व्यापम घोटाले में लगातार हो रही मौतों पर केंद्रीय मंत्री और मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने कहा है कि उन्हें भी डर लग रहा है. व्यापम घोटाले में हो रही मौतों से उनको डर लगता है, वो अपने परिचितों के लिए चिंतित हैं. उमा भारती ने कहा है कि मैं मंत्री होने के बावजूद व्यापम से सहमी हुई हूं. उमा ने कहा कि मैं अपनी चिंता सीएम शिवराज सिंह को भी बताऊंगी.
व्यापम घोटाले में लगातार हो रही मौत पर उमा भारती ने कहा कि, ''हो सकता है कि कोई किसी को मार नहीं रहा हो, डर और शर्म से खुद ही लोग मर रहे होंगे.'' उमा भारती ने इशारों में व्यापम घोटाले की सीबीआई जांच की बात करते हुए कहा कि सक्षम एजेंसी से दोबारा जांच का रास्ता निकाला जाए.
व्यापम घोटाले में अपना नाम आने को केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने गहरी साजिश बताया और कहा कि लोग घोटाले के कारण ‘शर्म और डर’ से जान दे रहे हैं और कोई उनकी हत्या नहीं कर रहा. भारती ने कहा, ‘‘यह एक गहरी साजिश है. गहरी साजिश का बड़ा उदाहरण है इसमें मेरा नाम है. मेरा इससे कोई लेना देना नहीं है. अगर इसमें मेरा नाम है तो कुछ गहरी साजिश है.’’ केंद्रीय मंत्री ने जोर दिया कि लोग डर और शर्म से मर रहे हैं और कोई उनकी हत्या नहीं कर रहा है.
उन्होंने दावा किया, ‘‘हो सकता है कि किसी ने उनकी हत्या नहीं की हो. लेकिन डर और शर्म से मस्तिष्काघात, हृदयाघात के शिकार हो रहे या आत्महत्या कर रहे. क्योंकि मैंने जब व्यापम में अपना नाम सुना तो मैं भी सदमे में आ गयी.’’ उधर, हैदराबाद में केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर ने आरोप लगाया कि कांग्रेस व्यापम घोटाले के कारण भाजपा के खिलाफ सवाल खड़ा करो और भागो की नीति अपना ली है. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘कांग्रेस भ्रमित है और उसने सवाल खड़ा करो और भागो की नीति अपना ली है. वे कुछ साबित नहीं कर रहे हैं. वे केवल अपनी हताशा जाहिर कर रहे हैं. इसके अलावा यह और कुछ नहीं है.’’
उमा भारती ने इशारों इशारों में जहां सीबीआई जांच की मांग कर दी है तो केंद्र और एमपी सरकार सीबीआई जांच के खिलाफ है. मध्य प्रदेश के व्यापम घोटाले से सम्बंधित लोगों की लगातार हो रही संदिग्ध मौतों के मामले में कांग्रेस का बीजेपी पर हमला जारी है. कांग्रेस इस मामले में सीबीआई जांच की मांग कर रही है.
आपको बता दें कि अब तक इस मामले से जुड़े 40 से ज्यादा लोगों की मौत संदिग्ध परिस्थितियों में हुई है, जिसको लेकर मुख्यमंत्री पर विपक्ष लगातार हमले कर रहा है. उच्च शिक्षा मंत्री के तहत काम करने वाला व्यावसायिक परीक्षा मंडल मेडिकल, इंजीनियरिंग और दूसरी व्यावसायिक पढ़ाई के साथ सरकारी नौकरियों के लिए प्रवेश परीक्षाएं करवाने और छात्रों के चयन का काम करता है. व्यापम घोटाला दो हिस्सों में बंटा हुआ है. पहला तो ये कि मेडिकल और इंजीनियरिंग जैसी प्रवेश परीक्षाओं में धांधली हुई. वहीं दूसरा सरकारी नौकरियों के लिए हुई परीक्षाओं में भी गड़बड़ी करके नाकाबिल लोगों को नौकरी दी गई.

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