दरभंगा 27 दिसम्बर, बिहार में दरभंगा के पुलिस अधीक्षक अजित कुमार सत्यार्थी ने बहेड़ा के थानाध्यक्ष रामा शंकर सिंह को दो इंजीनियरों की कल हुयी हत्या के मामले में निलंबित कर दिया है । श्री सत्यार्थी ने आज यहां बताया कि बहेड़ा थाना क्षेत्र स्थित सड़क निर्माण में लगी एक निजी कंपनी के बेस कैंप पर तैनात बिहार सैन्य पुलिस (बीएमपी) के जवानों को 25 दिसम्बर को हटा लिया गया था । उन्होंने बताया कि इसी मामले में थानाध्यक्ष रामा शंकर सिंह को कल देर रात तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया । पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सड़क निर्माण से जुड़ी कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर देवेश राठौर ने पिछले दिनों उनसे शिकायत की थी कि कुछ अपराधी फोन पर उनसे लगातार रंगदारी की मांग कर रहे है। पुलिस ने सूचना के बाद कैंप कार्यालय पर सुरक्षा के लिए बीएमपी के एक हवलदार समेत पांच पुलिसकर्मियों की तैनाती की थी ।
श्री सत्यार्थी ने बताया कि दो इंजीनियरों की कल हुयी हत्या के मामले में पुलिस ने लहेरिया सराय थाना क्षेत्र के हाऊसिंग कॉलोनी स्थित एक अवकाश प्राप्त पुलिस उपाधीक्षक के घर से पूर्णियां के एक बड़े ठेकेदार समेत छह लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है । राज्य के पुलिस महानिदेशक पी.के. ठाकुर के निर्देश पर इस हत्याकांड में शामिल अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है । इसबीच सरकार के निर्देश पर स्पेशल टॉस्क फोर्स (एसटीएफ) के पुलिस अधीक्षक शिवदीप लांडे मामले की जांच करने दरभंगा पहुंच गये है। श्री लांडे ने घटना से जुड़े साक्ष्यों को इकट्ठा कर मामले की जांच शुरु कर दी है।
उल्लेखनीय है कि रंगदारी के रुप में रुपये नहीं देने के विरोध में कल दिनदहाड़े मोटरसाइकिल सवार अपराधियों ने बहेड़ी थाना क्षेत्र के गंगदह मध्य विद्यालय के निकट अत्याधुनिक हथियार से गोलीबारी कर सड़क निर्माण में लगी हैदराबाद और गुड़गांव की निजी कंपनी के दो इंजीनियरों की हत्या कर दी थी । पुलिस ने बाद में घटनास्थल से लिब्रेशन आर्मी का एक पर्चा बरामद किया था जिसमें लिखा था कि रंगदारी नहीं देने पर इस घटना का अंजाम दिया गया है तथा यह भी लिखा था कि कहां-कहां भागोगे । हत्या के बाद अपराधियों ने मुकेश पाठक जिंदाबाद के नारे लगाते हुए फरार हो गये थे ।

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