मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के गतिरोध के बावजूद वित्त मंत्री अरूण जेटली अप्रत्यक्ष कर की दिशा में सबसे बडे सुधार वस्तु एवं सेवाकर(जीएसटी) को एक अप्रैल 2016 से लागू किये जाने के प्रति आशान्वित हैं। श्री जेटली ने आज यहां इंडिया इकोनोमिस्ट शिखर सम्मेलन में कहा कि सुधार के पथ पर आगे बढना और उच्च विकास दर हासिल करने का माहौल बनाना महत्वपूर्ण है।
वर्तमान वैश्विक आर्थिक परिस्थिति भारत के लिए एक बडा अवसर है। वित्त मंत्री ने कहा कि राज्यसभा में अगले वर्ष अप्रैल से संख्या बल में बदलाव होने की उम्मीद है जो सरकार के पक्ष में जा सकती है। अर्थशास्त्रियों का अनुमान है कि जीएसटी के लागू होने से भारत के सकल घरेलू उत्पाद(जीडीपी) में दो फीसदी तक की बढोतरी हो सकती है लेेकिन ऊपरी सदन में सरकार के पास बहुमत नहीं होने की वजह से इसे पारित कराने में कठिनाइयां आ रही है। हालांकि सरकार अभी भी इसे पारित कराने के लिए प्रत्यनशील है। इसी वजह से मानसून सत्र का सत्रावसान नहीं किया गया है। शेखर मधूलिका वार्ता

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