुयीं है तो वहीं दूसरी तरफ उनके अधीनस्थ कर्मी कोतवाली पुलिस का नाम पूरी तरह से डूबोने में लगें हुये हैं, जिसका शर्मनाक नजारा आज सुबह लगभग आधा दर्जन जनप्रतिनिधियों व समाजसेवियों के सामने साफ दिखाई दिया और वे गणमान्य लोग भी बोल ही उठें, की हाय रे पुलिस, तेरा भी जवाब नहीं ? विदित हो कि डाकपत्थर बैराज व अम्बाडी में अवैध खनन अपनी चरम सीमा पर है, सुबह सात बजें से पहलें और शाम को सात बजे के बाद से पूरी देर रात तक अवैध खनन धडल्ले के साथ जारी रहता है यदि सूत्रों की मानें तो इस दौरान बिना रवन्नों के ही उपखनिज का चुगान करवाया जाता है और रवन्ना काटें बिना ही एक निश्चित धनराशि पट्टा धारक वसूल करकें सीधें अपनी जेबो में डालते है जिस्से की उन्हें सरकार को राॅयल्टी का भुगतान नहीं करना पडता है, और इसी तरह सैकडो अवैध खनन से लदें वाहन इस पटटें के समीप गुजरतें है इन सैकडो वाहनों से नम्बर दो में अवैध खनन करवाये जाने के बाद जेब में आयी कुल आय का हिस्सा कईं भागो में बंट जाता है जिसमें जिम्मेंदारों का भी शेयर होता है और इस तरह से ये गोरखधंधा जारी रहता है। इसी कडी में आज सुबह लगभग 6 बजें अवैध गाडियों की आवाजाहीं की श्रंखला में एक तेज गति से बिना रवन्ने का अवैध खनन से लदा वाहन जा रहा था, जिसे डाकपत्थर बैराज में तैनात एक कथित पुलिस कर्मी ने रोक लिया और ड्राईवर के वाहन रोकने के साथ ही तत्काल उसके पीछे बाईक पर सवार होकर पीछे पीछे आ रहा उस वाहन का स्वामीं आता है और अपना मोबाइल निकालकर कथित पुलिस कर्मी से किसी की बात करवाता है जिसके बाद कथित पुलिस कर्मी उस अवैध खनन से लदें वाहन के रवन्नें को चैक किये बिना और अपनें एएसपी को सूचित किये बिना हीं छोड देता है जिसका नजारा वहाॅ पर मौके पर पहुॅचे मीडीया कर्मी तो देखते ही है साथ ही वहीं बैराज में टहलने पहुॅचे कुछ समाजसेवीं व जनप्रतिनिधि भी इस नजारे को देखकर दंग रह जाते है, और अनायास उनके मुॅह से निकल ही जाता है कि हाय रे पुलिस तेरा भी अजब गजब जलवा। अब देखने वाली बात ये होगी की कथित पुलिस कर्मी पर क्या कार्यवाहीं की जाती है ? या फिर इस मामलें में लीपा पोती कर इसे दबा दिया जाएगा। लेकिन ये तो मानना ही पडेगा कि चाहें कुछ भी हो जब तक एएसपी की अवैध खनन पर जारी कार्यवाहीं में उन्हीं के अधीनस्थ सेंध लगाते रहेंगे तो नाहीं तो यह अवैध खनन ही रूकने वाला है, और नाहीं इस प्रदेश का ही कुछ भला होने वाला है, क्योंकि जिन हाथों को इस प्रदेश को चलाने का जिम्मा मिला हुआ है वहीं हाथ चारो ओर से इसे लूट खसोट कर खाने में लगें हुये है।
भूकंप में मारे गए लोगों की आत्मा की शांति के लिए किया हवन
देहरादून,10 मई (निस)। समाजवादी पार्टी की ओर से नेपाल और भारत में भूकंप में मारे गए लोगों की आत्मा की शांति के लिए हवन कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस हवन कार्यक्रम में सपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष विनोद बड़थ्वाल भी शामिल हुए। इस मौके पर श्री बड़थ्वाल ने राज्य सरकार से मांग की कि वह नेपाल के भूकंप पीडि़तों की हरसंभव मदद करे। सपा की ओर से आयोजित इस हवन तपोवन रोड स्थित काली मंदिर में आयोजित इस हवन कार्यक्रम में अनेक सपा कार्यकर्ता शामिल