उत्तराखंड की विस्तृत खबर (03 जुलाई) - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शुक्रवार, 3 जुलाई 2015

उत्तराखंड की विस्तृत खबर (03 जुलाई)

ढैंचा बीज घोटाला प्रकरण में न्याय विभाग की राय ली जा रही
  • ढैंचा बीज वाले मामले में घोटाला तो हुआ है, मगर सरकार को आर्थिक हानि नहींः डा़ हरक
harak singh rawat
देहरादून,3 जुलाई। कांगे्रस के मंत्री डा.हरक सिंह रावत ने कहा कि भाजपा शासनकाल में सामने आए ढैंचा बीज घोटाला प्रकरण में कैबिनेट के निर्णय के अनुसार सरकार न्याय विभाग की राय लेगी। उन्होंने कहा कि घोटाले में दोषी पाए जाने वाले सभी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उनका कहना कि प्रकरण सामने आने के बाद तत्कालीन कृषि मंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत को मामले की विजिलेंस जांच के लिए सिफारिश की गई थी, जिसे उन्होंने स्वीकार नहीं किया। हरक ने कहा कि मिलीभगत से की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता। वहीं इस संबंध में भुगतान के लिए निधी फीड ने हाइकोर्ट की शरण ली है। पत्रकार वार्ता मंे डा. हरक ने बताया कि ढैंचा बीज वाले मामले में घोटाला तो हुआ है, मगर सरकार को आर्थिक हानि नहीं हुई। विभाग ने बीज खरीद के लिए टेंडर निकाले थे, मेसर्स निधि फीड के नाम टेंडर जारी हुआ था। 3984 रूपए प्रति कुंतल के हिसाब से टेंडर स्वीकार हुआ था।जंहंा 13184.5 कुतल की आपूर्ति दिखाई गई। जिसका बिल पांच करोड़ 25 लाख 93 हजार विभाग को भेजा गया था। उस समय डा. हरक नेता प्रतिपक्ष थे। उन्होंने बताया कि आपूर्ति 3518 कुंतल की हुई जिसका भुगतान एक करोड़ दो लाख रूपए दे दिया गया। उन्होंने कहा कि त्रिपाठी आयोग की जांच में बताया गया कि ट्रांसपोर्ट के गलत बिल लगाए गए। जिन ट्रकों से आपूर्ति दिखाई गई वे ट्रक थे ही नहीं।

शिखर तक पहुंची एक शून्य बढ़ाने के खेल की लड़ाई, सरकार अपनी गम्भीर त्रुटि पर खेद प्रकट करे और पूरे प्रकरण की करे जाँच रू डॉ. निशंक 

