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शुक्रवार, 25 दिसंबर 2015

पोप ने की आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता की अपील

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वेटिकन सिटी, 25 दिसंबर, पाेप फ्रांसिस ने शुक्रवार को क्रिसमस के अवसर पर विश्व को दिए अपने संदेश में इस्लामिक आतंकवाद द्वारा जारी हिंसा के खात्मे और इसके लिए एकजुट होने की अपील की। वर्ष 2013 में पोप बने फ्रांसिस ने तीसरी बार क्रिसमस का पारंपरिक संदेश दिया। कड़ी सुरक्षा और हजाराें लोगों की मौजूदगी के बीच उन्होंने सेंटपीटर्स बेसिलिका की बॉलकनी से शहर और विश्व को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने स्पष्ट रूप से इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों पर निशाना साधते हुए दुनिया से इसके खिलाफ एकजुट होने की अपील की। सीरिया और लीबिया में जारी गृहयुद्ध्र के समाप्ति की अपील करते हुए पोप ने कहा “मैं अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान इन देशों में जारी हिंसा और अराजकता की तरफ आकृष्ट करना चाहूंगा। इसके साथ ही इराक, लीबिया, यमन और अफ्रीका के मरुस्थलीय देशों में भी लोग पीड़ित हैं, जहां ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संपत्तियों को भी नहीं बख्शा जा रहा है।” 

पोप ने इस्लामिक स्टेट के निर्दयी आतंकवाद की निंदा की। उन्होंने पेरिस में हुए आतंकवादी हमले के साथ ही मिस्र में रूसी विमान को मार गिराये जाने की भी निंदा की। 13 नवंबर को पेरिस में हुए आतंकवादी हमले में 130 लोगों की मौत हो गई थी और 31 अक्टूबर को मिस्र के सिनाई क्षेत्र में एक रूसी विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था और 224 लोगों को जान से हाथ धोनी पड़ी थी। इस्लामिक स्टेट ने इन दोनों हमलों की जिम्मेदारी स्वीकार की थी। पोप ने कहा “मानवता को अनेक प्रकार की बुराइयों से केवल ईश्वर की दया ही बचा सकती है। सिर्फ ईश्वर ही लोगों के दिलों को बदल सकते हैं और इन परिस्थितियों से बचा सकते हैं। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि वह दुनियाभर में सताये जा रहे ईसाई समुदाय के लोगों को हिम्मत प्रदान करें।” उन्होंने इजरायल और फिलीस्तीन के बीच शांति की कामना करते हुए कहा “जहां पर प्रभु जीसस का जन्म हुआ, जहां पर ईश्वर के अवतार इस दुनिया में आए, वहां पर युद्ध और घृणा के लिए कोई स्थान नहीं हो सकता है। मैं वहां पर हिंसा की जगह शांति की कामना करता हूं।” इसके साथ ही उन्होंने कांगो गणराज्य, बुरुंडी, दक्षिण सूडान और यूक्रेन में भी शांति की स्थापना की बात कही।

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