हुए। हवन के माध्यम से ईश्वर से भूकंप में मारे गए लोगों की आत्मा की शांति की कामना की गई। इस मौके पर सपा नेता विनोद बड़थ्वाल ने कहा कि भूकंप ने नेपाल को तहस-नहस कर दिया। हजारों लोग मारे गए, कई घायल हुए और हजारों की संख्या में लोग बेघर हुए। उन्होंने मुख्यमंत्री हरीश रावत से आग्रह किया कि इस सकंट की घड़ी में प्रदेश सरकार भूकंप पीडि़तों की हरसंभव मदद करे। उन्होंने कहा कि भारत और नेपाल के संबंध अत्यंत प्रागढ़ हैं। राज्य में काफी संख्या में गोर्खाली समाज रहता है। कार्यक्रम के संयोजक पीएस गुरुंग ने कहा कि नेपाल में भूकंप पीडि़तों की मदद युद्धस्तर पर की जाएगी। आचार्य थानेश्वर उपाध्याय द्वारा हवन संपन्न कराया गया। इस मौके पर गुलफाम अली, सुभाष पंवार, मोहब्बत सिंह थापा, आदित् त्यागी, विद्या डोभाल, सोनू क्षेत्री आदि मौजूद रहे।
फिक्की महिला आग्रेनाइजेशन का दल करेगा उत्तराखण्ड भ्रमणः शिल्पी
देहरादून,10 मई (निस)। रविवार को बीजापुर अतिथि गृह में मुख्यमंत्री हरीश रावत से फिक्की महिला आग्रेनाइजेशन के सदस्य के तौर पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी की महासचिव शल्पी अरोड़ा ने भेंट की। भेंट के दौरान श्रीमती अरोड़ा ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि फिक्की महिला आग्रेनाइजेशन देश में महिला उद्यमियों का संगठन है। इस संगठन का एक दल हैदराबाद से आगामी दिनों में उत्तराखण्ड के तीन दिवसीय भ्रमण पर आ रहा है, जो यहा संचालित विकास योजनाओं से भी रूबरू होगा। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि महिलाएं देश-विदेश में हर क्षेत्र में अच्छा कार्य कर रही हैं। उन्होेंने उत्तराखण्ड भ्रमण पर आ रहे दल को मुख्यमंत्री आवास पर चाय पर आमंत्रित किया। उन्होंने कहा राज्य सरकार महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए अनेक योजनाएं संचालित कर रही है।
हापुड के बाद हल्द्वानी सबसे बडी मण्डी, हल्द्वानी मण्डी के विस्तार की हो रही पहल: डा. हृदयेष
देहरादून,10 मई (निस) । वित्तमंत्री डा0 श्रीमती इन्दिरा हृदयेश ने बताया है कि हापुड के बाद हल्द्वानी सबसे बडी मण्डी है। जहाँ सब्जियों और फलों का बड़े पैमाने पर कारोबार होता है। वर्तमान में मण्डी 44 एकड क्षेत्रफल में फैली है। हल्द्वानी कुमायूं क्षेत्र का बहुत बड़ा व्यापारिक केंद्र है। जहाँ पर्वतीय एवं मैदानी क्षेत्रों के कृषकों द्वारा बिक्री हेतु फल व सब्जियां लायी जाती हैं। यहाँ से पर्वतीय क्षेत्र के उत्पाद दिल्ली, मुम्बई व अन्य प्रान्तों के साथ ही पाकिस्तान व बांग्लादेश को भी भेजे जाते हैं। डा0 हृदयेश ने बताया कि पर्वतीय जनपदों के कृषि उत्पादों के विपणन की व्यवस्था हेतु वर्ष 1982 में इस मण्डी की स्थापना की गयी थी। उन्होनें बताया कि इतना लम्बा समय गुजर जाने के पश्चात इस मण्डी के विस्तार की आवश्यकता महसूस की गयी है। उन्होेनंे बताया कि उनके द्वारा हल्द्वानी महानगर के लिए लगभग एक हजार करोड के मैगा प्रोजेक्ट प्रारभ्म किये गये हैं। इसी कडी में हल्द्वानी मण्डी के विस्तार की दिशा में भी पहल की गयी है। उन्होनें बताया कि नवीन मण्डी से सटे टीपी नगर से सटी वन विभाग की पच्चीस एकड जमीन में नयी मंडी स्थापित की