संसदीय कार्यमंत्री एम वेंकैया नायडू ने वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) को लेकर कांग्रेस की शर्तों को अनुचित बताते हुए कहा है कि उसने सरकार में रहते हुए अपने विधेयक में ये शर्तें क्यों नहीं लगायी थीं। लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन के साथ संसद के बजट सत्र के बारे में बातचीत के बाद श्री नायडू ने संवाददाताओं के सवालों के जवाब में कहा कि कांग्रेस सत्ता में रहते हुए जब जीएसटी विधेयक लायी थी तो उसने ये शर्तें उसमें क्यों नहीं रखी थी । अब अचानक वह ये शर्त रख रही है । यह अनुचित है।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के जीएसटी पर दिये गये बयान के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि सरकार तो तैयार ही थी। उल्लेखनीय है कि श्री गांधी ने कल कहा था कि यदि सरकार कांग्रेस की शर्त मानने को तैयार हो तो जीएसटी बिना किसी बाधा के पारित हो जायेगा। उन्होंने विपक्ष से अपील की कि यह विधेयक काफी समय से लटका हुआ है और वह इस मुद्दे पर अपने विवेक का समझदारी से इस्तेमाल करे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को देश का मूड समझना चाहिए लोग इस विधेयक को पारित कराना चाहते हैं क्योंकि इससे राज्य और केन्द्र दोनों को फायदा होगा। श्री नायडू ने कहा कि उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष के साथ बजट सत्र के बारे में चर्चा की है और वह प्रधानमंत्री के साथ भी बातचीत करेंगे। अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है लेकिन इसके फरवरी के तीसरे सप्ताह में ही होने की संभावना है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि उन्होंने पहले यह सुझाव दिया था कि यदि कांग्रेस जीएसटी पर साथ आती है तो बजट सत्र पहले बुलाया जा सकता है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें