पश्चिम बंगाल। सोलहवीं लोक सभा में एंग्लो-इंडियन समुदाय के प्रतिनिध शिक्षक प्रो0 रिचर्ड हेय और फिल्मी अभिनेता जौर्ज बेकर हैं। भारतीय संविधान में लोक सभा में एंग्लो-इंडियन समुदाय के किसी 2 शख्स को सरकार के द्वारा मनोनीत करने का अधिकार दिया है। सतारूढ़ सरकार के द्वारा 2 वंदे का नाम चयन करके अधिकारिक घोषणा करने के लिए राष्ट्रपति के पास नाम को अग्रसारित करते हैं।
आसाम और बंगाली फिल्मी जगत के विख्यात अभिनेता जौर्ज बेकर हैं। सत्तर के दशक में खुब चमके और नाम रौशन कर पाए। अन्य सिने कलाकारों की तरह ही 2014 में भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता जौर्ज बेकर ग्रहण किए। बीजेपी के टिकट पर 2014 के आम चुनाव में पार्टी उम्मीदवार के रूप में पश्चिमी बंगाल में स्थित हावड़ा संसदीय क्षेत्र से किस्मत अजमाएं। 2014 में मोदी लहर होने के बावजूद भी पश्चिमी बंगाल की सीएम ममता दीदी की लहर से मात खा गए।
विख्यात अभिनेता जौर्ज बेकर को लोक सभा के सदस्य बनाने को प्रतिबद्ध पीएम नरेन्द्र मोदी ने संविधान के दायरे में मिले अधिकार के अधिकारी जौर्ज बेकर को बना डाला। उनको एंग्लो-इंडियन समुदाय के प्रतिनिधि के रूप में लोक सभा में मनोनीत कर लिए गए। माननीय राष्ट्रपति डा.प्रणव मुखर्जी ने बतौर एंग्लो-इंडियन समुदाय के प्रतिनिधित्व करने संबंधी आदेश को निर्गत कर दिए।
लोक सभा में अध्यक्ष सुमित्रा महाजन के समक्ष सोमवार को जौर्ज बेकर ने शपथ ग्रहण किए। इस तरह जौर्ज बेकर, सांसद बन गए। इनको वेतन के रूप में 50 हजार रू. और सत्र के दौरान 2 हजार रू.भत्ता प्राप्त होगा। अन्य सुविधाएं अन्य सांसदों की तरह प्राप्त होगा। सोलहवीं लोक सभा के सदस्य 1.06.2014 से मान्य होगा।
जाने-माने शिक्षक प्रो0 रिचर्ड हेय (63साल)को भी एंग्लो-इंडियन समुदाय के प्रनिनिधित्व करने लिए मनोनीत किया गया है। प्रो0 हेय केरल प्रदेश के रहने वाले हैं। माननीय सांसद देश-विदेश में शिक्षा को शिखर पर पहुंचने का प्रयास किए हैं। एक तरह से कह सकते हैं कि शिक्षा जगत का संस्था प्रो0 हेय हैं।
आलोक कुमार
बिहार
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