जायेगी। उन्होनें बताया कि मण्डी बनने का रास्ता लगभग साफ हो चुका है, केवल केन्द्र सरकार की सैद्धान्तिक स्वीकृति मिलना बाकी है। अध्यक्ष मण्डी समिति सुमित हृदयेश ने सरकार के इस कदम की सराहना करते हुए बताया कि इस मण्डी में कोल्ड स्टोर के साथ ही फिश मार्किट व फूलों का बाजार भी होगा। शहर के ट्रासंपोर्ट नगर के पीछे मुक्त विश्वविद्यालय के पास नयी मण्डी बनेगी। वन विभाग की पच्चीस एकड भूमि में इस मण्डी का विस्तार होगा। प्रदेश सरकार से भूमि की पत्रावली फाइनल होने के बाद केंद्र सरकार को भूमि हस्तांतरण के लिए भेज दी गयी है। उन्होनें बताया कि वन विभाग की इस पच्चीस एकड भूमि में बनने वाली मण्डी के बदले कृषि उत्पादन मण्डी समिति ने मुनस्यारी के मटेला गांव में पचास एकड जमीन ली है। इस भूमि में मण्डी समिति द्वारा पौध रोपण किया जायेगा। वन विभाग ने पौध रोपण का आंकलन कर लिया है, इसमें छब्बीस लाख की लागत आयेगी। इसके अलावा 11.60 लाख रूपये भी मण्डी खर्च करेंगी। उन्होनें कहा कि नयी मण्डी बनने के बाद आढतियों के साथ ही शहर की आम जनता को भी लाभ पहुंचेगा। महानगर के विकास के साथ ही यह मण्डी कारोबारियों के लिए मील का पत्थर साबित होगी। उन्होनेें बताया कि वित्तमंत्री डा0 श्रीमती हृदयेश द्वारा इसके लिए अथक प्रयास किये गयें है। इसी का नतीजा है कि जल्द ही शहरवासियों को नया तौहफा मिलने जा रहा है।
ऋषिकेश घूमने आई छात्रा गंगा में डूबी, गंगा में डूबी यूपी श्रम मंत्री की बेटी
देहरादून,10 मई (निस)। अपने साथियों के साथ ऋषिकेश घूमने आई एक छात्रा रविवार की सुबह नहाते समय गंगा में डूब गयी। जिसकी सूचना तत्काल ही पुलिस को दी गयी। छात्रा को ढूंढ़ने के लिए जल पुलिस ने रैस्क्यू आॅपरेशन चलाया किन्तु छात्रा का देर शाम तक कुछ पता नहीं चल पाया था। समाचार लिखे जाने तक छात्रा को ढूंढ़ने के लिए जलपुलिस का रैस्क्यू आॅपरेशन जारी था। दुर्घटना सूचना मिलने पर छात्रा के परिजन भी मौके पर पहंुच गए थे। मिली जानकारी के अनुसार सुभारती मैडिकल काॅलेज मेरठ में एमबीबीएस में तृतीय वर्ष की पढाई कर रही छात्रा आतिफा 22 वर्ष शनिवार रात तीर्थनगरी ऋषिकेश के लक्ष्ममण झूला के राजस्व क्षेत्र फूल चट्टी में कैपिंग के लिए अपने 10 साथियों के साथ गयी हुई थी। रविवार की सुबह लगभग 9.30 पर वह अपने साथियों के साथ नहाने के लिए गंगा नदी में गयी। आतिफा का अचानक पैर फिसल गया और वह अनियंत्रित होकर नदी के तेज बहाव में बहने लगी। देखते ही देखते वह नदी के बहाव में वह साथियों की निगाहों से ओझल हो गयी। जिसकी सूचना उसके साथियों ने पुलिस को दी। सूचना मिलने पर मौके पर पहंुची जल पुलिस की टीम ने रैस्क्यू आपरेशन चलाकर आतिफा की काफी तलाश की किन्तु देर शाम तक उसका कुछ पता नही चल पाया था। सूचना मिलने के बाद रविवार की दोपहर तक आतिफा के परिजन भी मौके पर पहंुच गए थे। बताया जा रहा है कि आतिफा उत्तरप्रदेश सरकार के श्रम मंत्री शाहिद मंजूर की बेटी है। समाचार लिखे जाने तक आतिफा को तलाश करने के लिए जलपुलिस का रैस्क्यू आॅरपेशन जारी था।
मैक्स भिलंगना में गिरी, पंाच लोगों की मौत, चार घायल, दो लापता
- -सीएम हरीश रावत व क्षेत्रीय विधायक भीमलाल आर्य ने दुर्घटना पर दुःख व्यक्त किया