देहरादून,3 जुलाई। सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत मांगी गयी एक सूचना में लोक सूचना अधिकारी के एक शून्य बढ़ा देने से राजनीतिक घमासान मच गया है। मात्र एक शून्य कितना प्रभावशाली होता है इसका अंदाजा किसी को भी नहीं था लेकिन शून्य ने जहां पूर्व मुख्यमंत्री डा. निशंक को परेशानी मेें डाल दिया वहीं प्रदेश सरकार को ंया। शून्य को बढ़ाने की गलती तो एक लोक सूचना अधिकारी ने की या उन्होने जाबूझकर शून्य से शुरू हुआ यह खेल शिखर तक पहुंचा दिया और खबरनबीसों ने इसे ब्रहमास्त्र के रूप में प्रयोग कर खूब टीआरपी बटोरी। लेकिन शून्य के इस खेल ने प्रदेश का राजनीतिक माहौल जरूर करमा दिया है। हांलांकि सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यह सब लोकसूचना अधिकारी की गलती से हुआ जिसे पूर्व मुख्यमंत्री ने न्यायालय में उनकी फिजा खराब करने के मामले में घसीटने की चुनौती की तैयारी कर ली है। शून्य के इस खेल पर भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता, सांसद हरिद्वार एवं पूर्व मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड डाॅ. रमेश पोखरियाल ‘ निशंक’ ने कहा कि राज्य सरकार उनके खिलाफ सारे हथकण्डे अपनाने के बाद अब आरटीआई की झूठी सूचनाओं के माध्यम से उनकी सार्वजनिक छवि को प्रभावित करने पर उतर आयी है। डाॅ. निशंक ने कहा कि कुछ दिनों से निरंतर टीवी चैनलों द्वारा यह दिखाया जा रहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री के रूप में डाॅ. निशंक ने एक वर्ष में 2287100 लाख रुपये का ईंधन का प्रयोग किया है। इसके बाद सम्बंधित आरटीआई कार्यकर्ता के माध्यम से आरटीआई की झूठी सूचना पर बढ़ा-चढ़ाकर आरोप लगवाये गये और निरन्तर दो दिन मीडिया द्वारा उपरोक्त झूठी सूचनाओं का प्रसारण होता रहा, जो कि सीधे-सीधे छवि को प्रभावित करने का षड़यंत्र है। इन खबरों के बाद जब डाॅ. निशंक ने सचिवालय से उपरोक्त जानकारी मांगी तो पाया कि वित्तीय वर्ष 2010-11 के बारह माह का ईंधन का खर्च कुल 2 लाख 28 हजार 710 लाख रूपये के स्थान पर 22 लाख 87 लाख 100 दर्शाया  गया है। साथ ही सूचना पूर्व मुख्यमंत्री के सरकारी वाहन द्वारा खर्च किये गये ईंधन की मांगी गयी है, किन्तु उनके मुख्यमंत्रीत्व काल के खर्च ईंधन का ब्यौरा भी पूर्व मुख्यमंत्री के रूप में दिखाया गया है, जो कि सरासर झूठ, तिकड़म, अफवाह और सार्वजनिक छवि को प्रभावित करने का सोचा-समझा षड़यंत्र है। डाॅ0 निशंक ने कहा कि कांग्रेस के सरकारी तंत्र का इतना घृणास्पद उपयोग पहली बार देखने को मिल रहा है, जो कि निदंनीय है। सरकार आटीआई कार्यकत्र्ताओं को हथियार बनाकर झूठी सूचनाओं और अफवाहों के माध्यम से उनकी छवि को प्रभावित कर रही है। हाल के दिनों में सरकार द्वारा उन पर की गई टिप्पणियों के जबाब में डाॅ. निशंक द्वारा कानूनी कार्रवाही करने के वक्तव्य से सरकार बौखलाहट में ऐसे कदम उठा रही है। डाॅ. निशंक ने कहा कि सम्बंधित आटीआइ कार्यकर्ता गलत सूचना पर और गलत बयानबाजी करने पर सार्वजनिक रूप से क्षमा मांगे, प्रथम दृष्ट्या सरकार अपनी गम्भीर त्रुटि पर खेद प्रकट करे और पूरे प्रकरण की जाँच करे। अन्यथा अपने अधिवक्ताओं से कानूनी सलाह लेकर आगे की कार्रवाही करने के लिए बाध्य होना पड़ेगा।

हरियाणा के युवक ने लगाई फांसी

देहरादून, 3 जुलाई (निस)। तीर्थनगरी ऋषिकेश में हरियाणा से आए एक युवक ने एक होटल के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मौके पर पहंुची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस ने मृतक के परिजनों को सूचित कर दिया है। मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार रात करीब पौने 11 बजे हरिद्वार मार्ग स्थित आकाश गंगा होटल में एक युवक आया। उसने यहां एक रूम लिया। रूम में पंहुचने के पांच मिनट बाद उसने होटल स्टाफ से कॉफी मंगवाई और फिर सो गया। शुक्रवार सुबह जब काफी देर तक रूम का दरवाजा नहीं खुला तो होटल स्टाफ ने कोतवाली पुलिस को इसकी सूचना दी। इस पर पुलिस होटल पहुंची। युवक ने कमरे में फांसी लगाई हुई थी। पुलिस ने शव को कब्जे में लिया। शव की शिनाख्त विकास नागपाल (28 वर्ष) पुत्र नरेंद्र नागपाल निवासी 704 ए महावीर कालोनी निकट जैन चक्की जगादरी यमुनानगर हरियाणा के रूप में की। पुलिस ने कमरे से आठ पेज का सुसाइड नोट भी बरामद किया। जिसमें युवक ने पत्नी के निधन के बाद तनाव में होने का जिक्र किया है। पुलिस ने युवक के परिजनों से संपर्क किया। प्राथमिक पूछताछ में पता चला कि युवक यमुना नगर स्थित एक इंस्टिट्यूट में प्रवक्ता था।

