धनबाद, 02 जनवरी, झारखंड में धनबाद के विराजपुर (बरवाअड्डा) के रहने वाले 20 वर्षीय बी-टेक के छात्र सुजीत पांडेय ने एक ऐसे यंत्र का आविष्कार किया है जिससे बिजली की बचत तो होगी ही साथ ही बल्ब भी ज्यादा समय तक चलेगा। इस यंत्र का नाम ‘स्ट्रीट लाइट कंट्रोल बेस्ड ऑन ट्रैफिक डेनसिटी’ है। इसका वजन तीन सौ ग्राम है और इसे बनाने में 10 हजार रुपए खर्च किए गए हैं। यंत्र को इलेक्ट्रिक वायर के साथ-साथ सौर पैनल से भी जोड़ कर प्रयोग में लाया जा सकता है। यंत्र को स्ट्रीट लाइट से जोड़ने के बाद सेंसी रजिस्टर करना होगा। इसमें हाई पावर सेंसर लगा रहेगा।
पोल के निकट वाहन के आने से पहले सेंसर काम करने लगेगा और यंत्र फौरन चालू हो जाएगा। फिर बल्ब जल उठेगा। सड़क से पोल के समानांतर से गाड़ी के आगे निकलने के बाद बल्ब स्वयं बुझ जाएगा। फिर जब दूसरी गाड़ी आएगी, तो यंत्र इसी तरह काम करेगा और बल्ब जलने लगेगा। वाहन आगे बढ़ने के बाद लाइटें बुझ जाएंगी। गाडी अगर सौ-दो सौ मीटर की दूरी पर आती-जाती रहेगी तो लाइटें लगातार जलती रहेगी। दूरियां अधिक होगी तो लाइटें जलती-बुझती रहेंगी।

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