व्यापमं में मोदी की मंशा बड़ी मछलियों को बचाने की : संजय सिंह - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शनिवार, 11 जुलाई 2015

व्यापमं में मोदी की मंशा बड़ी मछलियों को बचाने की : संजय सिंह


sanjay singh aap
आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता संजय सिंह ने कहा कि मध्य प्रदेश का व्यावसायिक परीक्षा मंडल घोटाला देश का सबसे बड़ा खूनी घोटाला है। इसमें अब तक 48 मौतें हो चुकी हैं, मगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मौन हैं, यह हैरानी की बात है, इससे क्या यह मतलब निकाला जाए कि वे बड़ी मछलियों को बचाना चाहते हैं।व्यापमं घोटाले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपे जाने के बाद आम आदमी पार्टी ने शनिवार को राजधानी भोपाल की सड़कों पर प्रदर्शन किया। आप ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान व राज्यपाल रामनरेश यादव का इस्तीफा मांगा।

लिली टॉकीज चौराहे पर हुई सभा में संजय सिंह ने कहा, "इस घोटाले में शिवराज सिंह चौहान के मंत्री, निजी सहायक, राज्यपाल लिप्त हैं, शिवराज सिंह ने जो सीबीआई की जांच खुद करवाने का ढिंढोरा पीटा है सही मायने में यह सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर हुआ है। इस खूनी घोटाले की जांच तब तक सही तरीके से नहीं हो सकती जब तक मुख्यमंत्री और राज्यपाल अपने पद से इस्तीफा नहीं दे देते।"  इस मौके पर प्रदेश संयोजक आलोक अग्रवाल ने कहा, "पूरे प्रदेश में हम व्यापमं घोटाले के मुद्दे को उठाएंगे, हमारी मांग है कि व्यापमं के साथ साथ डीमेट घोटाले की भी जांच सर्वोच्च न्यायालय की निगरानी में होनी चाहिए, जिन काबिल युवाओं को इस घोटाले की वजह से नुकसान पहुंचा है उनकी भरपाई कर आजीविका सुनिश्चित की जाए।" 

दिल्ली के प्रदेश संयोजक दिलीप पाण्डेय ने कहा, "यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बाद शिवराज सिंह चौहान ने उसका श्रेय लेना चाहा, आज भी इतनी मौतें होने के बाद भी शिवराज सिंह चौहान यह जिम्मेदारी लेना तो दूर यह तक नहीं कह पा रहे हैं कि अब कोई मौते नहीं होगी। यह घोटाला तब हुआ जब स्वास्थ्य विभाग उनके पास था, तब भी वह चुप रहे, यह सिर्फ घोटाला नहीं है यह नरसंहार है।"  प्रदर्शन के अंत में आम आदमी पार्टी की ओर से मांग की गई कि व्यापमं घोटाले की जिम्मेदारी लेते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इस्तीफा दें। व्यापमं घोटाले और इस घोटाले में हुई मौतों की सीबीआई जांच सर्वोच्च न्यायालय के अधीन हो। केंद्र सरकार तत्काल राज्यपाल को बर्खास्त करे। 

आप ने मांग की है कि व्यापमं जैसे डीमेट घोटाले की जांच भी सर्वोच्च न्यायालय की निगरानी में सीबीआई द्वारा की जाए। व्यापमं और डीमेट घोटाले के कारण प्रभावित हजारों योग्य छात्रों को चिन्हित कर उन्हें पढ़ाई के विकल्प के साथ उचित भरपाई देते हुए उनकी आजीविका सुनिश्चित की जाए। इससे पहले आप के वरिष्ठ नेता संजय सिंह और दिल्ली के प्रदेश संयोजक दिलीप पांडे की अगुवाई में कार्यकर्ताओं ने शनिवार को रैली निकालते हुए प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में हिस्सा लेने आए संजय सिंह ने संवाददाताओं से चर्चा करते हुए राज्य सरकार पर जमकर हमले बोले और कहा कि इस मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और राज्यपाल रामनरेश यादव की संलिप्तता जाहिर हो चुकी है, लिहाजा दोनों को अपने पदों से इस्तीफा दे देना चाहिए।

आप की इस रैली में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता शामिल हुए। राजधानी में हो रही बारिश के बावजूद कार्यकर्ताओं का जोश कम नहीं हुआ। सुभाष नगर के पार्टी कार्यालय से शुरू हुई रैली में कार्यकर्ताओं के हाथ में शिवराज सिंह चौहान और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ नारे लिखे हुए बैनर, पोस्टर आदि थे।  राज्य में व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) इंजीनियरिंग कालेज, मेडिकल कॉलेज में दाखिले से लेकर वे सारी भर्ती परीक्षाएं आयोजित करता है, जो मप्र लोक सेवा आयोग आयोजित नहीं करता है। इस मामले में हुई गड़बड़ियों के खुलासे के बाद सर्वोच्च न्यायालय ने सीबीआई जांच के आदेश दे दिए हैं।

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