राजधानी पटना में कथित रूप से पुलिस की पिटाई के कारण एक छात्र की बुधवार को मौत हो गई। मौत की खबर मिलते ही छात्र सड़कों पर उतर आए। इस बीच सांसद पप्पू यादव ने घटना के विरोध में 11 जुलाई को बिहार बंद की घोषणा कर दी। मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूरे मामले की जांच के आदेश दे दिए। पुलिस के अनुसार, नौकरी पाने की चाहत में छात्र श्याम नारायण उर्फ सिकू राज (18) सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की दौड़ में शामिल होने एक जुलाई को किशनगंज गया था। पुलिस के अनुसार, शारीरिक जांच के दौरान सिकू राज की बीएसएफ के अधिकारियों के साथ किसी बात को लेकर बहस हो गई। इसके बाद बीएसएफ के अधिकारियों ने सिकू को पकड़कर स्थानीय पुलिस को सौंप दिया।
सिकू के परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने सिकू की जमकर पिटाई की और उसे सड़क पर फेंक दिया। किसी तरह सिकू वापस पटना पहुंचा और अपने दोस्तों को इसकी जानकारी दी। दोस्तों ने पांच जुलाई को पटना के एक निजी अस्पताल में सिकू को भर्ती कराया, जहां इलाज के दौरान बुधवार को उसकी मौत हो गई। सिकू की मौत की खबर मिलते ही छात्र आक्रोशित हो गए और हंगामा शुरू हो गया। पटना के कारगिल चौक के पास शव के साथ छात्रों ने प्रदर्शन किया। इस क्रम में सांसद पप्पू यादव भी साथ थे। शव को पोस्टमार्टम के लिए पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजा गया है, जहां बड़ी संख्या में छात्रों ने प्रदर्शन किया। पप्पू यादव ने मृतक के परिजनों से मुलाकात की। उन्होंने मृत छात्र के परिजनों को पांच लाख रुपए मदद की भी घोषणा की।
इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता सी़ पी़ ठाकुर ने भी मृत छात्र के परिजनों से मुलाकात की और ढांढ़स बंधाया। पप्पू यादव ने इस घटना के विरोध में 11 जुलाई को बिहार बंद की घोषणा की है। उन्होंने सभी छात्र संगठनों से इस बंद को सफल बनाने की अपील की है। इस बीच मुख्यमंत्री ने मामले को लेकर पुलिस महानिदेशक और मुख्य सचिव से बात की। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले की जांच एक वरिष्ठ भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी और एक वरिष्ठ भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी द्वारा की जाएगी। नीतीश ने कहा कि जो भी दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ कानून सम्मत कारवाई की जाएगी। मृत छात्र गया जिले के कोच थाना क्षेत्र के मुरेरा गांव का रहने वाला था जो पटना में रहकर पढ़ाई कर रहा था।
मृतक के पिता अमरेन्द्र नारायण ने आरोप लगाया है कि सिकू की किशनगंज पुलिस ने जमकर पिटाई की जिससे उसकी किडनी और लीवर फेल हो गए। उन्होंने इस पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की है। किशनगंज के पुलिस अधीक्षक राजीव रंजन ने छात्र की किसी तरह की पिटाई से इंकार किया और कहा, "इस पूरे प्रकरण में जिला पुलिस की कोई भूमिका नहीं है। बीएसएफ के अधिकारियों ने पुलिस को बुलाया था। पुलिस छात्र को अस्पताल ले गई थी।" पटना में छात्रों के आक्रोश को देखते हुए सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

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