बुर्जुग महिला से चेन लूट

देहरादून, 3 जुलाई (निस)। कैनाल रोड पर देर शाम बदमाशों ने सरेआम एक बुर्जुग महिला से चेन लूट की वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर बदमाशों की तलाश शुरू कर दी है। मिली जानकारी के अनुसार किशनपुर निवासी चन्द्रमा देवी ने राजपुर थाने पहुंच कर अज्ञात बाइक सवार बदमाशों के खिलाफ गले से चेनलूट का मुकदमा दर्ज करा दिया है। चन्द्रमा देवी ने पुलिस को बताया कि वह शाम को किसी कार्यवश कैनाल रोड की तरफ गयी थी। अभी वह कैनाल रोड स्थित एक गली के पास पहुंची ही थी कि पीछे से आये दो बाइक सवार लुटेरों ने उसको धक्का देकर चेनलूट ली। अचानक हुए इस हमले से महिला सकते में आ गयी। इससे पहले महिला शोर मचाने का प्रयास करती बदमाश तेजी से बाइक चलाकर भागने के प्रयास में सफल हो गये। इस दौरान महिला ने आस पास के लोगों को इस मामले की जानकारी दी। चेन लूटेरों के हमले से घबराई बुर्जुग महिला ने अपने परिजनों को इस बात की जानकारी दी। परिजन बुर्जुग महिला को लेकर राजपुर थाने पहुंचे और अज्ञात बदमाशों के खिलाफ चेन लूट का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज करा दिया है। पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए चेन लुटेरो की तलाश में छापेमारी शुरू कर दी है।

कांग्रेस पार्षदों ने दिया नगर निगम में धरना

देहरादून, 3 जुलाई (निस)। डोर-टू-डोर कूड़ा उठाने की मांग को लेकर कांग्रेसी पार्षदों ने शुक्रवार नगर निगम में धरना दिया। नगर निगम परिसर में धरने पर बैठे कांग्रेसी पार्षदों का नेतृत्व करते हुए नेता प्रतिपक्ष नगर निगम नीनू सहगल ने कहा कि शहर की सफाई व्यवस्था चैपट हो चुकी है। डोर-टू-डोर कूड़ा उठान का कार्य नहीं हो रहा है। शहर के सभी वार्डों में जगह-जगह से कूड़े का उठान 10-10 दिनों से नहीं हुआ है। वहीं बारिश का मौसम शुरू हो चुका है लेकिन अब तक नालियों की सफाई नहीं करायी गयी है। इस तरह से पूरे शहर की सफाई व्यवस्था चरमरा गयी है। पूरे शहर में गंदगी फैली हुई है और जगह-जगह पड़ा कूड़ा सड़ रहा है। जिससे दुर्गंध के कारण लोगों का जीना मुहाल हो रखा है। उनका कहना था कि अब बरसात का मौसम भी शुरू हो गया है और ऐसे में कूड़े के ढेर बीमारियों का कारण बन रहे हैं। नगर निगम के वर्कशाॅप की स्थिति काफी खराब है। जिनको देखने वाला कोई नहीं है। उन्होंने बताया कि  मेयर का ध्यान आकर्षित करने के लिए ही उनके कक्ष के बाहर धरना दिया जा रहा है। जिससे कि शहर की सफाई व्यवस्था को दुरूस्त करने के लिए ठोस कदम उठाए जा सकें। धरने पर जगदीश धीमान, आनंदत्यागी, सोनू उनियाल, बीना बिष्ट, रमेश बुटोला, सुशील पाल, संजय, मनीष यादव,विजय भूषण, गुरविन्द्र लाली, ओमपाल सिंह तथा चरणजीत आदि बैठे।

हरिद्वार मंड़ी परिषद अध्यक्ष संजय चोपड़ा कांग्रेस से निष्कासित 

देहरादून, 3 जुलाई (निस)। प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा विगत दिनों हरिद्वार में पार्टी कार्यक्रम के दौरान हुए प्रकरण को गम्भीरता से लेते हुए दोनों सम्बन्धित पक्षों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की है। इस संबंध में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुख्य प्रवक्ता मथुरादत्त जोशी ने बताया कि हरिद्वार प्रकरण को लेकर प्रदेश कांग्रेस अनुशासन समिति की बैठक में दोनों पक्षों की बात सुनने के उपरान्त प्रदेश अनुशासन समिति द्वारा दोनों पक्षों को लिखित रूप से अपना पक्ष रखने के निर्देश दिये गये थे। प्रदेश कांग्रेस अनुशासन समिति के अध्यक्ष रविन्द्र जैन की अध्यक्षता में हुई बैठक में सभी सदस्यों ने एकमत होकर कहा कि पार्टी में किसी भी स्थिति में अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जायेगी। बैठक में निर्णय लिया गया कि प्रकरण में दोषी पाये जाने पर अध्यक्ष मण्डी समिति हरिद्वार संजय चोपड़ा को पार्टी सदस्यता से 6 माह के लिए तथा सुन्दर सिंह मनवाल को पार्टी सदस्यता से 3 माह के लिए निलम्बित कर दिया गया है। प्रदेश अनुशासन समिति के अध्यक्ष रवीन्द्र जैन ने दोनों पक्षों को समिति के फैसले से अवगत कराते हुए  निलम्बन के आदेष जारी किये हैं। उल्लेखनीय है कि पार्टी के एक सार्वजनिक कार्यक्रम में सडक पर ही सबके सामने दोनों नेताओं में खूब खींचतान, धक्का-मुक्की व कहा-सुनी हो गयी थी।

