पटना, 11 जुलाई। छः वामदलों की एक संयुक्त बैठक आज यहां भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य मुख्यालय में सीपीआई के राज्य सचिव सत्य नारायण सिंह की अध्यक्षता में संपन्न हुई जिसमें बिहार विधान परिषद के लिए स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्रों के लिए संपन्न चुनावों में केन्द्र और राज्य के सत्ताधारी गठबंधनों द्वारा अभूतपूर्व पैमाने पर धनबल और बाहुबल का सहारा लेकर लोकतंत्र का जिस ढं़ग से चीरहरण किया गया वह न सिर्फ निदनीय है, बल्कि समस्त लोकतंत्र प्रेमियों के लिए एक गंभीर चुनौती है।
वामदलों के नेताओं ने आम जनता को अगाह किया कि वे लोकतंत्र के अपहत्र्ताओं को आगामी विधान सभा चुनावों में सबक सिखा ने के लिए अभी से कमर कस कर तैयार हो जाएं और वामपंथी दलों के गठबंधन के साथ एकजुट होकर निर्णायक संघर्ष की तैयारी करें। बैठक में वामदलों के कार्यकत्र्ताओं की लगातार बढ़ रही एकजुटता और संयुक्त संघर्षों में बढ़ती सक्रियता स्वागतयोग्य है और आनेवाले दिनों में उसे और पोख्ता करने की जरूरत है।
वामदलों ने आगामी 21 जुलाई को प्रतिगामी भूमि अधिग्रहण अध्यादेष की वापसी समेत 12-सूत्री मांग पत्र को लेकर बिहार बंद के आयोजन के साथ-साथ 20 जुलाई को भाजपा /एनडीए की सरकारों के मंत्रियों व मुख्यमंत्रियों द्वारा जारी घोटालों व भ्रष्टाचार की पोल खोलने के लिए प्रस्तावित राष्ट्रव्यापी विरोध दिवस को सफल बनाने की अपील की।
बैठक में सीपीआई के सत्य नारायण सिंह रामनरेष पाण्डेय, रामबाबू कुमार, सीपीआई (एम), के अवधेष कुमार, सर्वोदय शर्मा, अरूण कुमार मिश्र, सीपीआई (एमएल-लिबरेषन) के कुणाल, के॰डी॰ यादव, धीरेन्द्र झा, राजाराम, एसयूसीआई के अरूण कुमार सिंह, षिवषंकर आदि ने भाग लिया।

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