पाकिस्तान आतंकवाद छोड़े, तभी शांति संभव: भारत - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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गुरुवार, 1 अक्तूबर 2015

पाकिस्तान आतंकवाद छोड़े, तभी शांति संभव: भारत


 भारत ने दो टूक शब्दों में कहा कि पाकिस्तान ‘आतंकवाद का प्रमुख प्रायोजक’ है और स्पष्ट किया कि शांति कश्मीर से सेना हटाने से नहीं, बल्कि पाकिस्तान के आतंकवाद छोड़ने से आएगी क्योंकि इस्लामाबाद आतंकवाद को अपनी शासन नीति के ‘वैध हथियार’ के रूप में इस्तेमाल करता रहा है । भारत ने पाकिस्तान से यह भी आग्रह किया कि वह पाक अधिकृत कश्मीर को ‘जल्द खाली करे ।’ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ द्वारा संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने संबोधन में कश्मीर का मुद्दा उठाए जाने के थोड़ी देर बाद नयी दिल्ली की ओर से यह प्रतिक्रिया आई ।

शरीफ ने अपने संबोधन में कश्मीर मुद्दे का समाधान न होने को विश्व निकाय की विफलता करार दिया और भारत के साथ शांति के लिए चार सूत्री ‘शांति पहल’ प्रस्तावित की जिसमें कश्मीर से सेना हटाने की बात भी शामिल है । शरीफ ने यह भी कहा था कि पाकिस्तान आतंकवाद का ‘प्रमुख पीड़ित’ है ।संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थाई मिशन में प्रथम सचिव अभिषेक सिंह ने महासभा के 70वें सत्र की आम चर्चा के दौरान जवाब देने के भारत के अधिकार का इस्तेमाल करते हुए कहा, 

’वास्तव में यह (पाकिस्तान) आतंकवाद को पालने-पोसने और प्रायोजित करने की अपनी खुद की नीतियों का शिकार हो गया है । मामले के केंद्रबिन्दु में एक ऐसा देश है जो आतंकवाद का इस्तेमाल शासन नीति के वैध हथियार के रूप में करता है ।’ उन्होंने कहा, ‘विश्व चिंता के साथ देखता है क्योंकि इसके परिणाम इसके तात्कालिक पड़ोसी से परे फैल चुके हैं ।’ इसके अतिरिक्त, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने सिलसिलेवार ट्वीट के जरिए अपने जवाब में कहा, ‘कश्मीर से सेना हटाना कोई समाधान नहीं है, बल्कि समाधान पाकिस्तान के आतंकवाद छोड़ने से होगा ।’

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