बालिकाओं के निधन पर सीएम ने दुख व्यक्त किया 

देहरादून, 3 जुलाई (निस)। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने जनपद चमोली के थराली में पार्था गांव की दो बालिकाओं के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। उन्होंने दिवंगत आत्माओं की शांति एवं दुःख की इस घड़ी में उनके परिजनों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से कामना की है। मुख्यमंत्री श्री रावत ने दुःख की इस घड़ी में बालिका के परिजनों को एक-एक लाख रुपये की धनराशि मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से देने की घोषणा की। साथ ही वन विभाग के अधिकारियों को भी निर्देश दिये कि वन विभाग भी परिजनों को मुआवजा राशि शीघ्र प्रदान करे। गुलदार को पकड़ने के लिए वन विभाग के अधिकारी टीम गठित करे। मुख्यमंत्री श्री रावत ने भीमताल में आंगनबाड़ी कार्यकर्ती की हत्या के मामले में जिलाधिकारी और एस.एस.पी. नैनीताल को निर्देश दिये कि आरोपी की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की जाय। मुख्यमंत्री श्री रावत ने घटना पर दुःख व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्मा की शांति एवं दुःख की इस घड़ी में उनके परिजनों धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से कामना की है। मुख्यमंत्री श्री रावत ने मृतक के परिजनों को 2 लाख रुपये देने की भी घोषणा की। यह जानकारी मुख्यमंत्री के मीडिया प्रभारी सुरेन्द्र कुमार द्वारा दी गई है।

आर्थिक संसाधन बढ़ाने पर विशेष ध्यान दे नगर पालिकाः सीएम 

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देहरादून, 3 जुलाई (निस)। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने प्रदेश की नगर पालिकाओं से अपने आर्थिक संसाधनों को बढ़ाने के प्रति विशेष ध्यान देने को कहा है। उन्होने सचिव नगर विकास को भी नगर पालिकाओं की वित्तीय स्थिति का आकलन करने के निर्देश दिये है। नगर पालिकाओं के स्थायी पदों को यथावत बनाये रखने एवं सफाई कर्मियों को स्वास्थ्य बीमा योजना की सुविधा प्रदान के साथ ही उनका जीवन बीमा भी किये जाने के निर्देश उन्होने दिये। इसकी आधी धनराशि राज्य सरकार द्वारा वहन की जायेगी। बीजापुर अतिथि गृह में प्रदेश के  नगर पालिका अध्यक्षों एवं सफाई कर्मचारी आयोग के अध्यक्ष  व पदाधिकारियों की बैठक में मुख्यमंत्री श्री रावत ने नगर पालिकाओं से अपने संसाधनों को बढ़ाने पर ध्यान देने को कहा। उन्होने कहा कि नगर पालिकाये अपनी आर्थिक स्थिति एवं संसाधनों के अनुसार कार्ययोजना बनायें। उन्होने कहा कि नगर पालिका के स्थायी पदों को समाप्त नहीं किया जायेगा। सफाई कर्मियों को मुख्यमंत्री स्वास्थय बीमा योजना का लाभ देने के साथ ही उनके 50 हजार तक का जीवन बीमा किया जायेगा। जिसकी प्रिमियम की आधी धनराशि सरकार द्वारा वहन की जायेगी। बैठक में अपर मुख्य सचिव राकेश शर्मा, सचिव नगर विकास डीएस गब्र्याल, सफाई कर्मचारी आयोग के अध्यक्ष किरन पाल वाल्मिकी, नगर पालिका अध्यक्ष मसूरी, मनमोहन मल्ल, ऋषिकेष दीप शर्मा सहित विभिन्न नगर पालिकाओं के अध्यक्ष व सफाई कर्मचारी यूनियन की सचिव मीनू गांगट आदि उपस्थित थे।