देहरादून,10 मई (निस)। चमियाला से घनसाली आ रही मैक्स के भिलंगना नदी में गिरने से उसमें सवार तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि 6 लोग घायल हो गए, दो लोग अभी लापता हैं। घायलों को उपचार के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पिलखी में भर्ती कराया गया है, जहां से कि चार गंभीर रूप से घायलों को हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है। मुख्यमंत्री हरीश रावत और क्षेत्रीय विधायक भीमलाल आर्य ने दुर्घटना पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री श्री रावत ने जिलाधिकारी टिहरी को निर्देश दिये कि दुर्घटना में मृतक के परिजनों को अनुमन्य राहत राशि तत्काल उपलब्ध करायी जाए। जानकारी के अनुसार रविवार को पूर्वाहन 11.15 बजे मैक्स संख्या यूके-09टीए-0174 चमियाला से घनसाली के लिए निकली थी, घनसाली में पुल के नजदीक गैस गोदाम के पास मैक्स अचानक अनियंत्रित होकर भिलंगना नदी में जा गिरी। इस दुर्घटना में तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि 6 लोग घायल हो गए, दो लोग लापता है। दुर्घटना के वक्त मैक्स में 11 लोग सवार थे। स्थानीय लोगों द्वारा दुर्घटना की सूचना घनसाली थाना पुलिस और इमरजेंसी एबूंलेंस 108 को दी गई, सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और स्थानीय लोगों की मदद से नदी से दुर्घटना में मारे गए लोगों के शव और घायलों को बाहर निकाला, दो लोग लापता बताए जा रहे हैं। घायलों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पिलखी में भर्ती कराया गया है। मृतकों में आशा देवी पत्नी भगत दास उम्र (53 वर्ष) निवासी सरोड़ा ग्यारह गांव हिंदाव, नवीन पुत्र किशोरी लाल उम्र (18 वर्ष) निवासी बूढ़ाकेदार, अनीता पत्नी शांति लाल उम्र (31 वर्ष) निवासी भनेल्ड़ी शामिल हैं। मैक्स चालक मनोज पुत्र विक्रम सिंह निवासी चमियाला, उपेंद्र पुत्र भजन सिंह निवासी पैन्यूला, आर्यन पुत्र शांति लाल निवासी भनेल्ड़ी, भरत दास पुत्र कालीदास निवासी सरोड़ा, बलवीर सिंह पुत्र भोला सिंह निवासी गोनगढ़ और विजय पुत्र मोहन लाल निवासी बूढ़ाकेदार दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गए, घायलों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पिलखी में भर्ती कराया गया, जहां से मैक्स चालक समेत चार गंभीर रूप से घायलों को हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है। लापता दो लोगों की तलाश जारी है, नदी में पानी अधिक होने के कारण लापता लोगों को ढूंढने में समय लग रहा है। मुख्यमंत्री हरीश रावत और क्षेत्रीय विधायक भीमलाल आर्य ने दुर्घटना पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। उन्होंने दिवंगत लोगों की आत्मा की शांति एवं दुःख की इस घड़ी में उनके परिजनों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है। साथ ही घायलों के शीघ्र स्वास्थ्यलाभ की कामना की है। मुख्यमंत्री श्री रावत ने जिलाधिकारी टिहरी को निर्देश दिये कि दुर्घटना में मृतक के परिजनों को अनुमन्य राहत राशि तत्काल उपलब्ध करायी जाए। साथ ही दुर्घटना में घायल हुए लोगों का उपचार प्राथमिकता पर किया जाय।



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