जनता दल (यूनाइटेड) ने बिहार में कानून व्यवस्था के मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेताओं की ओर से लगातार जारी बयानबाजी पर पलटवार करते हुए आज कहा कि खुद कानून और नियम तोड़ने वाले भाजपा के नेता और उनके मित्र (गठबंधन सहयोगी) किस मुंह से बिहार में कानून-व्यवस्था की समीक्षा करते हैं। जदयू प्रवक्ता डॉ. निहोरा प्रसाद यादव ने यहां कहा कि जिनका खुद ही कायदे-कानून पर विश्वास नहीं है, वे लोग कानून-व्यवस्था का हल्ला करके केवल सत्ता हासिल कर लेना चाहते हैं ताकि दूसरे भाजपा शासित राज्यों की तरह वे भी लूट-खसोट और घपले-घोटाले कर सकें। उन्होंने कहा कि राज्य की जनता सभी चीजों को देख रही है और कदम-कदम पर कानून तोड़ने वाले लोगों के हाथ में बिहार की की कमान नहीं सौंपना चाहती है। डॉ यादव ने कहा कि जिस भाजपा के प्रदेश कार्यालय से उसके साथी दल का एक नेता राज्य के मुख्यमंत्री का सीना तोड़ देने की खुलेआम धमकी देते है, वह भाजपा या उसकी सहयोगी पार्टियाँ राज्य में अमन-चैन कायम रख ही नहीं सकती। इसी प्रकार, राज्य में विधान परिषद् का चुनाव चलते होने के बावजूद बिना किसी अनुमति के सरकारी इमारतों, दीवारों और पुल-खम्भों को भाजपा ने अपने प्रचार से रंग दिया है जिससे साबित होता है कि इनका कायदे-कानून पर कोई विश्वास नहीं है।
जदयू नेता ने आरोप लगाया कि देश के दूसरे राज्यों में भी, जहाँ-जहाँ भाजपा का शासन है, सरकार के मुख्यमंत्री से लेकर मंत्री, विधायक, सांसद और कार्यकर्ता सभी नियम-कानून की धज्जियाँ उड़ाकर लूट-खसोट में लगे हैं। आर्थिक अपराध के लिए देश में वांछित ललित मोदी की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज द्वारा सहायता, राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया के उनसे सम्बन्ध, दोनों के परिजनों के ललित मोदी से लाभ के सम्बन्ध पूरी दाल काली होने का सबूत हैं। इसी तरह मध्य प्रदेश का व्यापमं घोटाला और इसके सूत्रधारों को बचने के लिए 50 से ज्यादा लोगों की हत्या अथवा संदिग्ध मौत भाजपा के ही कर्णधारों की कारस्तानी है । डा. यादव ने कहा कि महाराष्ट्र के मंत्रियों पंकज मुंडे, विनोद तावड़े के घोटाले . केन्द्रीय शिक्षा मंत्री स्मृति ईरानी समेत महाराष्ट्र और गोवा के मंत्रियों के योग्यता प्रमाणपत्रों में घपले पिछले दिनों मीडिया में छाये रहे। इस प्रकार, भाजपा और इसके सहयोगी नेताओं के घपलों-घोटालों और फर्जीवाड़ों की लंबी फेहरिस्त है, जिसे देश की जनता भी जानती है. उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि आखिर कैसे राज्य की जनता इनपर विश्वास करे। इनके मुंह तो अपराध और लूट-खसोट का खून लगा है जिसे राज्य की जनता वोट देकर अपना गला खुद नहीं फंसायेगी। जदयू नेता ने कहा कि राज्य में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में कानून का राज है। लोग अमन-चैन से जिन्दगी बसर कर रहे हैं। चुनाव का समय नजदीक देखकर अपना उल्लू सीधा करने के लिए भाजपा और उसके सहयोगी दल के नेता जानबूझकर लोगों में फूट डालने और राज्य की शांति भंग करने का प्रयास कर रहे हैं। लेकिन जदयू के अनुशासित कार्यकर्त्ता और राज्य की शांतिप्रिय जनता उनके बहकावे में नहीं आने वाली। उन्होंने साफ किया कि भाजपा चाहे लाख दावे कर ले लेकिन आने वाले चुनाव में राज्य की जनता उसके मंसूबों पर पानी फिर देगी।

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