उमा भारती के समक्ष चारधाम यात्रा मार्ग के संबंध में प्रस्तुतीकरण किया, उत्तराखण्ड आपदा के दृष्टिगत संवेदनशील राज्यः सीएम 

देहरादून, 3 जुलाई (निस)। शुक्रवार को सचिवालय में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के अधिकारियों द्वारा मुख्यमंत्री हरीश रावत और केन्द्रीय जल संसाधन नदी विकास तथा गंगा पुनरूद्वार मंत्री उमा भारती के समक्ष चारधाम यात्रा मार्ग के संबंध में प्रस्तुतीकरण किया गया। प्रस्तुतीकरण के माध्यम से राष्ट्रीय राजमार्ग के तहत आने वाले चारधाम यात्रा मार्ग के लिए प्रस्तावित टू लेन सड़क मार्ग, मरम्मत कार्य व अन्य विकल्पों के संबंध में विस्तृत प्रस्तुतीकरण किया गया। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि उत्तराखण्ड आपदा के दृष्टिगत संवेदनशील राज्य है। चारधाम यात्रा राज्य के पर्यटन व्यवसाय से जुड़ा हुआ है, इसलिए चारधाम यात्रा मार्ग पर प्राथमिकता के तौर पर सबसे पहले मरम्मत कार्य शुरू किये जाय। साथ ही जिन स्थानों पर लैंड स्लाइडिंग अधिक होने की संभावना है, उसका भी समाधान निकाला जाय। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय दो बिन्दुओं पर प्राथमिकता से कार्य करे, एक तो लाॅग टर्म योजना तैयार करे, दूसरा शाॅर्ट टर्म योजना तैयार करे। यात्रा मार्ग को बेहतर बनाने के लिए टनल, एलीवेटिट सड़क मार्ग, बाईपास सड़क आदि विकल्पों पर विचार कर कार्य जल्द से जल्द शुरू किया जाय। अर्द्ध कुम्भ मेला को देखते हुए 4 लेन के बजाय पहले दो लेन पर ही कार्य किया जाय। ताकि हरिद्वार शहर को जोड़ने वाले सड़क मार्ग को जल्द से जल्द पूरा किया जा सके। जहां-जहां पर मरम्मत होनी है, वहां पर त्वरित कार्य शुरू किया जाय। अर्द्धकुम्भ के समय यातायात व्यवस्था सुगम हो, इसके लिए जरूरी है कि सड़क मार्ग के कार्य प्राथमिकता पर पूरे किये जाय। उन्होने रोशनाबाद बिहारीगढ़ राजमार्ग को एनएच के अधीन लेने की भी बात कही। मुख्यमंत्री श्री रावत ने निर्देश दिये कि सोनप्रयाग से गौरीकुंड तक मार्ग को शीर्ष प्राथमिकता पर शुरू किया जाय। इसके अलावा जोशीमठ से बद्रीनाथ सड़क मार्ग के लिए भी विशेष योजना तैयार की जाय। सोनप्रयाग से गौरीकुंड तक सिंगल लेन का सड़क मार्ग बनाया जाय। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय द्वारा जो कार्ययोजना तैयार की जा रही है, उसमें स्थानीय हितों का भी ध्यान रखा जाय। किसी भी प्रस्तावित सड़क मार्ग से स्थानीय उद्योग, पर्यटन व खेती को कम से कम नुकसान हो। ऋषिकेश से बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर जिन स्थानों पर अधिक भूस्खलन होता है, वहां पर सुरक्षा दीवार आदि कार्य किये जाय। साथ ही ऐसे स्थानों पर उच्च क्षमता की मशीने भी रखी जाय। हर्षिल और गंगोत्री में भी विशेष फोकस किया जाय। चारधाम यात्रा मार्ग पर प्रस्तावित कार्ययोजना में तेजी लाने के लिए लोक निर्माण विभाग द्वारा एक नोडल अधिकारी नामित किया जायेगा, जो वन भूमि संबंधी एवं अन्य प्रकरणों पर जल्द से जल्द स्वीकृति दिलाने में केन्द्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय को सहयोग प्रदान करेगा। