श्रीनगर, 14 जनवरी नेशनल कांफ्रेंस के कार्यकारी अध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर में सरकार के गठन और भारत-पाकिस्तान के बीच विदेश सचिव स्तरीय वार्ता को लेकर जारी संशय का हवाला देते हुए आज कहा कि राज्य आंतरिक और बाहरी, दोनों मोर्चे पर समस्याओं से जूझ रहा है। श्री अब्दुल्ला ने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट टि्वटर पर कहा, “जम्मू-कश्मीर आश्चर्यजनक रूप से सरकार गठन और भारत-पाक वार्ता पर संशय को लेकर आतंरिक और बाहरी समस्याओं का एक साथ सामना कर रहा है।” पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी(पीडीपी) पर निशाना साधते हुए श्री अब्दुल्ला ने कहा कि वह भारतीय जनता पार्टी के साथ सरकार गठन से पहले कुछ मुद्दों पर फिर से विचार करना चाहती है जिससे साबित हो गया है कि गठबंधन सरकार ने पिछले दस महीने के दौरान कुछ नहीं किया।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री श्री अब्दुल्ला एक ट्वीट पर प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे थे जिसमें कहा गया है, “पीडीपी बिजली परियोजनाओं, बाढ़ राहत, सेना के पास मौजूद जमीन की वापसी, गोमांस पर प्रतिबंध और अनुच्छेद 370 जैसे मुद्दों पर फिर से विचार करना चाहती है। क्या भाजपा दुविधा में है।” इस जवाब में श्री अब्दुल्ला ने ट्वीट किया, “भाजपा दुविधा में क्यों है। पीडीपी को यह स्पष्ट करने की जरुरत है कि क्यों दस महीने तक उसने इन मुद्दों पर आत्मसमर्पण किया और अब भी गठबंधन की तारीफ कर रही है। साबित हो गया है कि उनकी सरकार ने 10 महीने तक कुछ नहीं किया।” उल्लेखनीय है कि जम्मू-कश्मीर में गत सात जनवरी को मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद के निधन के बाद राज्यपाल शासन लागू कर दिया गया है। पीडीपी और भाजपा ने राज्य में गठबंधन सरकार बनाने पर अभी कोई घोषणा नहीं की है।

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