मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सीताराम येचुरी ने भारतीय जनता पार्टी को राष्ट्रीय स्वयं सेवक का कठपुतली बताते हुए आरोप लगाया कि भाजपा देश में हिन्दुत्व को थोपना चाह रही है । श्री येचुरी ने आज यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि भाजपा आरएसएस के इशारे पर काम कर रही है और इसी का नतीजा है कि लोगों पर हिन्दुत्व को थोपने की साजिश चल रही है । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी आरएसएस के एजेंडे को ही लागू करने में लगे हुए है । उन्होंने कहा कि भाजपा के सत्ता में आने के बाद से इस तरह की साजिश दिखाई भी पड़ रही है । माकपा नेता ने कहा कि सरकारी संस्थाओं का भगवाकरण किया जा रहा है । दो दिन पहले आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने आरक्षण के प्रावधान को लेकर जो बयान दिया है वह भाजपा और आरएसएस की सोंची -समझी हुई रणनीति का ही एक हिस्सा है । उन्होंने कहा कि मंडल आयोग की सिफारिशें जब लागू की गयी थी उस समय भी भाजपा और आरएसएस ने इसका विरोध किया था ।
श्री येचुरी ने कहा कि आरक्षण की व्यवस्था संविधान में की गयी है और इसे कोई समाप्त नहीं कर सकता । उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव और जनता दल यूनाईटेड के वरिष्ठ नेता नीतीश कुमार ने जातीय गोलबंदी के नाम पर सिर्फ लोगों को धोखा दिया है । श्री कुमार ने अपने दस वर्षो के कार्यकाल के दौरान जो लोगों से वादा किया था उसे पूरा नहीं कर सके है । माकपा नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री कुमार ने अमीर दास आयोग और भूमि सुधार आयोग की अनुशंसा को तो लागू नहीं ही किया वहीं गरीबों की हक की रक्षा के लिए बटाईदारी कानून भी नहीं बनाया । श्री कुमार ने अपने कार्यकाल में लोगों से किये गये एक वादे को भी नहीं पूरा किया । उन्होंने कहा कि श्री कुमार के दस वर्षो के कार्यकाल में सात वर्ष भाजपा का भी रहा है । भाजपा ने भी गरीबों के लिए कुछ नहीं किया । श्री यचुरी ने कहा कि भाजपा केवल सत्ता हथियाना चाह रही है और इसके लिए हर हथकंडा अपनाने में लगी हुई है । विधानसभा के चुनाव में भाजपा 10 हजार करोड़ रूपया खर्च कर रही है और यह राशि कहा से आ रही है यह उसे बताना चाहिए । उन्होंने कहा कि बिहार में वामदल तीसरे विकल्प के रूप में उभरकर सामने आयी है और चुनाव में वामदल का बेहतर प्रदर्शन होगा ।

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