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा तैयार किये गये प्रस्तुतीकरण को मुख्यमंत्री श्री रावत ने देखा और कुछ बिन्दुओं पर सुझाव भी दिये। प्रस्तुतीकरण के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि जोशीमठ से बद्रीनाथ सड़क मार्ग बेनाकुली के पास भी काफी खराब हो गया है, इसका भी शीघ्र समाधान किया जाय। त्वरित तौर पर वहां से मलबा हटाने की व्यवस्था के साथ ही कोई वैकल्पिक मार्ग भी तैयार किया जाय। इसी प्रकार से पाण्डुकेश्वर के आगे भी सड़क मार्ग काफी खराब है, इसके लिए भी कोई योजना तैयार की जाय। पाण्डुकेश्वर के पास नदी कटाव से सड़क कट रही है, इसलिए एन.एच. सुरक्षा दीवार संबंधी कार्य भी करे। मुख्यमंत्री ने सचिव सिंचाई को निर्देश दिये कि खैरोगंगा के संबंध में प्रस्ताव तैयार जल संसाधन मंत्रालय को भेजा जाय। बद्रीनाथ में एक अतिरिक्त ब्रिज भी बनाया जाय। रूद्रप्रयाग से गौरीकुंड सड़क मार्ग पर कुंड व तिलवाड़ा के संबंध में सिंचाई विभाग के साथ नदी के बदलते जल धारा प्रवाह के संबंध में विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जाय। उसी अनुसार वैकल्पिक मार्ग की डिजाइन तैयार की जाय। केन्द्रीय जल संसाधन नदी विकास तथा गंगा पुनरूद्वार मंत्री उमा भारती ने कहा कि यह कार्ययोजना चारधाम यात्रा के लिए उपयोगी सिद्ध होगी। उन्होंने सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के अधिकारियों से कहा कि नेशनल मिशन आफ क्लीन गंगा मिशन के तहत अब से जो भी कार्ययोजना तैयार हो, उसमें यह भी प्रस्ताव रखा जाय कि गंगा नदी के किनारे बनने वाली सड़क के किनारे मेडिसनल प्लांट लगाये जायेंगे। साथ ही उत्तराखण्ड में तीर्थाटन और पर्यटन को देखते हुए बद्रीनाथ और केदारनाथ तक पहुंचने के लिए कुछ अन्य विकल्पों पर विचार किया जाय। इसके लिए नये रूटों को भी चिन्हित किया जाय।सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय भारत सरकार के चीफ इंजीनियर ए.के.श्रीवास्तव द्वारा पूरी कार्ययोजना के संबंध में विस्तृत प्रस्तुतीकरण किया गया। उन्होंने बताया कि राज्य में राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय के पास 2967 कि.मी. सड़क मार्ग है। 21 राष्ट्रीय राजमार्ग है। राज्य लोक निर्माण विभाग के पास लगभग 1807 किमी. सड़क मार्ग है, जबकि 429 कि.मी. सड़क मार्ग बी.आर.ओ. के पास है। श्री श्रीवास्तव द्वारा बताया गया कि चारधाम यात्रा मार्ग पर प्रस्तावित कार्ययोजना के तहत एन.एच.-58 ऋषिकेश-बद्रीनाथ राजमार्ग के लिए कुल 2073.65 करोड़ रुपये, एन.एच.-58 ऋषिकेश-बद्रीनाथ राजमार्ग के लिए 1329.37 करोड़ रुपये, रूद्रप्रयाग से गौरीकुण्ड के लिए 754.08 करोड़ रुपये, एन.एच.-94 ऋषिकेश-धरासू-यमुनोत्री के लिए 1320.53 करोड़ रुपये, धरासू से यमुनोत्री मार्ग पर टनल व ब्रिज हेतु 1751.65 करोड़ रुपये, एन.एच.-108 धरासू से गंगोत्री के लिए 1979.45 करोड ़ रुपये तथा एन.एच.-125 टनकपुर से पिथौरागढ़ के लिए 1408.33 करोड़ रुपये लागत की धनराशि व्यय होगी। इस प्रकार इस पूरी परियोजना पर 889 कि.मी. सड़क निर्माण पर लगभग 11697.317 करोड़ रुपये व्यय होगा। बैठक में विधायक बद्रीनाथ राजेन्द्र भण्डारी, अपर मुख्य सचिव राकेश शर्मा, प्रमुख सचिव एस.रामास्वामी, अपर सचिव लोनिवि अरविन्द ह्यांकी, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के अधिकारी टी.टी.नेगी, पी.के.मौर्य, अभिजीत कुमार सहित लोनिवि, वन आदि विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे। 

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