भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी(भाकपा)ने जाति,सम्प्रदाय और धन-बल के दम पर राजनीति करने वाली पार्टियों को दरकिनार कर छह दलों के वाम मोर्चा प्रत्याशियों को बिहार विधानसभा चुनाव में जीत दिलाने की मतदाताओं से आज अपील की। भाकपा की बिहार इकाई के राज्य सचिव सत्य नारायण सिंह ने चुनाव घोषणा पत्र के स्थान पर मतदाताओं के लिए एक अपील जारी की जिसमें कृषि को पहला एजेंडा बनाया गया है। श्री सिंह ने कहा कि वाम मोर्चा की राज्य में सरकार बनने पर बेघर भूमिहीनों को 10 डिसमिल जमीन घर बनाने के लिए दी जायेगी ।पर्चाधारियों को कब्जा और कब्जाधारियों को पर्चा तथा सभी भूमिहीनों को जोत की जमीन ,सीमांत और छोटे-मझोले किसानों को निशुल्क बिजली और किसानों को आधी कीमत पर खाद,बीज,कृषि उपकरण आदि प्रदान किये जायेंगे।
गौरतलब है कि भाकपा,मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी,भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी(माले),फारवर्ड ब्लाक,आरएसपी
और एसयूआई(सी) ने वाम ब्लाक बनाकर बिहार की सभी सीटों पर चुनाव लडने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि बाढ और सूखा तथा बिजली संकट का समाधान किया जायेगा। विकास और कल्याणकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार का अंत किया जायेगा।सबको समान शिक्षा और सबके लिए समान स्वास्थ्य सेवायें प्रदान की जायेंगी।तकनीकी शिक्षण संस्थाओं की स्थापना की जायेगी। दलितों,पिछडों,महिलाओं और अल्पसंख्यकों पर अत्याचार का अंत कर उनको मुख्य धारा में लाने के लिए विशेष कार्यक्रम शुरु की जायेंगी।
श्री सिंह ने बताया कि वाम मोर्चा की सरकार बनने पर अगले पांच वर्ष में प्रदेश की तस्वीर बदल जायेगी । वाम दल प्रदेश को प्रगति और समाजवाद की दिशा में ले जाना चाहते हैं। उन्होंने चुनाव प्रचार में विषवमन पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि केन्द्र में 16 महीने के राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार के कार्यकाल में मंहगाई बढ़ी है और आम आदमी की दुश्वारियां कम होने के बजाय बढ रही हैं। उन्होंने कहा कि महागठबंधन में शामिल राष्ट्रीय जनता दल 15 वर्ष तक और जनता दल(यूनाइटेड) 10वर्ष तक प्रदेश में शासन करते रहे हैं लेकिन राज्य की क्या हालत बदतर बनी हुई है। उन्होंने राज्य के मतदाताओं से जाति,सम्प्रदाय और धन-बल के दम पर राजनीति करने वालों को दरकिनार कर वाम दलों के मोर्चा के प्रत्याशियों को जिताने की अपील की।

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