बिहार : इंजीनियर हत्याकांड के भय से सभी अभियंताओं ने कामकाज छोड़ा - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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गुरुवार, 31 दिसंबर 2015

बिहार : इंजीनियर हत्याकांड के भय से सभी अभियंताओं ने कामकाज छोड़ा

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दरभंगा,31 दिसम्बर, बिहार के दरभंगा में छह दिन पूर्व सड़क निर्माण कार्य में लगी एक निजी कंपनी के दो अभियंताओं की हत्या के बाद से निर्माण कार्य पूरी तरह ठप है। निर्माण कंपनी के परियोजना प्रबंधक देवेश राठौर ने आज यहां बताया कि दोहरे इंजीनियर हत्याकांड के बाद भय के कारण सभी 18 अभियंता और 330 कर्मचारी कामकाज छोड़कर चले गये हैं,हालांकि अभी भी 70 कर्मचारी कार्यस्थल पर मौजूद हैं। इन कर्मचारियों में भी भय बना हुआ है । श्री राठौर ने बताया कि कंपनी को समस्तीपुर-दरभंगा प्रांतीय राजपथ के निर्माण कार्य का ठेका मिला हुआ था जिसका निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा था। कंपनी के अभियंता और कर्मचारी इस कार्य को पूरा करने के लिए 24 घंटे कार्य में लगे हुए थे। उन्होंने कहा कि इस कार्य में लगे अभियंता मुकेश और ब्रजेश कुमार की पिछले 26 दिसम्बर को दिनदहाड़े कार्यस्थल पर रंगदारी की मांग को लेकर हत्या कर दी गयी थी। इस घटना के बाद से अभियंताओं और कर्मचारियों में भय का माहौल व्याप्त हो गया है। 

प्रबंधक ने बताया कि अभियंताओं और कर्मचारियों में अभी भी इतना ज्यादा भय बना हुआ है कि उन्होंने अपने मोबाइल फोन भी बंद कर रखे हैं । उन्होंने कहा कि अभियंताओं और कर्मचारियों से सम्पर्क करने की कोशिश की जा रही है लेकिन उनसे बातचीत नहीं हो पा रही है। काम को फिर से सुचारु रुप से शुरु किये जाने का प्रयास किया जा रहा है । श्री राठौर ने कहा कि स्थानीय प्रशासन से घटना के बाद ही सुरक्षा की गुहार लगायी गयी थी जिसके बाद कल से बिहार सैन्य पुलिस के 50 जवानों को यहां तैनात किया गया है ।बल की तैनात के बाद से यहां रुके कर्मचारियों में विश्वास जगा है और उम्मीद की जा रही है फिर काम शुरु हो सकेगा । उन्होंने कहा कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ए के सत्यार्थी आज कार्य स्थल पर अतिरिक्त पुलिस बल के साथ जायजा लेने आये थे और उसके बाद कर्मचारियों और स्थानीय लोगों में विश्वास बहाली के उद्देश्य से पुलिस ने फ्लैग मार्च भी किया । उल्लेखनीय है कि गया जेल में बंद उत्तर बिहार का कुख्यात अपराधी संतोष झा गिरोह के शार्प शूटर मुकेश पाठक ने अपने गुर्गों के साथ मिलकर निर्माण कंपनी के दो इंजीनियरों की कार्यस्थल पर ही गोली मारकर हत्या कर दी थी।इस गिरोह ने निर्माण कंपनी से 75 करोड़ रुपये रंगदारी की मांग की थी और नहीं देने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी थी। 

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