भाजपा के एम.जे. अकबर राज्यसभा उपचुनाव जीते - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


गुरुवार, 2 जुलाई 2015

भाजपा के एम.जे. अकबर राज्यसभा उपचुनाव जीते


mj-akbar-won-rs-election
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता एम.जे. अकबर ने झारखंड से राज्यसभा उपचुनाव जीत लिया है। अकबर ने झारखंड मुक्ति मोर्चा के उम्मीदवार हाजी हसन अंसारी को 19 मतों के अंतर से हराया। धन की हेराफेरी के आरोपी पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा की पत्नी गीता कोड़ा ने भी अकबर को समर्थन दिया है। झारखंड के 81 सदस्यीय विधानसभा में एक सीट रिक्त है, जबकि जेल में बंद दो निर्दलीय उम्मीदवारों को अदालत से मतदान की अनुमति नहीं मिली। इसके साथ ही भाजपा की सहयोगी पार्टी आल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू) एवं झारखंड जल संसाधन मंत्री चंद्रप्रकाश चौधरी का मत रद्द कर दिया गया। 

झारखंड विधानसभा के महासचिव और उपचुनाव के निर्वाचन अधिकारी सुशील कुमार सिंह ने कहा कि अकबर को 48 मत मिले जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी को 29 मत मिले।  अकबर को भाजपा के 43 विधायकों और आजसू के तीन विधायकों का मत मिला। पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा की पत्नी गीता कोड़ा, बहुजन समाज पार्टी के एकमात्र विधायक कुशवाहा शिवपूजन मेहता ने भी अकबर के समर्थन में मत दिया। झारखंड मुक्ति मोर्चा के हाजी हसन अंसारी को अपनी पार्टी के 19 मत मिले। इसके साथ ही कांग्रेस के छह और झारखंड विकास मोर्चा (प्रजातांत्रिक) के दो विधायकों का भी समर्थन मिला। अंसारी को मार्क्‍सवादी समन्वय समिति और सीपीआई मार्क्‍सवादी-लेनिनवादी के एक-एक सदस्यों का भी समर्थन मिला। 

यह उपचुनाव के.डी. सिंह के इस्तीफे की वजह से करवाया गया। पहले वह झारखंड से राज्यसभा के सदस्य चुने गए थे और बाद में 2014 में पश्चिम बंगाल से तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर राज्यसभा सदस्य चुने गए। 

कोई टिप्पणी नहीं: