अपनी पत्नी की ओर से दर्ज घरेलू हिंसा और हत्या के प्रयास के मामले में बीते कई दिनों से गिरफ्तारी से बच रहे आम आदमी पार्टी के विधायक सोमनाथ भारती ने सोमवार रात को दिल्ली पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया। जानकारी के अनुसार, सोमनाथ को मंगलवार को द्वारका कोर्ट में पेश किया जाएगा। गौर हो कि सोमनाथ कल रात करीब सवा दस बजे दिल्ली के द्वारका पुलिस थाने में सरेंडर करने पहुंचे, जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तारी से करीब सप्ताह भर से बचते फिर रहे सोमनाथ भारती ने सुप्रीम कोर्ट का आदेश आने के कुछ घंटों बाद सोमवार रात पुलिस के समक्ष समर्पण कर दिया। भारती की पत्नी ने उनके खिलाफ घरेलू हिंसा और हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कराया है। भारती अपने वकीलों के साथ उत्तरी द्वारका थाने में पहुंचे। उनकी कार रात करीब 10.10 बजे थाने पहुंची। उन्होंने पुलिस के समक्ष खुद को पेश किया।
मौके पर मीडियाकर्मियों के सामने भारती ने कार में बैठे बैठे भारतीय संविधान की एक प्रति लहराई जो उन्होंने अपने साथ ले रखी थी। दिल्ली के पूर्व कानून मंत्री भारती के खिलाफ उनकी पत्नी लिपिका मित्रा की शिकायत पर उत्तरी द्वारका थाने में मामला दर्ज किया गया था। भारती ने कहा कि वारंट जारी था और मैं माननीय उच्चतम न्यायालय की ओर से मुझे समर्पण का आदेश देने तक कानूनी उपायों की मदद ले रहा था। आदेश का पालन करते हुए मैं यहां समर्पण करने आया हूं। उन्होंने कहा कि मैं कानून से भाग नहीं रहा था। मैं भारत के संविधान में दिए गए कानूनी उपायों की मदद ले रहा था। भारती को कार से निकलने में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ा और किसी पुलिसकर्मी ने उनको मदद की पेशकश नहीं की।
समर्पण करने से कुछ देर पहले भारती ने कहा कि यह भी बीत जाएगा और सच सामने आएगा। भारती के एक वकील ने कहा कि विधायक के पिता बीमार थे और इसलिए वह शाम तक समर्पण नहीं कर सके जैसा कि उच्चतम न्यायालय ने आदेश दिया था। उन्होंने कहा कि भारती पुलिस से भाग नहीं कर रहे हैं, बल्कि उससे बच रहे हैं। उच्चतम न्यायालय से सोमनाथ भारती को राहत नहीं मिलने के कुछ देर बाद आज आप नेताओं ने पार्टी और खुद को ‘और शर्मिंदगी’ से बचाने के लिए उनसे तुरंत समर्पण करने के लिए कहा था। इससे पूर्व प्रधान न्यायाधीश एचएल दत्तू और न्यायमूर्ति अमिताव रॉय की पीठ ने मामले की सुनवाई गुरूवार के लिए स्थगित करते हुए कहा कि उन्हें सोमवार शाम तक पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण करने का आदेश दिया जाता है।

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