वसुंधरा-ललित पर धौलपुर महल को निजी संपत्ति में बदलने का आरोप - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


सोमवार, 29 जून 2015

वसुंधरा-ललित पर धौलपुर महल को निजी संपत्ति में बदलने का आरोप

राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया पर कांग्रेस ने नया आरोप लगाया है. कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने वसुंधरा पर धौलपुर महल को निजी संपत्ति में बदलने का आरोप लगाया. इसके साथ ही इस मामले पर पीएम नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधाते हुए कांग्रेंस ने पीएम को मौनेंद्र की उपाधि दी है.पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने कुछ दस्तावेज पेश करते हुए कहा कि ललित मोदी और वसुंधरा राजे ने मिलकर धौलपुर महल को निजी जायदाद में बदल दिया है. उन्होंने कहा कि धौलपुर महल राजस्थान सरकार की संपत्ति थी, लेकिन वसुंधरा राजे ने ललित मोदी के साथ मिलकर उसे निजी संपत्ति में बदल दिया.

जयराम रमेश ने कहा कि स्वच्छ राजनीति की दुहाई देने वाले प्रधानमंत्री स्वामी मौनेंद्र चुप क्यों हैं? यह सिर्फ आरोप नहीं है और दस्तावेज के आधार पर ही यह बात कही जा रही है. रमेश ने आरोप लगाया कि 1954 के दस्तावेज साबित करते हैं कि धौलपुर का महल निजी नहीं, सरकारी संपत्ति है. 10 अप्रैल 1955 में इसकी जमाबंदी हुई और उसमें भी लिखा गया है कि यह महल सरकारी संपत्ति है.

1971 में इस महल का खसरा नंबर बदला गया, लेकिन इसके मालिकाना हक को लेकर स्थिति नहीं बदली. अभी तक इस मामले पर बीजेपी की ओर से कोई टिप्पणी नहीं की गई है.

कोई टिप्पणी नहीं: