आहरण संवितरण अधिकारी आई.एफ.एम.आई.एस. के अंतर्गत हायरारकी टेम्पलेट भरें
संचालनालय कोष एवं लेखा म.प्र.भोपाल द्वारा प्रदेश के सभी आहरण एवं संवितरण अधिकारियों को कोषालय उप कोषालय से आई.एफ.एम.आई.एस. के अंतर्गत प्रदान की गई लॉगिन पासवर्ड का उपयोग कर हायरार की टेम्पलेट भरने के निर्देश दिये गये है। साथ ही इस योजना के अंतर्गत प्रदत्ता लॉगिन पासवर्ड का उपयोग कर अपने अधीनस्थ कार्यरत सभी कर्मचारियों का डेटा भी वेरीफाई करने तथा यदि इसमें किसी सुधार की आवश्यकता हो तो सॉफ्टकापी में कोषालय में जाकर सुधार करने के निर्देश भी दिये गये है। जिले के सभी आहरण एवं संवितरण अधिकारियों से अनुरोध किया गया है कि वे यथाशीघ्र हायरार की टेम्पलेट भरकर जानकारी कोषालय में प्रस्तुत करें तथा यदि इस कार्य में कोई कठिनाई हो तो वे जिला कोषालय अधिकारी से संपर्क कर सकते है।
पोटाश उर्वरक का उपयोग अवश्य करें किसान
कृषि विभाग द्वारा कृषकों को सलाह दी है कि संतुलित मात्रा में ही उर्वरकों का इस्तेमाल करें। वर्तमान परिस्थितियों में पोटाश तत्व का उपयोग विशेषकर उपयुक्त होगा। चूंकि अब फसलों की बुवाई सीडड्रिल के माध्यम से कतारों में की जाती है। अतः मिश्रित उर्वरक जिनमें पोटाश तत्व होता है, का उपयोग बुवाई के समय करना अधिक लाभकारी होगा। तिलहनी फसलों में गंधक की पूर्ति तथा जिन मृदाओं में जस्ते की कमी है वहां जिंकसल्फेट का उपयोग बुवाई के समय करें। पोटाश उर्वरक पौधों के लिए कीटव्याधि से बचने की प्रतिरोधक क्षमता बढाती है। अतः पोटाश उर्वरक का उपयोग अन्य उर्वरकों के साथ अवश्य शामिल करें।
सब्जियों में कीट व रोग नियंत्रण के लिए किसानों को सलाह
जिले के कई क्षेत्रों में किसानों द्वारा टमाटर, मिर्च, बेंगन तथा कद्दूवर्गीय फसल लगाई गई है। गत 10-12 दिनों से तापमान में वृद्धि होने व मौसम खुलने के कारण सब्जी की फसलों में लीफ कर्ल, झुलसा, फली छेदक इल्ली आदि समस्याएं देखी जा रही हैं। उद्यान विभाग द्वारा किसानों को सलाह दी गई है कि टमाटर व मिर्च की फसल में लीफ कर्ल जिसमें पत्तियां सुकड़ जाती हैं, के नियंत्रण के लिए इमिडाक्लोप्रिड तीन मिलीलीटर दवा 10 लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करें। इसी प्रकार टमाटर के फल व पत्तियों में काले रंग के धब्बे बनकर आ रही सड़न के नियंत्रण के लिए मेटालेक्जिल तथा मैंकाजेब दो ग्राम प्रति लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करें।किसानों को सलाह दी गई है कि बैंगन की फसल में फल व तना छेदक कीट के नियंत्रण के लिए इण्डोक्साकार्ब तीन मिलीलीटर दवा प्रति 10 लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करें। बैंगन में फलों पर काले रंग के धब्बे व फल सड़ने से बचाने के लिए कार्बेन्डाजिम फफूंदनाशक दवा का दो ग्राम प्रति लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करें। सब्जियों की नर्सरी में पौध गलन से बचाव के लिए कार्बेन्डाजिम या बावस्टिन का दो ग्राम प्रति लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करें। रबी मौसम में प्याज की खेती के लिए उन्नत प्रजातियों का चयन कर नर्सरी डालने की तैयारी करें व मटर की बुवाई के लिए उन्नत प्रजातियों जैसे आर्किल, बोनबिले, पीएसएम-3 का चयन करने तथा मटर की बुवाई अक्टूबर के प्रथम सप्ताह तक करने की सलाह दी गई है।
बेटियो की संख्या अधिक होने पर ग्राम पंचायते होगी पुरस्कृत
मुख्य कार्यपालन अधिकारी डा. आर.आर. भोसले ने बताया कि जिन ग्राम पंचायतो मे बेटियो की संख्या बेटो से अधिक होगी उन ग्राम पंचायतो को पुरस्कृत एवं सम्मानित किया जावेगा। डा. भोसले ने बताया की बेटियो के जन्म दर बढाने तथा बेटियो को प्रोत्साहित करने के लिए 19.05.2015 को मुख्य मंत्री निवास पर आयोजित महिला पंचायत के दौरान मान. मुख्यमंत्री श्री षिवराज सिंह चैहान ने अधिक बेटी संख्या वाली ग्राम पंचायतो को सम्मानित करने की घोषणा की थी। जिले के समस्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत को घोषणा अनुसार प्रतिवेदन भेजने के निर्देष दिये गये है।
महात्मा गांधी अभिसरण से जिले मे 61 ग्राम पंचायतो को निर्मल बनाने का होगा कार्य
- प्रत्येक शौचालय मे 18 मानव दिवस के लिए जाॅब कार्डधारियो को मनरेगा से होगा भुगतान
मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. आर.आर. भोसले ने बताया कि महात्मा गांधी नरेगा तथा स्वच्छ भारत मिषन के अभिसरण से जिले मे 61 ग्राम पंचायतो को निर्मल बनाने का कार्य किया जा रहा है। डाॅ. भोसले ने बताया कि, आयुक्त महात्मा गांधी नरेगा श्री रघुराज राजेन्द्रन द्वारा स्वच्छ भारत मिषन अंतर्गत शौचालय निर्माण मे जाॅब कार्डधारी श्रमिको को रोजगार उपलब्ध कराने के उद्वेष्य से प्रत्येक सीएफटी स्तर पर पायलट प्रोजेक्ट के रूप मे एक ग्राम पंचायत चयनित कर मनरेगा अभिसरण से कार्य करने के निर्देष दिये गये थे। जिले मे 61 ग्राम पंचायत अभिसरण से जोडा गया है। जिनमे 11689 शौचालय का निर्माण किया जावेगा, जिससे 2 लाख 10 हजार मानव दिवस सृजित होगे और जाॅब कार्डधारियो को स्थानीय स्तर पर रोजगार उपलब्ध होगा। प्रत्येक शौचालय निर्माण मे मनरेगा द्वारा 159 रू. प्रति मानव दिवस के मान से 18 मानव दिवस का भुगतान किया जावेगा।

कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें