पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कहा है कि उन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासभा में जो चार सूत्री शांति प्रस्ताव पेश किया ,उस पर भारत को देर सबेर विचार करना होगा। श्री शरीफ ने कल यहां हवाईअड्डे पर संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने भाषण में सभी आवश्यक मुद्दे उठाए और ठाेस प्रस्ताव पेश किए ताकि दोनों देशों के बीच तनाव कम किया जा सकें। उन्होंने कहा “सीमा पार से पाकिस्तान के खिलाफ छद्म युद्ध समाप्त होना चाहिए।” उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के पास उसकी सरजमीं पर आतंकवादी गतिविधियों में भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ की संलिप्तता के सबूत हैं और उन्होंने संयुक्त राष्ट्र को भी इसके सबूत सौंपे है।
उन्होंने विश्वास जताया कि पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र को जो डोजियर सौंपे है उसका महत्वपूर्ण असर होगा। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान के रूख को देख रहा है और आरोप-प्रत्यारोप से शांति स्थापित नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में तनाव से विकास प्रक्रिया बाधित हो रही है और बातचीत के बिना मुद्दाें को सुलझाने का और कोई तरीका नहीं है। श्री शरीफ ने कहा “पाकिस्तान और भारत दोनों को मुद्दों के हल के लिए संतुलित रवैया अपनाने की जरुरत है। जितनी जल्दी बातचीत शुरु होगी उतना ही दोनों देशों के लिए बेहतर होगा।

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