कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को केंद्र सरकार से 'अपनी इच्छा भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान (एफटीआईआई) के विद्यार्थियों पर न थोपने' का आग्रह किया। राहुल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के स्थानीय कार्यकर्ताओं के जबर्दस्त विरोध के बीच एफटीआईआई के हड़ताली विद्यार्थियों को समर्थन देने और उनसे बातचीत करने यहां पहुंचे थे। कांग्रेस उपाध्यक्ष के एफटीआईआई दौरे का विरोध कर रहे स्थानीय भाजपा कार्यकर्ता काले और भगवा रंग के झंडे लिए हुए थे। उन्होंने नारेबाजी की और राहुल पर मामले को राजनीतिक रंग देने का आरोप लगाया।
राहुल ने अभिनेता और भाजपा सदस्य गजेंद्र चौहान को संस्थान का अध्यक्ष बनाए जाने का विरोध कर रहे एफटीआईआई के हड़ताली विद्यार्थियों को समर्थन दिया। उन्होंने कहा कि उनकी मांग 'न्यायसंगत' है और सरकार को छात्रों से बात करनी चाहिए। काली टी-शर्ट और नीली जींस में एफटीआईआई पहुंचे राहुल ने विद्यार्थियों से मुलाकात करने के बाद मीडिया से बात की। उन्होंने कहा, "अगर वे बात करें, तो इससे सरकार का कद बढ़ेगा ही। विद्यार्थी यहां अध्ययन करने आए हैं। लेकिन अब उनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही है। मुझे लगता है कि सरकार को उनसे बात जरूर करनी चाहिए।"
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि विद्यार्थियों को लग रहा है कि सरकार उन पर अपनी इच्छा थोपने की कोशिश कर रही है, जिसे बातचीत से सुलझाया जा सकता है। उल्लेखनीय है कि पिछले दो माह से एफटीआईआई के 200 से अधिक विद्यार्थी गजेंद्र चौहान को संस्थान का अध्यक्ष बनाए जाने का विरोध कर रहे हैं। उन्होंने अनुशासनात्मक कार्रवाई की चेतावनी के बावजूद कक्षाओं का बहिष्कार किया हुआ है।
संस्थान के कुछ विद्यार्थियों ने राहुल गांधी को एक पत्र लिखा था और इस मुद्दे को संसद में उठाने के अलावा इसमें स्वयं हस्तक्षेप करने की मांग की थी। यह पूछे जाने पर कि क्या वह इस मुद्दे को संसद में उठाएंगे? राहुल ने आश्वासन दिया कि वह जरूरत पड़ने पर विद्यार्थियों को हरसंभव सहयोग देंगे। उन्होंने विद्यार्थियों की यह कहते हुए तारीफ की कि उन्हें उन पर नाज है।
राहुल ने आश्वासन देते हुए कहा, "सवाल यह है कि आप इस मुद्दे पर कितनी ताकत से लड़ने के इच्छुक हैं? मैं आपके साथ मिलकर लड़ने को तैयार हूं।" अदूर गोपालकृष्णन, जाहनू बरुआ, शबाना आजमी, संतोष सिवन और नसीरुद्दीन शाह जैसी चर्चित हस्तियां एफटीआईआई के पूर्व विद्यार्थी हैं।
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