पटना,03 जनवरी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी(भाकपा) के बिहार राज्य सचिव मंडल ने पार्टी के पूर्व महासचिव ए बी बर्धन के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। भाकपा के राज्य सचिव सत्य नारायण सिंह ने आज यहां कहा कि श्री बर्धन के निधन की खबर सुनकर बिहार में पार्टी के हजारों सदस्य काफी दु:खी हैं। उन्होंने कहा कि श्री बर्धन देश के वामपंथी आन्दोलन के अग्रणी नेता थे । नब्बे के दशक में उन्होंने भाकपा महासचिव का पद संभाला,तभी से वामदलों को एकजुट करने में उन्होंने पूरी शक्ति लगा दी। श्री बर्धन पूरे जीवन विभिन्न आन्दोलनों से जुड़े रहे तथा राष्ट्रीय मुक्ति आन्दोलन, छात्र आन्दोलन, मजदूर आन्दोलन और कम्युनिस्ट आन्दोलन के चर्चित और लोकप्रिय नेता रहे। वह मार्क्सवाद-लेनिनवाद के एक कुशल शिक्षक और विभिन्न विषयों के लेखक भी थे।
श्री सिंह ने कहा कि श्री बर्धन का बिहार से गहरा और लंबा लगाव रहा है । अविभाजित बिहार के लगभग सभी क्षेत्रों का उन्होंने दौरा किया और बिहार की राजनीतिक,सामाजिक,आर्थिक और सांस्कृतिक गतिविधियों से उनका सीधा संपर्क रहा। श्री बर्धन की कमी न केवल भाकपा बल्कि वामपंथी दलों सहित पूरे बिहार की जनता को महसूस हो रही है। बिहार में वामपंथी एकता के लिए उनके द्वारा किये गये प्रयास कभी नहीं भुलाये जा सकते। भाकपा के राज्य सचिव ने बिहार में वामपंथी एकता की आवश्कता पर बल देते हुए कहा कि श्री बर्धन का आखिरी संदेश हमारे लिए,वामपंथ के लिए तथा मेहनतकश जनता के लिए अमर रहेगा। उन्होंने कहा था,‘‘बिहार की लगभग 90 प्रतिशत आबादी अभी भी गरीब है। इसी वजह से यहां वामदलों का तीसरा गठबंधन जरूरी है। बिहार में संघर्ष ही अपने देश का भविष्य तय करेगा।” उनके सम्मान में भाकपा के राज्य कार्यालय में पार्टी का झंडा झुका दिया गया। श्री बर्धन का कल रात दिल्ली के एक अस्पताल में निधन हो गया। वह 91 वर्ष के थे।

कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें