अगले वर्ष से जीएसटी लागू करने के प्रति जेटली आशान्वित - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


बुधवार, 9 सितंबर 2015

अगले वर्ष से जीएसटी लागू करने के प्रति जेटली आशान्वित

मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के गतिरोध के बावजूद वित्त मंत्री अरूण जेटली अप्रत्यक्ष कर की दिशा में सबसे बडे सुधार वस्तु एवं सेवाकर(जीएसटी) को एक अप्रैल 2016 से लागू किये जाने के प्रति आशान्वित हैं। श्री जेटली ने आज यहां इंडिया इकोनोमिस्ट शिखर सम्मेलन में कहा कि सुधार के पथ पर आगे बढना और उच्च विकास दर हासिल करने का माहौल बनाना महत्वपूर्ण है। 

वर्तमान वैश्विक आर्थिक परिस्थिति भारत के लिए एक बडा अवसर है। वित्त मंत्री ने कहा कि राज्यसभा में अगले वर्ष अप्रैल से संख्या बल में बदलाव होने की उम्मीद है जो सरकार के पक्ष में जा सकती है। अर्थशास्त्रियों का अनुमान है कि जीएसटी के लागू होने से भारत के सकल घरेलू उत्पाद(जीडीपी) में दो फीसदी तक की बढोतरी हो सकती है लेेकिन ऊपरी सदन में सरकार के पास बहुमत नहीं होने की वजह से इसे पारित कराने में कठिनाइयां आ रही है। हालांकि सरकार अभी भी इसे पारित कराने के लिए प्रत्यनशील है। इसी वजह से मानसून सत्र का सत्रावसान नहीं किया गया है। शेखर मधूलिका वार्ता

कोई टिप्पणी नहीं: